SP अधिकारी का पद भारतीय पुलिस के अंतर्गत आता है यह पुलिस विभाग का एक बेहतरीन और महत्वपूर्ण पद माना जाता है। यहां पर कार्यरत अधिकारी को भारतीय समाज में सम्मान की नजर से देखा जाता है। इसके अलावा पुलिस विभाग के तहत अनेक सारे विभिन्न प्रकार के पद होते हैं। सभी पद पर कार्यरत अधिकारियों का अलग-अलग कार्य निर्धारित किया हुआ होता है, जिसका अच्छी तरह से जिम्मेदारी पूर्वक निर्वहन करना, उस अधिकारी का कर्तव्य होता है। भारत में पुलिस की स्थापना अंग्रेजों के शासन काल में की गई थी। तब से लेकर अभी तक पुलिस में विभिन्न प्रकार के बदलाव किए गए हैं।
आज के समय में हमारे देश में पुलिस विभाग एक महत्वपूर्ण विभाग माना जाता है। पुलिस सरकार तथा न्यायपालिका के आदेशानुसार कार्य करती है। देश के प्रत्येक जिले में स्थानीय लोगों की नियुक्ति करके उस राज्य की पुलिस का निर्माण किया जाता है। पुलिस विभाग के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के पद होते हैं। सभी पद पर कार्यरत करने के लिए विभिन्न प्रकार की योग्यता निर्धारित की गई, योग्यता के आधार पर ही पुलिस विभाग में किसी भी पद पर व्यक्ति को नियुक्त किया जाता है। पुलिस विभाग के अंतर्गत SP का पद काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि किसी भी पुलिस की टुकड़ी का निर्वाहन करने के लिए एक विशेष अधिकारी की नियुक्ति की जाती है।
पुलिस विभाग के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के स्टेज होते हैं। जैसे- पुलिस मुख्यालय, पुलिस स्टेशन, पुलिस थाना, पुलिस चौकी! इस प्रकार से तरह-तरह के विभाग के अनुसार किसी भी राज्य की पुलिस व्यवस्था जुड़ी हुई होती है। पुलिस विभाग के अंतर्गत कार्यरत बड़े बड़े पुलिस अधिकारियों के आदेशों की पालना पुलिस सेना करती है। पुलिस विभाग के अंतर्गत सबसे निम्न पद हवलदार का माना जाता है। हवलदार से उच्च पद पर Constable नियुक्त होते हैं। Constable बड़े पुलिस अधिकारियों के आदेशानुसार जांच संबंधी कार्य भी कर सकते हैं, तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको विस्तारपूर्वक बताएंगे कि पुलिस विभाग में SP kaise bane:
SP क्या होता है?
प्रत्येक जिले की प्रशासनिक व्यवस्था को सही ढंग से चलाने के लिए पुलिस विभाग के मुखिया के तौर पर प्रत्येक जिले पर SP अधिकारी को नियुक्त किया जाता है। SP अधिकारी पुलिस को अपने आदेशानुसार कार्य करवाता है एवं जिले की प्रशासनिक व्यवस्था को बेहतर ढंग से निभाता है। SP अधिकारी एक विशिष्ट तथा महत्वपूर्ण पद होता है। SP का full form ‘Superintendent of Police‘ (सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस) होता है। SP को हिंदी में पुलिस अधीक्षक कहते हैं।
पुलिस अधीक्षक की नियुक्ति विशेष रूप से उनकी योग्यता के आधार पर ऐसे जिलों में की जाती है, जो नक्सली प्रभावी क्षेत्र घनी आबादी वाले क्षेत्रों तथा हिंसात्मक इलाका वाले जिलों में सरकार द्वारा SP की नियुक्ति की जाती है। SP अपनी जिम्मेदारी से नियुक्त किए हुए जिले की प्रशासनिक व्यवस्था को बेहतर बनाता है तथा पुलिस प्रशासन को अपने आदेश अनुसार जिले की शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम लेता है। हर हाल में जिले में शांति व्यवस्था कायम करना और उपद्रवियों, नक्सलियों तथा हिंसा करने वाले लोगों को दबोचना इत्यादि सभी काम SP का होता है
SP (Superintendent of Police) यानी पुलिस अधीक्षक के अंतर्गत संपूर्ण जिले की पुलिस आती है। SP अपने आदेशानुसार संपूर्ण जिले के पुलिस स्टेशन और पुलिस थाना तथा पुलिस चौकियों इत्यादि सभी पुलिस प्रशासन को आदेश देता है। SP के आदेशानुसार ही संपूर्ण जिले की पुलिस व प्रशासन व्यवस्था कार्य करती है। यह एक महत्वपूर्ण पद होता है जिसे केवल 1 जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए नियुक्त किया जाता है। इसीलिए वर्तमान समय में संपूर्ण भारत के युवाओं में इस पद को लेकर काफी उत्सुकता देखने को मिलती है। आज के युवा एसपी बनना चाहते हैं तो आइए हम आपको बताते हैं कि एसपी कैसे बनें?
SP बनने के लिए योग्यता (SP Eligibility in Hindi 2024)
अब तक आप समझ गए होंगे कि एसपी कितना महत्वपूर्ण और किस लेवल का पद होता है। तो अब हम आपको बता देते हैं कि इस पद पर बैठने वाले व्यक्ति के लिए सरकार की तरफ से विभिन्न प्रकार की योग्यता निर्धारित की गई है। कोई भी व्यक्ति निर्धारित की गई योग्यता के आधार पर एसपी बन सकता है। यह योग्यता इस बात को सिद्ध करती है कि जो व्यक्ति एसपी बनना चाहता है, वह इस पद के लिए योग्य है या नहीं! एसपी बनने की योग्यता इस प्रकार है —
- SP बनने के लिए ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करनी होगी।
- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल कर सकते हैं।
- स्नातक की परीक्षा किसी भी विषय के अंतर्गत पास कर सकते हैं।
- SP बनने के लिए निर्धारित की गई अधिकतम आयु सीमा 32 वर्षों से लेकर 37 वर्ष तक है।
- कम से कम 32 वर्ष आयु सीमा जनरल उम्मीदवार के लिए है।
- SP बनने के लिए एससी एसटी उम्मीदवारों के लिए अधिकतम 37 वर्ष आयु सीमा निर्धारित की गई है।
- पुलिस अधीक्षक बनाने हेतु ओबीसी उम्मीदवार के लिए 35 वर्ष की आयु सीमा निर्धारित की गई है।
- पुलिस अधीक्षक बनाने वाले उम्मीदवार को निर्धारित की गई फिटनेस और मेडिकल योग्यता पास करना होगा।
- SP उम्मीदवार पूरी तरह से मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए।
- एसपी बनने के लिए उम्मीदवार की लंबाई 165 सेंटीमीटर होनी चाहिए
- पुलिस अधीक्षक आवेदक के छाती की चौड़ाई 50 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
- SP बनने के लिए उम्मीदवार शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ होना चाहिए।
- महिलाएं भी पुलिस अधीक्षक बन सकती है।
- पुलिस अधीक्षक बनने के आवेदक की आंखों की दृष्टि अच्छी होनी चाहिए।
- SP बनने की महिला उम्मीदवार की लंबाई 150 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
SP/Superintendent of Police (SP kaise bane in Hindi 2024)
पुलिस विभाग में पुलिस अधीक्षक पद पर कार्यरत होने के लिए उम्मीदवार को दो तरीके के एग्जाम देने होते हैं। किसी भी एक एग्जाम को देकर उम्मीदवार पुलिस विभाग में एसपी अधिकारी बन सकता है। अब तक अगर आप इस पद की महत्वता को जान चुके हैं, तो आपको यह भी जान लेना चाहिए कि इस पद के लिए आयोजित होने वाली परीक्षाएं कितने कठिन होती है। आमतौर पर प्रत्येक व्यक्ति आसानी से इन परीक्षाओं को पास नहीं कर सकता। इसीलिए अगर आप SP बनना चाहते हैं तो आपको पहले से ही अच्छी तरह से रणनीति बनाकर लंबे समय तक कठिन परिश्रम के साथ पढ़ाई करनी होगी। तभी आप इस परीक्षा में सफल हो पाएंगे।
