आपने अपने स्कूल या कॉलेज में बने हुए पुस्तकालय को जरूर देखा होगा और आपने भी कभी ना कभी उस पुस्तकालय से पुस्तक ली होगी। उस पुस्तकालय से किसी भी विद्यार्थी को उचित पुस्तक देने का काम और वापस उस पुस्तक का संरक्षण करने का काम एक पुस्तकालय अध्यक्ष या Librarian का होता है। एक ऐसा व्यक्ति होता है जो उस पुस्तकालय का ध्यान रखता है, निरीक्षण करता है, सही ढंग से रखरखाव करता है, पुस्तकों को सही ढंग से रखता है, कोई भी पुस्तक खराब ना हो जाए, इसकी जिम्मेदारी संभालता है और विद्यार्थी को उचित पुस्तक उपलब्ध कराता है। विद्यार्थी से वापस उस पुस्तक को उचित स्थान पर रखता है।
वर्तमान समय में लगभग प्रत्येक स्कूल और कॉलेज में पुस्तकालय देखने को मिल जाता है। अनेक सारे स्कूल और कॉलेजों में काफी बड़े-बड़े पुस्तकालय होते हैं जो विद्यार्थी पुस्तक पढ़ने में रुचि रखते हैं वह विद्यार्थी पुस्तकालय और पुस्तकालय के अध्यक्ष यानी लाइब्रेरियन के बारे में भली-भांति जानते हैं। लाइब्रेरियन का काम काफी कठिन नहीं होता है। कुछ आसान सा काम करके लाइब्रेरियन अच्छी कमाई कर लेता है। आज के समय में हमें प्राइवेट स्कूलों में भी और प्राइवेट कॉलेजों में भी लाइब्रेरी देखने को मिलती है। बड़े-बड़े पुस्तकालय देखने को मिलते हैं वहां पर भी एक लाइब्रेरियन होता है जो उस लाइब्रेरी का रखरखाव करता है।
Librarian Kya Hota Hai?
जिस प्रकार लाइब्रेरी का अर्थ पुस्तकालय होता है, ठीक उसी प्रकार लाइब्रेरियन का मतलब ‘पुस्तकालयाध्यक्ष‘ होता है। यानि लाइब्रेरियन पुस्तकालय संचालक या अध्यक्ष (Library President) होता है। जो लाइब्रेरी या पुस्तकालय का रख-रखाव व अच्छी तरह से संचालन करता है। यदि कोई विद्यार्थी कोई पुस्तक पढ़ना चाहता है तो लाइब्रेरियन उस विद्यार्थी को उसकी पसंद की पुस्तक उपलब्ध कराता है और विद्यार्थी से मिलने वाली वह पुस्तक वापस उचित स्थान पर सुरक्षित रखता है ताकि दूसरे विद्यार्थी की आवश्यकता के अनुसार समय पर वह पुस्तक मिल सकें।
वर्तमान समय में किसी भी जगह पर कोई भी एक काम करने के लिए एक व्यक्ति तो होता ही है, ठीक उसी प्रकार स्कूल और कॉलेज में मौजूद पुस्तकालय का सही ढंग से निरीक्षण करना रखरखाव करना और संचालन करना यह काम पुस्तकालय अध्यक्ष का होता है, जिसे अंग्रेजी में लाइब्रेरियन कहते हैं। अगर आप एक विद्यार्थी है और लाइब्रेरी से अपनी मनपसंद पुस्तक लेना चाहते हैं, तो आप लाइब्रेरियन को जाकर उस पुस्तक के बारे में बताएंगे, तो लाइब्रेरियन वह पुस्तक निकालकर आपको देगा और आप से हस्ताक्षर करवाएगा ताकि यह पता रहे कि यह पुस्तक किस समय, कौन सी तारीख को और किस विद्यार्थी को दी गई है।
लाइब्रेरियन बनने के लिए क्या करना होता है?
