टीचर बनने का ख्वाब अक्सर हर व्यक्ति का रहता है। हर व्यक्ति आगे जाकर टीचर बनने की चाहत रखता है। टीचर बनने के लिए व्यक्ति को कई प्रकार की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है और कई प्रकार की परेशानियों को face करते हुए आगे बढ़कर अपने भविष्य को टीचर के तौर पर सुधारना चाहता है।
विद्यार्थी शुरुआत से ही टीचर बनने का फैसला ले लेता है। लेकिन टीचर बनने के लिए विद्यार्थी को कई प्रकार की पढ़ाई कई प्रकार की ट्रेनिंग और कई प्रकार के कोर्स को पूरा करने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। जिसकी जानकारी अधिकतर विद्यार्थियों के पास नहीं होती है और सही जानकारी नहीं होने की वजह से विद्यार्थी टीचर नहीं बन पाते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको TGT Training क्या होती है और टीजीटी ट्रेनिंग के माध्यम से टीजीटी टीचर कैसे बने (TGT Teacher Kaise Bane) इसके बारे में जानकारी देने का प्रयास करेंगे।
टीजीटी क्या होता है?
शिक्षा के क्षेत्र में प्रयोग होने वाला एक लोकप्रिय शब्द टीजीटी एक प्रकार का पोस्ट नहीं है। यह एक प्रकार की ट्रेनिंग है। ज्यादातर लोग टीजीटी को post समझते हैं। लेकिन यह पोस्ट नहीं है।
यह एक प्रकार का टाइटल है, जो एजुकेशन के क्षेत्र में ट्रेनिंग पूरी करने वाले व्यक्ति को प्रदान करवाया जाता है। यानी कि जो विद्यार्थी टीजीटी का एक ग्रेजुएट व्यक्ति होता है। उसे एजुकेशन की ट्रेनिंग प्राप्त कर लेनी होती है।
विद्यार्थी जब अपनी ग्रेजुएशन पूरी करने के पश्चात B.Ed का कोर्स पूरा करता है। तब विद्यार्थी को उससे पहले टीजीटी का कोर्स करना पड़ता है। B.ed कोर्स करने के बाद टीजीटी कोर्स करने की जरूरत नहीं रहती है।
TGT की ट्रेनिंग के दौरान कई प्रकार के अलग-अलग विषय को पढ़ाया जाता है। जैसे विज्ञान, गणित, इंग्लिश, हिस्ट्री, इकोनॉमिक्स इत्यादि शामिल है।
विद्यार्थी के लिए अध्यापक बनने के लिए टीजीटी की ट्रेनिंग को पूरा करना बहुत ही जरूरी होता है। इसी के पश्चात ही विद्यार्थी TGT अध्यापक बन सकता है। TGT के बाद उच्च विद्यालय के अध्यापक बनने की अनुमति मिलती है। हालांकि उच्च विद्यालय के अध्यापक बनने के लिए विद्यार्थी को टीजीटी ट्रेनिंग की तरह ही PGT ट्रेनिंग को पूरा करना होता है।
TGT Full Form in Hindi
TGT ka full form की यदि हम बात करें तो टीजीटी एक ऐसी शिक्षा प्रशिक्षित ट्रेनिंग है। जो विद्यार्थी को स्नातक करने के पश्चात करनी पड़ती है। TGT का पूरा नाम ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (Trained Graduate Teacher) होता है।
TGT की ट्रेनिंग करने के पश्चात हर विद्यार्थी सरकारी अध्यापक बनने के लिए योग्य और सक्षम माना जाता है।
TGT के लिए जरूरी योग्यता
- विद्यार्थियों के लिए न्यूनतम 21 वर्ष रखी गई है। 21 वर्ष की उम्र के विद्यार्थी टीजीटी के लिए योग्य माने जाते हैं और टीजीटी की ट्रेनिंग कर सकते हैं।
- जो विद्यार्थी टीजीटी की ट्रेनिंग करना चाहते हैं, उन विद्यार्थियों का भारतीय नागरिक होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है।
- उम्मीदवार के द्वारा नेट या राज्य स्तर की परीक्षा TET क्लियर हुई होनी चाहिए।
- इसके अलावा CTET परीक्षा के Clear किए हुए विद्यार्थी भी टीजीटी की ट्रेनिंग कर सकते हैं।
- उम्मीदवार को हिंदी व अंग्रेजी भाषा दोनों की जानकारी होनी चाहिए।
- ग्रेजुएशन डिग्री से संबंधित विषय में न्यूनतम 50% अंक होने अनिवार्य है।
- ग्रेजुएशन में कम से कम 2 वर्षों के लिए संबंधित विषय का होना अनिवार्य है।
- आईटी से संबंध रखने वाले विद्यार्थियों को टीजीटी के लिए प्राथमिकता दी जाती है।
TGT टीचर कैसे बने?