एसपी बनने के लिए दो तरह की परीक्षा होती है। पहली परीक्षा यूपीएससी द्वारा आयोजित करवाई जाती है यानी कि “संघ लोक सेवा आयोग” इस परीक्षा का आयोजन करवाता है। दूसरी तरह की परीक्षा पीएससी यानी “स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन”! इन दोनों ही परीक्षा के माध्यम से SP यानी पुलिस अधीक्षक बन सकते हैं। परंतु यह दोनों ही परीक्षाएं अत्यंत कठिन होती है। इनमें यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा पीएससी परीक्षा से भी कठिन मानी जाती है क्योंकि पीएससी परीक्षा के मुकाबले यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा पास करने के 5 वर्ष बाद ही SP अधिकारी बना दिया जाता है।
अगर आप पुलिस अधीक्षक बनाने के लिए यूपीएससी यानी संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा पास करके एसपी अधिकारी बनना चाहते हैं, तो हम आपको बता देते हैं कि यूपी एसएससी परीक्षा को पास करने के बाद आईपीएस अधिकारी बनाया जाता है। आईपीएस अधिकारी बनने के 5 वर्ष के अंतराल में कभी भी आपको किसी भी जिले का पुलिस विभाग में पुलिस अधीक्षक बना दिया जाता है। आईपीएस का पद कितना महत्वपूर्ण होता है। यह बात आप भली-भांति जानते ही हैं। इस पद पर कार्यरत होने के बाद अनुभव के आधार पर 5 वर्ष के भीतर SP अधिकारी बनाया जाता है।
अगर आप SP अधिकारी बनने के लिए PSC का एग्जाम पास कर के एसपी अधिकारी बनना चाहते हैं, तो हम आपको बता देते हैं कि PSC परीक्षा पास करने के बाद DSP का पद मिलता है। यह पद आईपीएस अधिकारी से निम्न स्तर का होता है। इसीलिए इस पद पर आपको कम से कम 10 से 15 वर्ष तक कार्यरत रहना होता है। उसके बाद ही आपके अनुभव को देखते हुए आपका प्रमोशन करके एसपी अधिकारी बना दिया जाता है। यही वजह है कि UPSC द्वारा आयोजित परीक्षा इस परीक्षा के मुकाबले काफी कठिन मानी जाती है।
अगर आप पुलिस अधीक्षक बनना चाहते हैं, तो इस पद पर कार्यरत होने के लिए दो तरह की परीक्षा का आयोजन करवाया जाता है। आप इन दोनों में से किसी भी एक परीक्षा का चयन करके उसके अंतर्गत एसपी अधिकारी बनने के लिए आगे बढ़ सकते हैं। यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा को अच्छे अंकों के साथ पास करने के बाद आपको आईपीएस अधिकारी बनाया जाता है, जिसके 5 वर्ष के अंतराल में रैंक में स्थान प्राप्त करने पर एसपी अधिकारी बना दिया जाता है। ठीक इसी प्रकार पीएससी की परीक्षा पास करने के बाद अच्छे अंकों के आधार पर डीएसपी का पद दिया जाता है तथा 10 से 15 वर्षों के बाद निर्धारित की गई रैंक में स्थान हासिल करने के बाद पुलिस अधीक्षक बना दिया जाता है।
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SP की तैयारी कैसे करें संपूर्ण जानकारी?
SP बनने की चयन प्रक्रिया (SP Joining Process in Hindi 2024)
एसपी अधीक्षक बनने के लिए दो तरह की परीक्षा निर्धारित की गई है। यह परीक्षा UPSC और PSC द्वारा आयोजित की जाती है। इन दोनों ही परीक्षा को 3 चरणों में संपन्न करवाया जाता है। पहले चरण में प्रारंभिक परीक्षा होती है। दूसरे चरण में मुख्य परीक्षा होती है तथा तीसरे चरण में इंटरव्यू लिया जाता है। तीनों ही चरण में अच्छे अंकों के साथ सफलतापूर्वक पास होने वाले अधिकारियों को निर्धारित किए गए पदों पर नियुक्त कर दिए जाते हैं। तो आइए जानते हैं कि पुलिस अधीक्षक बनने की चयन प्रक्रिया के सभी 3 चरणों के बारे में —
प्रारंभिक परीक्षा (Pre Exam) —
एसपी अधिकारी बनने के लिए संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा तथा स्टेट पब्लिक सर्विस कमिशन द्वारा आयोजित परीक्षा के अंतर्गत प्रथम चरण की परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा होती है। इस परीक्षा को पास करना बेहद जरूरी होता है क्योंकि इस परीक्षा को पास करने वाले लोगों को ही अगले चरण की परीक्षा का हिस्सा बनाया जाता है। इसीलिए यह परीक्षा पास करना आपके लिए अत्यंत जरूरी हो जाता है। इस परीक्षा के अंतर्गत सामान्य ज्ञान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे जाते हैं। जब आप इस परीक्षा को पास कर लेते हैं तो द्वितीय चरण की मुख्य परीक्षा देनी होती है।
मुख्य परीक्षा (Mains Exam) —
यह द्वितीय चरण की मुख्य परीक्षा है जो प्रथम चरण की प्रारंभिक परीक्षा से कठिन मानी जाती है। इस परीक्षा को केवल वही लोग देते हैं जिन्होंने प्रथम चरण की प्रारंभिक परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लिया है। अब आपको इस परीक्षा के अंतर्गत नो पेपर हल करने होते हैं। इसीलिए लगभग 5 से 7 दिन का समय इस परीक्षा को देने में लग जाता है। इस परीक्षा के अंतर्गत भारतीय भाषाओं से संबंधित सामान्य ज्ञान से संबंधित अंग्रेजी भाषा तथा निबंध से संबंधित विषय पर आधारित वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रत्येक पेपर 200 अंकों का होता है। सामान्य हिंदी तथा निबंध का पेपर 150-150 अंकों का होता है।
साक्षात्कार (Interview) —
पुलिस अधीक्षक बनने की चरण प्रक्रिया के अंतर्गत interview के लिए केवल उन्हीं लोगों को बुलाया जाता है, जिन्होंने प्रथम चरण की प्रारंभिक परीक्षा तथा द्वितीय चरण की मुख्य परीक्षा पास कर ली है। अब आप को साक्षात्कार कार्य के लिए बुलाया जाता है यानी कि अब आपको interview देना होता है। आमतौर पर SP अधिकारी बनने का interview 200 से लेकर 250 अंकों तक का होता है। इस परीक्षा को पास करना भी अनिवार्य होता है क्योंकि इंटरव्यू के दौरान मिलने वाले अंक भी आपके प्रारंभिक तथा मुख्य परीक्षा के अंकों के साथ जोड़ दिए जाते हैं। इंटरव्यू के दौरान व्यक्ति की सूझबूझ समाज व्यक्तित्व इत्यादि को परखा जाता है।
एसपी की सैलरी (SP Salary in India)
SP अधिकारी पुलिस विभाग के अंतर्गत किसी भी जिले का एक मुख्य तथा विशेष पद होता है। इस पद पर कार्यरत अधिकारी को भारतीय समाज में सम्मान की नजर से देखा जाता है। सरकार की तरफ से एसपी अधिकारी को अच्छी तनख्वाह के साथ विभिन्न प्रकार की सुविधाएं भी प्रदान की जाती है। आमतौर पर भारत में हर महीने SP अधिकारी को हर महीने सैलरी के तौर पर ₹75000 से भी अधिक दी जाती है। इसके अलावा सरकार द्वारा ₹7600 ग्रेड पे तथा विभिन्न प्रकार के अनेक सारे भत्ते और सुविधाएं प्रदान की जाती है।
निष्कर्ष:-
SP अधिकारी भारत के प्रत्येक जिला के पुलिस विभाग का मुख्य अधिकारी होता है, जिसे भारत सरकार द्वारा किसी जिले की जिम्मेदारी उठाने के लिए नियुक्त किया जाता है। SP अधिकारी अपनी सूझबूझ से जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखता है, जिले में होने वाली सभा रैली जुलूस धरने इत्यादि पर देखरेख करता है तथा पुलिस और प्रशासन को अपने अनुसार उपयोग करके जिले के अंतर्गत सभी कार्य सुचारू रूप से होने देता है।
इस पद पर कार्यरत अधिकारी को अच्छा वेतन दिया जाता है। आज के समय में अधिकांश युवा इस पद पर कार्यरत होना चाहते हैं। इसीलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी के साथ विस्तार से बता चुके हैं कि पुलिस अधीक्षक कैसे बनते हैं? हमें उम्मीद है यह जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी। अगर आपका इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी प्रश्न है? तो आप नीचे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं।