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Anganwadi Labarthi Yojana Online 2023 खाते में मिलेंगे ₹2500

भारत सरकार की तरफ से गरीब परिवार व पिछले वर्गों के लिए कई तरह की योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है. इन योजनाओं का सीधा सा उद्देश्य इन परिवारों को लाभ पहुंचाना है. भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक योजना इन्हीं योजनाओं में शामिल है जिसका नाम है Anganwadi Labharthi Yojana Online 2023 एकीकृत बाल विकास सेवा योजना.

0-6 साल के बच्चों के लिए शुरू की गई योजना

इस योजना में आंगनबाड़ी सहायिका प्रति केंद्र कार्यरत होगी. योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए यह बहुत आवश्यक है. पिछली बार जब जनगणना हुई थी उसके मुताबिक भारत की कुल जनसंख्या में 0-6 वर्ष के उम्र वाले बच्चों की संख्या 15.8 करोड़ हैं. ये बच्चे कुपोषित है या जिनमें सीखने की क्षमता कम है. तथा मृत्यु दर को कम करने के लिए अपने बच्चों और नर्सिंग माताओं के लिए सरकार ने ICDS नामक इस योजना को शुरू किया गया.

Anganwadi Labarthi Yojana Online 2023

1975 में शुरू हुई योजना

आज हमारे इस आर्टिकल में हम आपको इस योजना से संबंधित सारी जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं. आशा करते है कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आएगा. इस योजना को 2 अक्टूबर सन 1975 में लागू किया गया था. इस योजना के अंतर्गत देश के 0-6 साल के आयु वर्ग के बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य की देखरेख की जाती है. फिलहाल 4 करोड़ बच्चे इस योजना में नामांकन कर चुके हैं. केद्र सरकार की तरफ से इस योजना का 90% खर्च उठाया जाता है, तथा शेष ख़र्च राज्य और केंद्रशासित प्रदेश अपने आप उठाते है. वर्ष 2015-16 के बजट में इस योजना के लिये लगभग 14 हजार करोड़ का प्रावधान था.

केंद्र सरकार भेजती है खाते में ₹2500

केन्द्र सरकार ने सूखे राशन के बदले में बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के खातों में 2500 रुपए भेजना शुरू कर दिए हैं. इस आंगनवाड़ी लाभार्थी योजना के अंतर्गत 1 से 6 साल तक के बच्चों को हर माह 2500 रुपए उनके खाते में भेजे जाते हैं. आंगनबाड़ी में बच्चों को आहार संरचना, पोषण, स्वास्थ्य देखभाल, टीकाकरण, शिक्षा, खेल, संस्कृति, कला, मातृत्व सेवाएं, सामुदायिक सहभागिता, और परिवार की सहायता जैसी सेवाएं उपलब्ध करवाई जाती है. ICDS योजना में चार अलग-अलग घटक शामिल है जिनमें:

  • स्वास्थ्य सेवाएं,
  • देखभाल और पोषण परामर्श,
  • बचपन की देखभाल, शिक्षा और विकास (ECCED)
  • समुदाय संघटन जागरूकता, वकालत और सूचना, शिक्षा और संचार शामिल है.

एकीकृत बाल विकास योजना के उद्देश्य

  1. इस योजना के अंतर्गत बच्चों को बच्चों को 300 दिन की अवधि के लिए जिसमें 500 कैलोरी की ऊर्जा और 12–15 ग्राम प्रोटीन उपलब्ध करवाया जाएगा.
  2. 6 साल तक के बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण को बेहतरीन किया जाएगा.
  3. बच्चों की मृत्यु दर, अस्वस्थता दर, कुपोषण दर और स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या को कम करना , बच्चों के विकास पर ध्यान दिया जाएगा.
  4. स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं के खाने में 600 कैलोरी की ऊर्जा और 18-20 ग्राम प्रोटीन उपलब्ध करवाया जाएगा.
  5. ऐसी प्रणाली विकसित करना जिससे बच्चों के मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और सामाजिक विकास की तरफ ध्यान दिया जाएगा.
  6. गर्भावस्था के दौरान मां को आवश्यक पोषण के बारे में जानकारी प्रदान करना.
  7. बच्चों की देखरेख के लिए उनकी विभिन्न जरूरत के बारे में जानकारी लेना.
  8. एकीकृत बाल विकास योजना क्रियान्वयन का मूल क्षेत्र आंगनवाड़ी केन्द्र है.
  9. इसी के जरिये इसे सम्पादित किया जाता है. इसके अंतर्गत मुख्य विकास परियोजना अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायकों के साथ विविध पर्यवेक्षक सम्मिलित है
  10. अनेक मंत्रालयों और विभागों को बच्चों की देखभाल और शिक्षा प्रणाली को बेहतर करने के लक्ष्य से एक होकर कार्य करने के लिए प्रोत्साहन देना और वैक्सीनेशन में समान असमानताएं

आंकड़ों से यह साफ है कि पूरे देश में हर जगह पोषण की पहुंच नहीं हो रही है. भारत में 42.5% बच्चे ऐसे है जो अपनी उम्र से कम वजन के हैं. सामाजिक रूप से बहिष्कृत समूहों के लिए यह आंकड़ा काफी ज्यादा है. 43.1% लड़कियां, 47.9% बच्चे अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के बच्चों के लिए 54.5% कुपोषित हैं. टीकाकरण में समान असमानताएं नजर आती है. जबकि भारत में सिर्फ 43.5% बच्चों को टीकाकरण का पूरा सेट दिया गया है, सामाजिक रूप से बहिष्कृत समूहों के आंकड़े और भी ज्यादा है. अनुसूचित जाति के बच्चों का केवल 39.7%, अनुसूचित जनजाति के बच्चों का 31.3% और मुस्लिम बच्चों का 36.3% पूरी तरह से प्रतिरक्षित हो पाया है.

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इस प्रकार करें योजना के लिए आवेदन

  1. लाभार्थी को इस योजना का लाभ लेने के लिए Online Process का सहारा लेना होगा.
  2. ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरने के लिए आवेदक को समाज कल्याण विभाग एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा.
  3. वेबसाइट पर जाने के बाद होम पेज में बिहार के अंतर्गत आनेवाले आंगनवाड़ी में पहले से निबन्धित लाभार्थियों को कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए आंगनवाड़ी के माध्यम से दिए जाने वाले गर्म पका भोजन एवं THR के स्थान पर समतुल्य राशि का सीधे बैंक खाता में भुगतान हेतु ऑनलाइन निबंधन के लिए यहां क्लिक करें के विकल्प को सेलेक्ट करना होगा.
  4. उसके बाद दूसरे पेज में आवेदक को प्रपत्र भरने के लिए यहां क्लिक के ऑप्शन को चुनना होगा.
  5. इसके उपरांत अगले पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन फॉर्म मिलेगा.
  6. रजिस्ट्रेशन फॉर्म में आपको मांगी गई सभी जानकारी जैसे जिला ,परियोजना,पंचायत ,आंगनवाडी केंद्र आदि दर्ज करनी होगी.
  7. इसके बाद आवेदक को पति या पत्नी में से किसी एक का आधार नंबर भरना होगा.
  8. आपको अपना मोबाइल नंबर ,बैंक अकाउंट और पासवर्ड इत्यादि की जानकारी भी देनी होगी.

इस आसान Process से आप अपना ऑनलाइन आवेदन कर पाएंगे. और इस योजना का लाभ उठा पाएंगे.

निष्कर्ष :-

आज हमारे इस आर्टिकल में हमने आप सबको Anganwadi Labarthi Yojana Online 2023 के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध करवाने की कोशिश की है. इस योजना के तहत 6 साल तक के बच्चों के स्वास्थ्य की तरफ पूरा ध्यान दिया जाता है. गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को ध्यान में रखते हुए इस योजना का शुभारंभ किया गया है. अगर आप भी इस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं तो हमने पूरी आवेदन प्रक्रिया के बारे में भी बताया है. आप बताई गई प्रक्रिया का पालन करके आवेदन कर सकते हैं. एकीकृत बाल विकास योजना का मूल केंद्र आंगनबाड़ी है.