शिक्षा के छेत्र में विद्यार्थी के सामने कहीं प्रकार के डिग्री और डिप्लोमा क्षेत्र मौजूद होते हैं। विद्यार्थी किसी भी तरह के डिग्री और डिप्लोमा कोर्स के जरिए अपने करियर को संवार सकता है। विद्यार्थी के लिए साधारण तरीके की कई डिग्रियां की जाती है और अपने करियर को बनाने के लिए प्रयास किए जाते हैं।
विद्यार्थी दसवीं कक्षा पास करने के बाद और 12वीं कक्षा पास करने के बाद पूरी तरह से विचलित हो जाता है कि आगे उसे क्या करना चाहिए। विद्यार्थियों के लिए कई प्रकार के डिग्री व डिप्लोमा कोर्स मौजूद होते हैं। आज के आर्टिकल में हम आपको BAMS Kaise Kare इसके बारे में detail में जानकारी देने का प्रयास करेंगे।
BAMS Kya Hai?
आज के समय में भारत में आयुर्वेद डॉक्टर बनने के लिए विद्यार्थी खासतौर से प्रयास कर रहे हैं। भारत में आयुर्वेद का भविष्य आप नजर आ रहा है। आयुर्वेद के दम पर भारत के मार्केट में अच्छा पैसा भी कमाया जा रहा है। आयुर्वेद में डिप्लोमा और डिग्री कोर्स करने के बाद विद्यार्थी आयुर्वेद डॉक्टर के तौर पर कार्यरत हो सकता है आयुर्वेद डॉक्टर बनने के लिए जरूरी बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिकल एंड सर्जरी होती है।
इस डिग्री को लेकर विद्यार्थी आयुर्वेद डॉक्टर बन सकते हैं। बीएएमएस कोर्स जो 5 साल की अवधि के लिए विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होने वाला कोर्स है। यह को भी एमबीबीएस डिग्री की तरह 5 साल और 6 महीने में पूरा होता है।
BAMS Full Form क्या होता है?
BAMS ka full form “Bachelor Of Ayurvedic Medicine & Surgery” होता है। BAMS full form in hindi “बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी” होता है।
बीएएमएस कोर्स करने के लिए जरूरी योग्यता
डॉक्टर के क्षेत्र में अपना करियर बनाने का सपना लाखों लोगों का होता है। लेकिन डॉक्टर बनने के लिए जो जरूरी पोस्ट होते हैं। उनके लिए योग्यता का मापदंड भी निर्धारित किया जाता है। विद्यार्थी जो बीएएमएस कोर्स करना चाहते हैं। उन विद्यार्थियों के लिए नीचे दी गई निम्नलिखित योग्यता मापदंड को पूरा करना बहुत जरूरी है।
- विज्ञान वर्ग में विद्यार्थी को 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। विज्ञान वर्ग में विद्यार्थी को जीव विज्ञान के साथ 12 वीं कक्षा अच्छे अंकों के साथ बात करनी है।
- बारहवीं कक्षा के बाद विद्यार्थी इंट्रेंस Exam में पास होना जरूरी होता है।
- विद्यार्थी के 12वीं कक्षा में न्यूनतम 60% अंक होना अनिवार्य है।
BAMS Kaise Kare? (BAMS Course Details in Hindi)
जो विद्यार्थी बीएएमएस कोर्स करना चाहते हैं। उन विद्यार्थियों को नीचे दिए गए निम्नलिखित चरणों को पूरा करना होगाः
1. सर्वप्रथम 12वीं कक्षा पास करें
विद्यार्थी को सबसे पहले कोई भी डिग्री लेने के लिए 12वीं कक्षा पास करनी होगी। बीएएमएस का कोर्स करना चाहते हैं। तो आपको सबसे पहले विज्ञान वर्ग यानी कि जीव विज्ञान में 12वीं कक्षा पास करना बहुत ही ज्यादा जरूरी है।
2. एंट्रेंस एग्जाम पास करें
विद्यार्थी को इस डिग्री लेने के लिए दूसरे चरण के तौर पर एक एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है। यह एंट्रेंस एग्जाम MBBS की डिग्री इस तरह ही होता है। Neet Exam को पास करके भी विद्यार्थी बीएएमएस का कोर्स कर सकते हैं।
इसके अलावा भी राष्ट्रीय स्तर पर कई अन्य एंट्रेंस एग्जाम होते हैं। जो अलग-अलग कॉलेज और अलग-अलग क्षेत्रों में करवाए जाते हैं। आप उनमें से किसी भी एंट्रेंस एग्जाम में भाग लेकर बीएएमएस कोर्स के लिए कॉलेज में दाखिल हो सकते हैं।
3. कॉलेज में दाखिला लेकर बीएएमएस की पढ़ाई करना
एंट्रेंस एग्जाम पास होने के बाद विद्यार्थी को बीएएमएस कोर्स के लिए कॉलेज में दाखिला मिल जाता है। उसके पश्चात विद्यार्थी को 5 साल और 6 महीने यानी कि कुल 11 सेमेस्टर की पढ़ाई करते हुए बीएएमएस का कोर्स पूरा करना होगा और उसके पश्चात बीएएमएस डिग्री का सर्टिफिकेट हासिल करना होगा।
BAMS की फीस कितनी होती है?
जब विद्यार्थी किसी भी क्षेत्र में डिग्री व डिप्लोमा कोर्स करना चाहता है तो सबसे पहले विद्यार्थी फीस का आकलन लगाता है। यहां सरकारी कॉलेज में ₹15000 से लेकर ₹30000 तक की प्रति वर्ष की फीस आपको देनी होती है। इसके लिए सबसे पहले एंट्रेंस एग्जाम पास करके आपको सरकारी कॉलेज में दाखिला लेना होगा। अन्यथा यदि आप प्राइवेट कॉलेज के माध्यम से यह पोस्ट करते हैं, तो आपको करीब ₹300000 से लेकर ₹1500000 सालाना फीस देनी होगी।
BAMS के बाद क्या कर सकते हैं?
विद्यार्थी के पास किसी भी तरह की डिग्री लेने के बाद भविष्य में अलग-अलग तरीके करियर ऑप्शन मौजूद होते हैं। जो विद्यार्थी बीएएमएस कोर्स कर चुका है। उस विद्यार्थी के लिए नीचे दिए गए निम्नलिखित भविष्य के इसको मौजूद हो जाते हैं। विद्यार्थी भविष्य की पढ़ाई के तौर पर मास्टर डिग्री लेकर नीचे दिए गए विकल्प का चयन कर सकता है और इन क्षेत्रों में मास्टर डिग्री प्राप्त कर सकता है।
- लेक्चरर
- थेरेपिस्ट
- आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट
- साइंटिस्ट
- मेडिकल सेल्स रिप्रेजेंटेटिव
- जूनियर क्लीनिकल ट्रायल कॉर्डिनेटर
- Area Sells Manager
- प्रोडक्ट मैनेजर
- सेल्स एग्जीक्यूटिव
BAMS के बाद Jobs in Hindi 2024
जब विद्यार्थी बीएएमएस का कोर्स कर लेता है। तो विद्यार्थी को अच्छी नौकरी भी मिल जाती है। विद्यार्थी बीएएमएस का कोर्स करने के बाद कहां पर नौकरी कर सकता है। उसकी सूची हम आपको नीचे प्रदान करवा रहे हैं।
- हॉस्पिटल
- नृसिंग होम
- क्लीनिकल ट्रायल्स
- एजुकेशन
- हेल्थकेयर आईटी
- आयुर्वदिक रिसोर्ट
- स्पा रिसोर्ट
- कॉलेजेस
- रिसर्च इंस्टीट्यूट
- गवर्नमेंट हॉस्पिटल
- प्राइवेट हॉस्पिटल
- पंचकर्म आश्रम
- लाइफ साइंस सेक्टर
- फार्मेसी सेक्टर
- इंसोरेंस सेक्टर
BAMS Doctor की Salary कितनी होती है?
विद्यार्थी के लिए किसी भी डिग्री व डिप्लोमा कोर्स करने का पहला मकसद उस डिग्री व डिप्लोमा कोर्स करने के बाद जहां पर उसे नौकरी मिलेगी वहां सैलरी कितनी मिल सकती है। विद्यार्थी सबसे पहले सैलरी का आकलन करता है। बीएएमएस करने के बाद जो विद्यार्थी Doctor बन जाते हैं।
उनकी वेतन की बात की जाए तो उम्मीदवार अपने टैलेंट के दम पर अच्छा पैसा कमा सकते हैं यहां उम्मीदवार को ₹400000 प्रति महीने से लेकर 1200000 रुपए प्रति महीना कमाने का मौका मिलता है।
इसके अलावा इससे अधिक पैसा भी आप अपने टैलेंट के दम पर कमा सकते हैं और हो सकता है। शुरुआत में आपको इससे कम पैसा भी मिले। बीएएमएस डॉक्टर बनने के बाद शुरुआत में बीएमएस डॉक्टर के अलग-अलग क्षेत्रों में क्या सैलरी मिल जाती है। उसकी सूची हम आपको नीचे प्रदान करता रहे हैं।
- आयुर्वेदिक फिजिशियन – 3,58,000 ₹/- प्रतिवर्ष
- आयुर्वेदिक डॉक्टर – 13,70,000 ₹/- प्रतिवर्ष
- मेडिकल ऑफिसर – 4,98,000 ₹/- प्रतिवर्ष
- सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव – 2,46,000 ₹/- प्रतिवर्ष
- लेक्चरर – 2,97,000 ₹/- प्रतिवर्ष
- फार्मासिस्ट – 2,26,000 ₹/- प्रतिवर्ष
भारत में BAMS के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज
भारत में हजारों की संख्या में कॉलेज मौजूद है। लेकिन जब किसी भी डिग्री के लिए भारत के लोकप्रिय कॉलेज और भारत के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज की बात आती है। तब उनमें से कुछ कॉलेज का नाम टॉप पर आता है। उसी प्रकार से बीएएमएस कोर्स करने के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ कॉलेज की सूची हम आपको नीचे प्रदान करवा रहे हैं।
- आयुर्विज्ञान संस्थान (BHU)
- राजीव गांधी स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय
- उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय हर्रावाला
- राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान
- स्वास्थ्य विज्ञान के महाराष्ट्र विश्वविद्यालय
- पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज, हरिद्वार
- सुमतिभाई शाह आयुर्वेद महाविद्यालय मालवाड़ी, पुणे
- डॉ डीवाई पाटिल विश्वविद्यालय, नवी मुंबई
- विदर्भ आयुर्वेद महाविद्यालय, अमरावती
- सीएच ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद चरक संस्थान, नई दिल्ली
निष्कर्ष
डॉक्टर और इंजीनियर बनना हर विद्यार्थी का सपना होता है। Doctor में भी हजारों की संख्या में शाखाएं हैं। आप किसी भी एक शाखा में डॉक्टर बन सकते हैं। आयुर्वेद डॉक्टर बनना भविष्य के लिए एक सुनहरा अवसर माना जाता है। आज के आर्टिकल में हमने आपको बीएएमएस कोर्स करके आयुर्वेद डॉक्टर कैसे बने। इसके बारे में डिटेल में जानकारी दी है। हमें उम्मीद है, कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी।