12वीं कक्षा पास करने के बाद विद्यार्थियों के सामने बड़ी समस्या हो जाती है कि अब वह क्या करें. उनके पास कई सारे करियर विकल्प होते हैं जिनमें से उन्हें अपने रुचि के अनुसार विकल्प चुनना होता है. हर विद्यार्थी चाहता है कि वह ऐसी फील्ड सिलेक्ट जिसमें वह अपनी रुचि से कम कर पाए. ऐसे में अगर आप होम्योपैथिक डॉक्टर बनना चाहते हैं तो हमारी आज की यह रिपोर्ट जरूर देखें. आज हम आपको बताने जा रहे हैं की होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए आपको क्या-क्या करना होता है. आज हम इस बारे में आपको पूरी जानकारी देने जा रहे हैं ऐसे में ज्यादा जानकारी के लिए आपको अंत तक हमारे साथ बने रहना होगा.
होम्योपैथिक डॉक्टर क्या होता है-
सबसे पहले हमें होम्योपैथी का अर्थ पता होना चाहिए. भारत में होम्योपैथि की शुरुआत 19वीं सदी में हुई थी. होम्योपैथी (Homeopathy) शब्द ग्रीक भाषा के दो शब्दों ‘homeo’ और ‘pathos’ से जुड़कर बना हुआ है. ग्रीक में ‘homeo’ का अर्थ होता है similar और ‘pathos’ का अर्थ होता है suffering/treatment. होम्योपैथी की दवा इस थ्योरी पर तैयार जाती है, कि ह्यूमन बॉडी हर तकलीफ से स्वयं उभरने की क्षमता रखती है. बॉडी को मात्र थोड़ी और मजबूती की जरूरत होती है. होम्योपैथी की दवा, इन्यूनिटी मजबूत करने के लिए दी जाती है. ऐसे में होम्योपैथी दवाई आपके शरीर की इम्युनिटी पावर को बढ़ाने में काम आती है.
नेचुरल चीजों से तैयार की जाती है दवाई
Homeopathic की दवाएं नैचुरल चीज़ों जैसे प्लांट्स, मिनरल्स से तैयार की जाती हैं. होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए आप डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते हैं और डिग्री भी कर सकते. इन सबमे सबसे मशहूर कोर्स BHMS है. आज दुनिया के लगभग 84 देशों में होम्योपैथी पद्धति से इलाज किया जा रहा है. भारत में लगभग 2 लाख होम्योपैथी डॉक्टर्स हैं. यह साढ़े 5 साल को कोर्स है. इसे करने के बाद होम्योपैथी स्टूडेंट सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में प्रैक्टिस कर सकते हैं. या वे चाहे तो अपना प्राइवेट क्लीनिक भी शुरू कर सकते हैं. BHMS में एडमिशन लेने के लिए आपका साइंस स्ट्रीम से 12वीं, neet पास होना अनिवार्य है. इसके बाद उन्हें नीट यूजी पास करना होता है.
Homeopathic Doctor Kaise Bane
अगर आप होम्योपैथी डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो 12वीं में साइंस स्ट्रीम होनी चाहिए. फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी होना अनिवार्य है. साथ ही अंग्रेजी विषय में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने अनिवार्य है. हालांकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को 5 प्रतिशत की छूट प्रदान की जाती है.एलैपैथिक डॉक्टर बनने के लिए एमबीबीएस करने की आवश्यकता होती है वैसे ही होम्योपैथी डॉक्टर बनने के लिए बैचलर ऑफ होम्योपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS) कोर्स करना जरूरी होता है.
बीमारियों को जड़ से ठीक करने पर दिया जाता है पूरा ध्यान
होम्योपैथी डॉक्टर मेडिकल के क्षेत्र का एक मुख्य हिस्सा रहा है. इसमें बीमारियों को जड़ से ठीक करने पर पूरा ध्यान केंद्रित किया जाता है. कई रिसर्च में ये कहा गया है कि होम्योपैथिक दवाईंयों का कोई साइडइफेक्ट नहीं होता है. इसलिए कई लोग होम्योपैथिक दवाईंयों पर भरोसा करते हैं. इस क्षेत्र में दवाइयां को मूल रूप से खत्म करने पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है इसीलिए ज्यादातर लोग इसे अपनाते हैं.