विद्यार्थी टीचर का पद हासिल करने के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक रहता है। विद्यार्थी जो टीजीटी का पद हासिल करना चाहता है। उन विद्यार्थियों के लिए सबसे पहले एक सवाल मन में पैदा होता है, कि टीजीटी टीचर कैसे बन सकते हैं (TGT Teacher Kaise Bane) तो टीजीटी टीचर बनने की प्रक्रिया हम आपको नीचे कुछ इस प्रकार से प्रदान करवा रहे हैंः
- TGT टीचर बनने के लिए विद्यार्थी को सबसे पहले अच्छे अंकों के साथ 12वीं कक्षा पास करनी होगी।
- 12वीं कक्षा पास करने के पश्चात विद्यार्थी अपने बारहवीं कक्षा के विषय के अनुसार रुचि रखने वाले विषय में ग्रेजुएशन पूरी कर ले।
- जो विद्यार्थी ग्रेजुएशन पूरी कर लेता है तब विद्यार्थी को आगे B.Ed का कोर्स करना होगा।
- जो 2 साल का होता है और यहां पर आप को पढ़ाने के अनुभव और ट्रेनिंग के साथ B.Ed का कोर्स कंप्लीट करने का मौका मिलता है।
- जब आप बीएड कंप्लीट कर लेते हैं तो आप टीजीटी की परीक्षा के लिए योग्य हो जाते हैं।
- अब राज्य सरकार के द्वारा निकाली गई TGT अध्यापक भर्तियों में आपको आवेदन लगाना होगा।
- आपको लिखित परीक्षा में अच्छे अंक के साथ पास करना है।
- उसके पश्चात जब आप TGT की परीक्षा दे देते हैं और टीजीटी की लिखित परीक्षा का रिजल्ट आ जाता है तो उसके बाद आपको आगे इंटरव्यू के लिए चयनित किया जाएगा।
- इंटरव्यू देने के बाद एक फाइनल मेरिट लिस्ट की घोषणा की जाएगी और उस फाइनल मेरिट लिस्ट के आधार पर टीजीटी अध्यापक के रूप में सभी उम्मीदवारों को नौकरी हासिल करने का मौका मिलेगा।
टीजीटी के लिए फीस कितनी होती है
TGT ट्रेनिंग के लिए जो परीक्षा देनी होती है। उससे पहले आपको इस परीक्षा के लिए आवेदन फॉर्म भरना होगा और आवेदन शुल्क को भी जमा करना होगा। आवेदन शुल्क टीजीटी की कितनी होती है। इसके बारे में यदि हम बात करें तो अलग-अलग जाति वर्ग के आधार पर अलग-अलग फीस का निर्धारण किया गया है, जो कुछ इस प्रकार से हैः
- सामान्य वर्ग के लोगों के लिए ₹750
- ईडब्ल्यूएस वर्ग के लोगों के लिए ₹450
- ओबीसी के लिए ₹750
- अनुसूचित जाति 750 रुपए
- अनुसूचित जनजाति 250 रुपए
TGT टीचर की सैलरी कितनी होती है?
जब विद्यार्थी TGT टीचर बन जाता है। तो उसके पश्चात विद्यार्थी के मन में सबसे पहले एक ख्याल पैदा होना शुरू हो जाता है, कि टीचर बनने के बाद मुझे इस पद पर रहते हुए कितनी सैलरी मिलेगी। तो हम बात करें, कि टीजीटी टीचर बनने के लिए विद्यार्थी पूरे कोशिश करके जब TGT टीचर बन जाता है,
उसके पश्चात विद्यार्थी को प्रति महीना ₹25000 से लेकर ₹45000 तक की सैलरी शुरुआत में मिलना शुरू होती है। उसके पश्चात जिस प्रकार से टीजीटी टीचर का प्रमोशन आगे से आगे पीजीटी टीचर और अन्य पदों पर होता रहता है। उसी प्रकार से सैलरी में भी इजाफा होता रहता है।
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TGT की तैयारी कैसे करें?
TGT टीचर बनने के लिए विद्यार्थी को सबसे पहले टीजीटी की परीक्षा के लिए तैयारी करनी होगी। तैयारी करने के लिए नीचे दिए गए निम्नलिखित चरणों को आप को फॉलो करना चाहिए। ताकि आप TGT टीचर परीक्षा के लिए आराम से तैयारी करके उस परीक्षा में पास हो सके।
- यदि कोई भी विद्यार्थी टीजीटी टीचर बनना चाहता है। तो विद्यार्थी के लिए सबसे पहला लक्ष्य विद्यार्थी को TGT के सिलेबस को पूरी तरह से सही से खंगालना होगा और सभी विषय में अपनी पकड़ को मजबूत बनाना होगा। यदि आप पकड़ को मजबूत नहीं बना पाए, तो आप TGT की परीक्षा को कभी भी क्रैक नहीं कर पाएंगे।
- जब आप विषय के बारे में अच्छी जानकारी ले लेते हैं। तब उसके पश्चात आपको करंट अफेयर पर मुख्य रुप से फोकस करना होगा। क्योंकि टीजीटी की परीक्षा में करंट अफेयर के सवालों को मुख्य रूप से पूछा जाता है।
- टीजीटी की परीक्षा में भाषा संबंधित सवाल अक्सर पूछे जाते हैं। जैसे कि हिंदी भाषा और अंग्रेजी भाषा से जुड़े कई सवाल पूछे जाते हैं। इसलिए आपको दोनों भाषाओं में अच्छी पकड़ बनानी होगी।
- गणित के विषय की भी अच्छी तैयारी इस परीक्षा के लिए आपको करनी चाहिए। गणित के साथ-साथ रीजन के भी काफी सवाल पूछे जाते हैं। इसलिए आपको रिजनिंग की तैयारी भी करनी चाहिए।
- आपको प्रतिदिन 5 से 7 घंटे तक बेहतर तैयारी के साथ TGT की परीक्षा देने से पहले खुद को पूरा प्रथक बनाना है। और TGT परीक्षा के पिछले 10 सालों के प्रश्नों को और प्रश्न पत्र को चालू करना है। ताकि आपको इस बात का अंदाजा लग सके कि किस प्रकार के सवाल TGT की परीक्षा में पूछे जाते हैं।
- टीजीटी की परीक्षा की तैयारी करते समय आपको मुख्य रूप से अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत, अन्य भारतीय भाषा जैसे कि पंजाबी, बंगाली, मराठी, मलयालम इत्यादि की पढ़ाई करनी होगी।
- उसके साथ ही साथ मुख्य विषय जैसे: विज्ञान, सामान्य विज्ञान, गणित, शारीरिक शिक्षा, संगीत और कंप्यूटर की तैयारी करने के साथ-साथ आपको रिजनिंग विषय की भी मुख्य रूप से तैयारी करनी होगी।
TGT परीक्षा का पैटर्न क्या होता है?
हर सरकारी भर्ती में होने वाले परीक्षा का एक निश्चित एग्जाम पैटर्न पहले से ही निर्धारित किया जाता है और उसी एग्जाम पैटर्न के आधार पर विद्यार्थी के सामने परीक्षा का प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाया जाता है। TGT परीक्षा के एग्जाम पैटर्न के बारे में यदि हम बात करें तो टीजीटी परीक्षा का एग्जाम पैटर्न कुछ इस प्रकार से हैः
- पीजीटी की परीक्षा में कुल अंक ही मुख्य अंक माने जाते हैं। यानी कि इस परीक्षा में अन्य कोई भी नंबर नहीं जुड़ता है। यहां सिर्फ आपको परीक्षा के प्रश्न पत्र को हल करके ही सफल होने की उम्मीद रखनी है। यहां किसी भी प्रकार के सर्टिफिकेट या अन्य किसी माध्यम से बोनस नंबर नहीं दिए जाते हैं।
- इस परीक्षा में कुल 125 सवाल पूछे जाते हैं। प्रत्येक सवाल चार नंबर का होता है।
- सवाल का सही जवाब देने पर आपको चार नंबर मिलते हैं और गलत जवाब देने पर माइनस मार्किंग के तौर पर कोई भी अंक नहीं काटा जाता है। जहां इस पीजीटी परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है।
- TGT की परीक्षा के प्रश्न पत्र को हल करने के लिए दो घंटे का समय दिया जाता है। यहां 125 सवालों को हल करने का 2 घंटे का समय हर विद्यार्थी को मिलता है।
- टीजीटी परीक्षा का पेपर कुल 500 नंबर का होता है। जहां इस परीक्षा में आपको विकल्प प्रश्न मिलते हैं। इन प्रश्नों का सवाल आपको ओएमआर शीट के माध्यम से पेश कर उत्तर तालिका जमा करवानी होती है।
निष्कर्ष
टीचर बनने का सपना तो हर विद्यार्थी देखता है। हर विद्यार्थी के मन में टीचर बनने का ख्वाब होता है। विद्यार्थी अपने पढ़ाई के करियर को आगे बढ़ाते हुए किसी न किसी सफल रास्ते पर चलने का प्रयास करता है। विद्यार्थियों के लिए टीजीटी टीचर बनना भी एक सुनहरा अवसर होता है।
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको टीजीटी टीचर क्या होता है और TGT टीचर कैसे बने (TGT Teacher Kaise Bane) इसके बारे में संपूर्ण जानकारी दी है। हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी। यदि किसी भी व्यक्ति को हमारे इस आर्टिकल से जुड़ा हुआ कोई भी सवाल है, तो वह हमें कमेंट के माध्यम से बता सकता है।
Sir please help agr vo disqualify kr dete h interview m to kya selection nhi hota or fir form dobara fill krna hota h kya
App tensn na le because wo just document verification hogi aur kuch intro question selection ho jayega
Sir as a knowledge agr only interview. M disqualify hue to selection nhi hoga
Sir kya ye baat sach h exam ke liye 2nd time apply krna hoga
Please sir reply jrur kriye
ha agar document verification interview me bahar kar diya tu karna padega