अगर आप भी सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना चाहते हैं मगर आपको नहीं पता आर्मी में डॉक्टर कैसे बनें तो आज हम आर्मी डॉक्टर की आवश्यक योग्यता, चयन प्रक्रिया और सैलरी आदि को समझेंगे. हर किसी का अपना सपना होता है. जब से ही थोड़ी बहुत सोचने समझने की क्षमता आती है हर कोई यह सोचने लग जाता है कि वह क्या बनेगा. कोई डॉक्टर बनने की सोचता है तो कोई इंजीनियर. कोई टीचर बनता है या फिर कोई सेना में जाता है. ऐसे में अगर आपका भी यही सपना है कि आर्मी में डॉक्टर किस प्रकार बन सकते हैं तो हमारा यह आर्टिकल अंत तक पढ़े. देश सेवा में डॉक्टर बनने के लिए आपको क्या करना होगा. यहां पर हम आपको इस बारे में सब जानकारी विस्तार पूर्वक उपलब्ध करवा रहे हैं.
12वीं के बाद आर्मी में डॉक्टर- Army Me Doctor Kaise Bane
सेना में डॉक्टर की जरूरत तो होती ही है ताकि वह समय पर सभी सैनिकों का इलाज कर पाए. ऐसे में आप भी आर्मी में डॉक्टर बनकर देश सेवा कर सकते हैं. आर्मी में डॉक्टर का पद बेहद सम्मानजनक और जिम्मेदारी भरा है. आर्मी में डॉक्टर बनने के बाद आपको सैनिकों का इलाज सही समय पर करना होता है. आपको बता दें कि आर्मी में डॉक्टर की रैंक ऑफिसर रैंक की होती है और उन्हें वही सुविधाएं, पेंशन एवं भत्ते मिलते है. आर्मी में डॉक्टर बनने के लिए सबसे पहले उम्मीदवार को फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं बायोलॉजी के साथ 12वीं कक्षा पास करनी होती है और 12वी कक्षा में कम से कम 50 फीसदी अंक प्राप्त करने होते हैं.
आर्मी में डॉक्टर बनने के लिए आवश्यक योग्यताएं
इंडियन आर्मी में डॉक्टर बनने के लिए विद्यार्थियों के पास कुछ जरूरी योग्यताओं का होना अनिवार्य है –
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए.
- आवेदक अविवाहित होना चाहिए.
- उम्मीदवार की आयु 17 से 21 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
- उम्मीदवार ने 12वीं कक्षा में बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री विषयों में कम से कम 50% अंक प्राप्त किए हो.
- उम्मीदवार NEET में पास होना चाहिए.
- आवेदक के पास मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया (medical council of India) की तरफ से मान्यता प्राप्त किसी विश्वविद्यालय अथवा संस्थान से ली एमबीबीएस की डिग्री हो तो वह एसएससी के माध्यम से भी भर्ती हो सकता है.
देनी होती है NEET परीक्षा
इसके बाद उम्मीदवारों को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा, NEET देनी होती है. NEET परीक्षा एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है जिसका आयोजन हर साल किया जाता है. आर्मी में डॉक्टर बनने के लिए उम्मीदवारों को आर्म्ड फोर्सज मेडिकल कॉलेज, पुणे से मेडिकल की पढ़ाई करनी होती है. आर्म फोर्सेज मेडिकल कॉलेज में नीट परीक्षा के जरिये एडमिशन लिया जा सकता है. इस कॉलेज में एमबीबीएस की कुल 180 सीटें हैं. जिनमें 115 सीटें पुरुष उम्मीदवारों के लिए एवं 30 सीटें महिला उम्मीदवारों के लिए रिज़र्व होती हैं. 5 सीटें सरकार द्वारा प्रायोजित अभ्यर्थियों के लिए रिजर्व होती है. ये अभ्यर्थी मित्र राष्ट्रों के होते हैं. NEET UG स्कोर ही सबसे अहम होता है. AFMC में एमबीबीएस कोर्स की अवधि 5 साल होती है. एमबीबीएस का कोर्स साढ़े चार साल का होता है इसके अलावा अभ्यर्थियों को मेडिकल कौंसिल आफ इंडिया द्वारा मान्यता प्राप्त कुछ चुने हुए अस्पतालों में एक साल की रोटेटिंग इंटर्नशिप ट्रेनिंग करनी होती है.
कॉलेज में दाखिला लेने के लिए होनी चाहिए इतनी आयु
वहीं कॉलेज में एडमिशन लेने वाले उम्मीदवारों की आयु सीमा 17 से 22 वर्ष के बीच होनी अनिवार्य है. जब आपका यह कोर्स पूरा हो जाता है आप आर्मी में डॉक्टर के लिए आवेदन करने के योग्य हो जाते हैं. पढ़ाई पूरी करने के बाद उम्मीदवारों का अपॉइंटमेंट आर्मी मेडिकल कॉर्प्स, AMC में होता है. मेडिकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेशन पूरा करने वाले उम्मीदवारों को कैप्टन रैंक मिलती है. वहीं प्रोविजनल मेडिकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट धारकों को ल्यूटिनेंट की रैंक दी जाती है.
आर्मी में डॉक्टर बनने के लिए चयन प्रक्रिया
सेना में डॉक्टर के चयन के बारे में बात करें तो आर्मी में डॉक्टर बनने के लिए आपको अलग अलग चयन प्रक्रिया से होकर गुजरना होता है. इसकी चयन प्रक्रिया में पहले लिखित परीक्षा होती है. लिखित परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों की शारीरिक परीक्षा होती है. जो उम्मीदवार शारीरिक परीक्षा में सफल होते हैं उन्हें मेडिकल परीक्षा से गुजरना होता है.
लिखित परीक्षा
सबसे पहले उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा में पास होना होता है. यह परीक्षा ऑब्जेक्टिव टाइप की होती है. इस लिखित परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को अगले चरण के लिए आमंत्रित किया जाता है.
शारीरिक परीक्षा
लिखित परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को शारीरिक परीक्षा देनी होती है. इस परीक्षा में उम्मीदवारों की शारीरिक क्षमता और ऊंचाई-वजन की जांच की जाती है. जों शारीरिक परीक्षा में सफल होते है उन उम्मीदवारों को अगले चरण के लिए बुलाया जाता है.
मेडिकल परीक्षा
शारीरिक परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को मेडिकल परीक्षा से गुजरना होता है. इस परीक्षा में उम्मीदवारों की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की जांच होती है. मेडिकल परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को आर्मी में डॉक्टर के पद पर नियुक्ति मिल जाती है. ऐसे में इन सभी परीक्षाओं को पार करने के बाद आप आर्मी में डॉक्टर बन सकते हैं.
आर्मी में डॉक्टर को दिया जाता है इतना वेतन (Army Doctor Salary in Hindi 2024)
अगर हम आर्मी डॉक्टर को मिलने वाली सैलरी के बारे में बात करें तो. आर्मी में डॉक्टरों को अच्छी सैलरी दी जाती है. शुरुआत में आर्मी में डॉक्टरों को करीबन 80,000 रुपये प्रति महीने का वेतन मिलता है. अनुभव और पद के आधार पर वेतन में बढ़ोतरी होती जाती है. इसके अलावा, आर्मी डॉक्टरों को अन्य कई प्रकार के भत्ते भी दिए जाते हैं.
यह भी देखें:-
सरकारी डॉक्टर कैसे बनते हैं पूरी जानकारी.
आर्मी में Nursing Assistant कैसे बने?
FAQ: (आर्मी डॉक्टर से जुड़े सवाल जवाब)
आर्मी डॉक्टर बनने के लिए नीट में कितने मार्क्स चाहिए?
AFMC में एडमिशन के लिए NEET Exam में कम से कम 50% होना अनिवार्य होता है।
भारत में मिलिट्री डॉक्टर की सैलरी कितनी है?
भारत में भारतीय सेना डॉक्टर की सैलरी ₹ 12.0 लाख से ₹ 40.0 लाख के बीच और औसत वार्षिक वेतन ₹ 24.6 लाख होता है। सैलरी का अनुमान इंडियन आर्मी के विभिन्न कर्मचारियों से प्राप्त 10 नवीनतम वेतन पर आधारित हैं।
आर्मी डॉक्टर के लिए हाइट कितनी होनी चाहिए?
यदि आप इंडियन आर्मी में भर्ती होना चाहते हैं, तो उसके लिए आपकी हाइट 162 सेंटीमीटर से अधिक होनी चाहिए।
भारत में कितने आर्मी मेडिकल कॉलेज हैं?
भारत में केवल तीन आर्मी मेडिकल कॉलेज उपस्थित हैं।
निष्कर्ष:-
आज के हमारे इस लेख में हमने जाना कि Army me doctor kaise bane. अगर आप भी सेना में डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आशा करते हैं कि हमारा यह आर्टिकल आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा. हमने यहां पर आपको पूरी जानकारी मुहैया करवाने का प्रयास किया है कि आप किस प्रकार सेना में डॉक्टर बन सकते हैं. इसके लिए पूरी प्रक्रिया क्या रहती है. सेना में आपका चयन किस प्रकार होता है इत्यादि. आर्मी में डॉक्टर का पद बेहद सम्मानजनक है. यहां पर आपको वेतन भी अच्छा मिलता है. वेतन के साथ-साथ आपको कोई अन्य तरह के भत्ते भी मिलते है. जों फ्रंटियर पर सैनिक बनकर अपने देश की सेवा नहीं कर सकता, वह डाक्टर बनकर देशसेवा कर सकता है.