अगर आप एक महिला है और ग्रहणी है लेकिन नौकरी करना चाहती है तो हमारा यह आर्टिकल जरूर देखें। आज हम आपको इस बारे में बताने जा रहे हैं कि राजस्थान में आशा सहयोगिनी की नौकरी किस प्रकार प्राप्त की जा सकती है। जी हां हम आपको बताएंगे कि आप राजस्थान में किस प्रकार आशा सहयोगिनी बन सकती हैं। हम यहां पर आपको पूरी जानकारी उपलब्ध करवा रही है कि आशा सहयोगिनी बनने के लिए आपके पास क्या पात्रता होनी चाहिए शैक्षणिक योग्यता कितनी होनी चाहिए आपकी आयु कितनी होगी इत्यादि। ऐसे में अगर आप इस भर्ती के लिए इच्छुक हैं तो हमारे साथ बने रहे।
आशा सहयोगिनी योग्यता (Asha Sahyogini Qualification 2024)
आपको बता दें कि राजस्थान में आशा सहयोगिनी बनने के लिए दसवीं पास महिलाएं भी आवेदन कर सकती हैं। जी हां अगर आप ज्यादा पढ़ी-लिखी नहीं है सिर्फ दसवीं पास है तो भी आपको यह मौका मिल सकता है। ऐसे में महिलाओं के लिए आंगनवाड़ी में नौकरी प्राप्त करने का यह सुनहरा मौका है। महिला एवं बाल विकास विभाग राजस्थान द्वारा आशा सहयोगिनी की रिक्ति पदों में भर्ती के लिए समय-समय भर्ती अधिसूचना जारी की जाती है। ऐसे में आप इस भर्ती के लिए आवेदन कर सकती है तथा नौकरी प्राप्त कर सकती हैं।
होनी चाहिए यह पात्रता (Asha Sahyogini Eligibility)
आशा सहयोगिनी बनने के लिए आपको कुछ पात्रता को पूरा करना होगा जैसे उम्मीदवार की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष तथा अधिकतम उम्र 40 वर्ष होनी चाहिए। SC/ ST आरक्षित वर्ग से संबंधित उम्मीदवार की अधिमतम उम्र 45 साल रखी गई है। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों कों आयु-सीमा में नियमानुसार छुट दी जाती है। ध्यान रहे कि इन पदों के लिए केवल महिला ही आवेदन कर सकती हैं। इन पदों के लिए उम्मीदवार विवाहित होनी चाहिए। आवेदक का जिस आंगनवाडी केंद्र में आशा सहयोगिनी के लिए चयन हो रहा है, उम्मीदवार उस ग्राम या वार्ड की निवासी होना चाहिए।
आशा सहयोगिनी भर्ती का लक्ष्य
इस भर्ती के पीछे सरकार का लक्ष्य है कि महिलाओं का उत्थान किया जा सके तथा उनकी भागीदारी को बढ़ाया जा सके। आशा सहयोगिनी बनने के बाद महिलाओं की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होता है। महिलाएं आत्मनिर्भर बन पाती है। इस प्रकार महिलाएं अपने तथा अपने परिवार की भी सहायता कर सकती हैं।
Asha Sahyogini भर्ती प्रक्रिया
आंगनबाड़ी केंद्र में ‘Asha Sahyogini’ नामक एक अतिरिक्त कार्यकर्ता को पोषण, स्वास्थ्य, पूर्व स्कूली शिक्षा की जानकारी और सेवाओं की परिकल्पना हुई है। सहयोगिनी की भूमिका NRHM के तहत आशा की भूमिका जैसी है। इसलिए एक ही क्षेत्र में एक ही प्रकार की सेवाएं देने वाले श्रमिकों के घर-घर जाकर दोहराव से बचने के लिए, राज्य स्तर पर फैसला लिया गया है कि केवल आंगनबाड़ी होगी जो DWCD और DMHS के साथ काम करेंगी। इस कार्यकर्ता को सहयोगिनी के साथ सहगामी आशा एक कार्यकर्ता के रूप में जाना जाता है जिसे समुदाय की तरफ से ग्राम पंचायत के माध्यम से चुना जाता है, यह समुदाय के प्रति जिम्मेदार होती है।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- अंक सूची
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पहचान पत्र आदि।
आशा सहयोगिनी भर्ती आवेदन शुल्क
अगर इस भर्ती के लिए आवेदन शुल्क के बारे में बात करें तो यह पूर्णतया निशुल्क भर्ती है। यानी कि किसी भी वर्ग के उम्मीदवार को इन पदों पर आवेदन करने के लिए कोई भी आवेदन शुल्क नहीं देना होता है। इन पदों पर बिल्कुल फ्री आवेदन किए जा सकते हैं। महिलाएं ऑफलाइन माध्यम से संबंधित कार्यालय से आवेदन फॉर्म लेकर आवेदन कर सकती है।
आशा सहयोगिनी के कार्य
- चार प्रसव पूर्व जांच, संस्थागत प्रसव और प्रसवोत्तर जांच सुनिश्चित करना।
- जोखिम कों पहचानना एवं माँ और बच्चे को स्वास्थ्य संस्थान में रेफर करना।
- टीकाकरण के लिए ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर आंगनबाड़ी में बच्चों की उपस्थिति को प्रोत्साहित करना।
- ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति की मासिक बैठकें आयोजित करना।
- परिवार नियोजन के लिए दंपतियों को परामर्श देना और पात्र दंपतियों को गर्भ निरोधकों कों वितरित करना।
- हर घर में बच्चों के टीकाकरण के लिए माताओं को सलाह देना।
- मलेरिया, अंधापन आदि जैसी बीमारियों को कंट्रोल करने के लिए समुदाय और स्वास्थ्य सेवाओं के बीच इंटरफेस करना तथा उन्हें इस बारे में जागरूक करना।
आशा सहयोगिनी की भूमिकाएं और जिम्मेदारियां
जागरूकता पैदा करना: आशा सहयोगिनी को स्वास्थ्य, पोषण, बुनियादी स्वच्छता, स्वच्छ प्रथाओं, सवस्थ रहने की स्थिती, मौजूदा स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी और स्वास्थ्य पोषण और परिवार कल्याण सेवाओं के समय पर उपयोग और काम करने की आवश्यकता के लिए आम जनता को जागरूक करना होता है।
परामर्श:- जन्म की तैयारी, सुरक्षित और संस्थागत प्रसव का महत्व, स्तनपान, टीकाकरण,गर्भनिरोधक, पोषण और अन्य स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में आशा सहयोगिनी मां को पूरी जानकारी देती है। तथा उन्हें प्रसव के दौरान सावधानियां बरतने के बारे में सलाह भी देती है।
मोबलाइजेशन:- आंगनबाड़ी केंद्रों, उपकेंद्रों,PHC, CHC और जिला अस्पतालों में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने और उनका लाभ उठाने की सुविधा के बारे में जानकारी देना।
नहीं होती कोई परीक्षा
आशा सहयोगिनी के पदों पर उम्मीदवारों का चयन करने के लिए कोई भी परीक्षा नहीं ली जाती। यानी कि उम्मीदवारों की भर्ती बिना किसी परीक्षा की होती है। समय समय पर इस भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की जाती है। सभी इच्छुक महिलाएं इन पदों के लिए आवेदन कर सकती हैं।
इतनी होती है आशा सहयोगिनी सैलरी
राजस्थान में आशा सहयोगिनी की सैलरी कितनी है यह जानना बहुत जरूरी है। बता दें कि चयनित उम्मीदवारों कों राजस्थान में आशा सहयोगिनी के रूप में 4098 रूपये प्रतिमाह वेतन दिया जाता है। इससे पहले राजस्थान सरकार आशा सहयोगिनी को प्रतिमाह 3564 रूपये मानदेय भुगतान दिया जाता था।
यह भी देखें:-
आंगनबाड़ी महिला सुपरवाइजर कैसे बने?
निष्कर्ष:-
आज की हमारी इस आर्टिकल में हमने जाना की राजस्थान में आशा सहयोगिनी किस प्रकार बना जा सकता है। इसके लिए क्या-क्या पात्रता होनी चाहिए तथा किस प्रकार महिलाओं का चयन होता है। सबसे अच्छी बात यह है कि इस भर्ती के लिए कोई भी परीक्षा नहीं होती। केवल महिला उम्मीदवार ही इस भर्ती के लिए आवेदन कर सकती हैं। समय-समय पर सरकार द्वारा इन पदों पर भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की जाती है। ऐसे में जो भी महिलाएं आशा सहयोगिनी बनना चाहती है वह आवेदन भेज सकती हैं।