इस प्रकार मिलता है दाखिला
इन सबके बाद फिर BHMS में दाखिला मिलेगा. मास्टर डिग्री यानि MD होम्यो के लिए कैंडिडेट के पास मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से होम्योपैथी की बैचलर डिग्री होनी चाहिए. BHMS में दाखिला देने के लिए कुछ यूनिवर्सिटीज की तरफ से एंट्रेंस टेस्ट आयोजित किया जाता हैं, लेकिन नीट यूजी पूरे भारत में मान्यता प्राप्त है. BHMS में दाखिला देने के लिए नीट के अतिरिक्त कुछ जो एंट्रेंस टेस्ट लिए जाते हैं. इन्हें पास करने वाले उम्मीदवारों को ही दाखिला मिलता है.
अगर इन अन्य एंट्रेंस टेस्ट के बारे में बात करें तो इनमें विभिन्न एंट्रेंस टेस्ट शामिल है जो इस प्रकार हैं
- भारती विद्यापीठ कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (BVP CET).
- इंजीनियरिंग, कृषि और मेडिकल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (EAMCET).
- इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस (IPU CET).
- केरल इंजीनियरिंग, कृषि और चिकित्सा (KEAM).
- पंजाब यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (PUCET).
यह है देश के टॉप कॉलेज
यहां पर हम कुछ ऐसे कॉलेज के बारे में बताने जा रहे हैं जो होम्योपैथी डॉक्टर की पढ़ाई के लिए बहुत अच्छे हैं. यहां से आप शानदार पढ़ाई प्राप्त कर सकते हैंतथा अपना कैरियर बना सकते हैं. पटना मेडिकल कॉलेज, पटना, महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, नासिक, भारती विद्यापीठ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, पुणे, लॉर्ड महावीर होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, लुधियाना, नेहरू होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, नई दिल्ली, जनार्दन राय नगर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय, उदयपुर.
पढ़ाई के बाद कर सकते हैं विभिन्न पदों पर काम
होम्योपैथी में पढ़ाई करने के बाद आप विभिन्न प्रकार के काम कर सकते हैं. अगर इस बारे में आपको जानकारी दें तो होम्योपैथी में पढ़ाई करने के बाद चिकित्सा सलाहकार (Medical consultant), मुख्य चिकित्सा कार्यालय (Chief medical office), होम्योपैथिक चिकित्सक (Homeopathic Doctor), होम्योपैथिक प्रोफेसर (Homeopathic Professor), इलेक्ट्रो होम्योपैथी डॉक्टर (electro homeopathy doctor) इत्यादि पदों पर काम किया जा सकता है.
बढ़ रही है होम्योपैथी डॉक्टर की डिमांड
क्योंकि होम्योपैथी में दवाइयां को जड़ी बूटियों और नेचुरल उत्पादों से तैयार किया जाता है ऐसे में इन दवाइयां की मांग बढ़ रही है. भारत में भी होम्योपैथी डॉक्टर की मांग में वृद्धि हो रही है. ऐसे में यह विकल्प आपके लिए अच्छा करियर ऑप्शन हो सकता है. यह आपके करियर को एक अच्छे उड़ान दे सकता है. इन दिनों अंग्रेजी दवाइयों से ज्यादा होम्योपैथी दवाइयां पर भरोसा किया जाता है. ऐसे में आप होम्योपैथी डॉक्टर बनकर अपनी सेवा प्रदान कर सकते हैं.
निष्कर्ष:-
आज के हमारे इस लेख में हमने आपको होम्योपैथी डॉक्टर के बारे में जानकारी देने का प्रयास किया है. अगर आप भी डॉक्टर बनना चाहते हैं और देश सेवा करना चाहते हैं तो हमारा यह लेख जरूर देखें. हमने आपको पूरी जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है कि एक होम्योपैथी डॉक्टर कैसे बना जा सकता है. इन दिनों होम्योपैथी डॉक्टर की डिमांड काफी बढ़ रही है ऐसे में यह आपके लिए एक अच्छा करियर विकल्प भी हो सकता है. हमने आपको जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है की होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए आपको कौन सी डिग्री करनी होती है, इसके लिए किस प्रकार एडमिशन मिलता है, देश में कौन-कौन से टॉप कॉलेज है जहां से आप पढ़ाई कर सकते हैं. तथा पढ़ाई पूरी होने के बाद आप कौन-कौन से कम कर सकते हैं. ऐसे में आशा करते हैं कि हमारा यह आर्टिकल आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा.