UP Jobs 2023:- नौकरी का इंतजार कर रहे युवाओं के लिए एक राहत भरी खबर है. आपको बता दें कि जल्द ही उत्तर प्रदेश में विभिन्न पदों को भरा जाएगा. यूपी के 3049 एडिड जूनियर हाईस्कूलों में बाबुओं और चपरासियों को अब संविदा यानि कॉन्ट्रैक्ट आधार पर नियुक्त किया जाएगा.
संविदा आधार पर किया जाएगा नियुक्त
शिक्षा निदेशालय की तरफ से आउटसोर्स और संविदा पर भर्ती के लिए प्रस्ताव भेजकर शासन से स्वीकृत की मांग की गई थी. आ रही खबरों के मुताबिक मुख्यमंत्री से हरी झंडी मिलने के बाद संविदा नियुक्ति पर आने वाले खर्च और आवश्यक मानव संसाधन आदि का ब्यौरा तैयार कर भेजा जा रहा है. इन स्कूलों में 1988 के पहले तक क्लर्क के एक और चपरासी के तीन पद होते थे.
स्कूलों में नहीं बचे एक भी चपरासी या बाबू
5 से ज्यादा विद्यार्थी होने पर दो बाबुओ की नियुक्ति का नियम था. लेख V 1988 के बाद चपरासी का पद घटाकर एक किया जा चुका है. 2018 में लिपिक और बाबू के पद को ही खत्म कर दिया. उसके बाद रिटायरमेंट की वजह से कई स्कूलों में एक भी बाबू और चपरासी नहीं बचे.ऐसे में स्कूल चलाना काफी कठिन हो गया.
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अनुचर और लिपिक के बिना स्कूल का संचालन मुश्किल
उत्तर प्रदेश सीनियर बेसिक शिक्षक संघ मंडलीय अध्यक्ष नंदलाल त्रिपाठी ने कहा कि , मानक के अनुरूप लिपिक और अनुचर की नियुक्ति होना जरूरी है. 2018 के बाद से सभी स्कूलों में चपरासी और क्लर्क नहीं है. इनके बिना स्कूल को संचालित करने में परेशानी हो रही है. उत्तर प्रदेश के सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में प्रधानाध्यापकों और सहायक अध्यापकों के 1894 पदों पर भर्ती भी कानूनी विवाद में फसी है.
हाई कोर्ट के आर्डर पर 2 साल पहले हुआ था शुरू
हाईकोर्ट के आदेश पर दो साल पहले इसकी शुरूआत हुई थी. 17 अक्तूबर 2021 को भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित हुई और 15 नवंबर 2021 को रिजल्ट जारी हुआ. हाईकोर्ट ने आदेश दिया और छह सितंबर 2022 को परिणाम संशोधित किया गया. उसके बाद फिर कुछ अभ्यर्थियों ने याचिकाएं कर दी जिन पर हाई कोर्ट में विचार चल रहा है.