पुस्तकालय अध्यक्ष या लाइब्रेरियन बनने के लिए आपको लाइब्रेरी साइंस में किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी/संस्थान से सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, बैचलर या मास्टर डिग्री कोर्स करना होता है। लाइब्रेरी साइंस में डिप्लोमा, डिग्री या सर्टिफिकेट कोर्स करने के बाद जब ऑफिशल नोटिफिकेशन से लाइब्रेरियन की भर्ती की सूचना मिलती है, तो आपको उस भर्ती के तहत आवेदन करना होता है। अगर आप इस भर्ती परीक्षा को पास कर लेते हैं तो आप एक लाइब्रेरियन बन जाते हैं। उसके बाद आपका काम लाइब्रेरी का संचालन करना रखरखाव करना होता है। लाइब्रेरी में कौन सी पुस्तक है? कितनी पुस्तक है? कौन सी पुस्तक किस विद्यार्थी को दी गई है? पुस्तकें सुरक्षित है या नहीं, यह सब देखना और करना होता है।
Librarian ke Liye Qualification —
- लाइब्रेरियन बनने के लिए अभ्यर्थी का दसवीं पास होना जरूरी है।
- अभ्यर्थी किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से दसवीं पास कर सकता है।
- 12वीं कक्षा पास अभ्यर्थी कला/वाणिज्य/विज्ञान में उत्तीर्ण होना चाहिए।
- लाइब्रेरियन बनाने के लिए अभ्यर्थी के पास किसी भी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान से लाइब्रेरी साइंस में सर्टिफिकेट कोर्स किया हुआ होना चाहिए।
- या फिर किसी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान या विश्वविद्यालय से Diploma in Library Science होना चाहिए।
- या फिर लाइब्रेरियन बनाने के लिए अभ्यर्थी का Bachelor in Library Science course कोर्स किया हुआ होना चाहिए।
- या फिर अभी आरती के पास किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से लाइब्रेरी साइंस में मास्टर डिग्री (Masters of Library Science) होनी चाहिए।
- लाइब्रेरियन बनने के लिए अभ्यर्थी के पास लाइब्रेरी साइंस में सर्टिफिकेट/ डिप्लोमा/ बैचलर या मास्टर डिग्री अनिवार्य है।
Librarian Kaise Bane? —
- अगर आप एक लाइब्रेरियन बदलना चाहते हैं, तो आपको सबसे पहले किसी भी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान से दसवीं कक्षा पास करनी होगी।
- दसवीं कक्षा पास करने के बाद अब आपको लाइब्रेरी साइंस में सर्टिफिकेट कोर्स प्राप्त करना होगा।
- या फिर आप किसी भी शिक्षण संस्थान से 12वीं कक्षा पास कर सकते हैं।
- बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से Diploma in Library Science का कोर्स करें
- या स्नातक डिग्री उत्तीर्ण करने के बाद किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से लाइब्रेरी साइंस में बैचलर या मास्टर्स डिग्री करें।
- Library Science में सर्टिफिकेट/ डिप्लोमा/बैचलर/ मास्टर्स डिग्री करने के बाद लाइब्रेरियन के लिए भर्ती में अप्लाई करें।
- समय-समय पर लाइब्रेरियन के पदों की भर्ती के लिए अधिकारिक सूचना निकलती है।
- जब Librarian Vacancy निकलती हैं, उस समय आपको लाइब्रेरियन के लिए अप्लाई करना है।
- आवेदन करने के बाद Written Test Interview और Documents Verification होता है।
- इस दौरान सभी Test Clear करने के बाद आप एक लाइब्रेरियन बन जाते हैं।
Librarian Course Fees in Hindi 2024
भारत में, librarian course के लिए फीस Program के स्तर और प्रकार, कोर्स की पेशकश करने वाली संस्था और स्थान के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। जैसे कि Library Science में Diploma या Certificate Program की लागत स्नातक या मास्टर डिग्री Program से कम हो सकती है। इसके अतिरिक्त, फीस सरकारी और निजी संस्थानों के बीच भिन्न हो सकती है।
भारत में Librarian विज्ञान में Diploma या Certificate Program की औसत लागत रुपये 5,000 से 20,000 प्रति वर्ष हो सकती है। पुस्तकालय विज्ञान में Graduation Degree Program की Fees रुपये 15,000 से 50,000 प्रति वर्ष हो सकती है। जबकि पुस्तकालय विज्ञान में Master Degree Program की Fees रुपये 20,000 से 70,000 प्रति वर्ष से शुरू हो सकती है। Librarian Course की सटीक लागत निर्धारित करने के लिए विभिन्न संस्थानों और कार्यक्रमों पर शोध करना और उनकी तुलना करना महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, कई संस्थान Tuition की Fees को Offset करने में सहायता के लिए छात्रवृत्ति (Scholarship) और वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं।
Librarian की Salary कितनी होती है?
आमतौर पर अभ्यर्थी अच्छी सैलरी के लिए ही सरकारी नौकरी के तहत लाइब्रेरियन बनना चाहते हैं, तो आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि लाइब्रेरियन को शुरुआत में सैलरी के रूप में ₹20000 से लेकर ₹30000 प्रति माह के रूप में मिलते हैं। इसके अलावा अनुभव होने के बाद वेतन में बढ़ोतरी होती है और काम में Experinece के आधार पर भी वेतन में बढ़ोतरी की जाती है। लाइब्रेरियन की सैलरी प्राइवेट संस्थान और सरकारी संस्थानों में अलग-अलग होती है। इसके अलावा जगह और लाइब्रेरियन की पॉपुलरीटी के आधार पर भी सैलरी निर्भर करती है।
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Conclusion
कुछ विद्यार्थियों को पढ़ने का काफी शौक होता है जिनमें से अधिकांश विद्यार्थी विभिन्न प्रकार की पुस्तकें पढ़ने में रुचि रखते हैं। हालांकि आज के समय में पुस्तकें पढ़ने का शौक लोगों में कम हो रहा है, फिर भी लंबे समय से स्कूल कॉलेज और शिक्षण संस्थानों में विभिन्न प्रकार की पुस्तकों का एक पुस्तकालय बना हुआ होता है, जिसे इंग्लिश में लाइब्रेरी कहते हैं। उस पुस्तकालय का संरक्षण करने और उचित ढंग से चलाने के लिए एक पुस्तकालय अध्यक्ष होता है जिसे लाइब्रेरियन कहते हैं।
लाइब्रेरियन से आप अपने रुचि की पुस्तक प्राप्त कर सकते हैं। लाइब्रेरियन उस पुस्तक को आपको देने के समय का विवरण अंकित करेगा और आपका हस्ताक्षर भी लेगा। इसके अलावा पुस्तकों का संरक्षण करेगा। इस प्रकार का कार्य करता है। तो आज हम आपको बता चुके हैं कि लाइब्रेरियन कैसे बनते हैं? उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी अच्छी लगी होंगी। अगर आपका कोई सवाल है तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं।