हर किसी के सपने अलग-अलग होते हैं। कोई शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है तो कोई खेलों में जाना जाता है। पर हमेशा से शिक्षा हर क्षेत्र से आगे रही है। सभी बच्चों के अभिवावक चाहते हैं कि उनके बच्चे पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करें। हर कोई चाहता है कि उनके बच्चे पढ़ लिखकर काबिल बन और अपने भविष्य को सवांर सके। ऐसे में माता-पिता अपने बच्चों को अच्छे से अच्छे स्कूल में दाखिला दिलाते हैं। पर यह सुनिश्चित करना भी जरूरी होता है कि जहां पर आपका बच्चा पढ़ रहा है वहां उसे बिल्कुल अच्छी शिक्षा मिल रही है या नहीं।
DEO Kya Hota Hai
प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर काफी चिंतित रहते हैं। उन्हें अक्सर चिंता लगी रहती है कि वह अच्छे से पढ़ाई कर रहा है या नहीं। ऐसे में स्कूलों की जांच करने के लिए एक व्यक्ति की नियुक्ति की जाती है जिसे जिला शिक्षा अधिकारी कहते हैं या deo ka full form District Education Officer होता है। इस ऑफिसर का काम स्कूलों की जांच करना होता है। आज हम इसी बारे में बात कर रहे हैं कि जिला शिक्षा अधिकारी किस प्रकार बना जा सकता है। इसके लिए क्या-क्या पात्रता तथा शैक्षणिक योग्यता चाहिए होती है। अगर आप भी जानकारी के लिए इच्छुक है तो अंत तक हमारे साथ बने रहे। हम आपको इस बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध करवाने का प्रयास करेंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए
जिला शिक्षा अधिकारी बनने के लिए आप 12वीं पास होने चाहिए। 12वीं पास करने के बाद आपको किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी विषय से स्नातक पास होना अनिवार्य है। इसमें आपको किसी भी तरह के शारीरिक परीक्षा नहीं देनी होती। जिला शिक्षा अधिकारी बनने के लिए आपका ग्रेजुएट होना अनिवार्य है। अगर आप स्नातक पास नहीं है तो आप जिला शिक्षा अधिकारी बनने के योग्य नहीं माने जाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारी बनने के लिए एक विशेष आयु सीमा भी तय की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी बनने के लिए आपकी न्यूनतम आयु सीमा 21 साल तथा अधिकतम आयु सीमा 40 साल होनी चाहिए। अगर आप अनुसूचित जाति या जनजाति से संबंधित है तो आपको सरकारी नियमों के अनुसार आयु में कुछ छूट भी दी जाएगी। अगर आप इस आयु वर्ग से संबंधित है तो ही आप जिला शिक्षा अधिकारी बन सकते हैं।
DEO Kaise Bane- जिला शिक्षा अधिकारी बनने के लिए कौन सी परीक्षा देनी होती है
जिला शिक्षा अधिकारी बनने के लिए आपको अपने राज्य के पब्लिक सर्विस कमिशन की परीक्षा को पास करना होता है। यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित होती है। पहले प्रारंभिक परीक्षा होती है, फिर मुख्य परीक्षा होती है, इसके बाद इंटरव्यू होता है। जो भी इन तीनों चरणों को पार कर लेता है उसे जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में नियुक्ति मिलती है। हर राज्य की तरफ से समय-समय पर इस भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की जाती है तथा परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए आपको जी-जान से मेहनत करनी होती है। प्रत्येक जिले में एक जिला शिक्षा अधिकारी की नियुक्ति की जाती है जो प्राइमरी और हाई स्कूल में जाकर जांच करता है।
जिला शिक्षा अधिकारी के क्या काम होते हैं
जिला शिक्षा अधिकारी अपने जिले का शिक्षा व्यवस्था का देख रेख करता है, यह प्राइमरी और सेकेंडरी सरकारी स्कूल की जांच करता है। जिला शिक्षा अधिकारी शिक्षा विभाग में बेसिक शिक्षा अधिकारी का पद होता है। यह पद शिक्षा विभाग के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित पद होता है। अधिकारी द्वारा यह जाँचा है कि स्कूल में शिक्षा कैसी दी जा रही है, इसमें क्या कमी है, स्टूडेंट को क्या सुविधा मिल रही है, विद्यार्थियों को सभी सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है या फिर नहीं। यह सब सुनिश्चित करना एक जिला शिक्षा अधिकारी का काम होता है। DEO किसी जिले के एक विभाग का शिक्षा संचालक होता है। जिला शिक्षा अधिकारी चेक करता है कि स्कूल में सही तरीके से शिक्षा दी जा रही है, या नही।
अधिकारी के द्वारा यह भी चेक किया जाता है कि विद्यार्थियों को स्कूल में मिलने वाली योजनाए जैसे यूनिफार्म, किताब, भोजन का लाभ दिया जा रहा है या फिर इन्हें वंचित रखा जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी पूरी निगरानी रखता है कि स्कूल में सभी शिक्षक टाइम पर आ रहे है, या नही। जिला शिक्षा अधिकारी के पास यह शक्ति भी होती है कि यदि कोई अध्यापक सही से काम नहीं करता है तो वह उसे दंड दे सकता है। इस प्रकार जो भी व्यक्ति जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर नियुक्त होता है उसके कंधों पर बहुत सारी जिम्मेदारियां होती हैं। पूरे जिले की शिक्षा संचालक की जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी के कंधों पर ही होती है।
जिला शिक्षा अधिकारी की सैलरी कितनी होती है
अगर हम जिला शिक्षा अधिकारी के वेतन के बारे में बात करें तो यह 45000 से शुरू होकर लाखों तक जाती है। जिला शिक्षा अधिकारी की सैलरी उसके एरिया तथा एक्सपीरियंस पर भी निर्भर करती है। जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ता जाता है आपका वेतन भी बढ़ता जाता है।
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निष्कर्ष:-
आज के हमारे इस लेख में हमने जिला शिक्षा अधिकारी के बारे में जाना। हमने जानकारी प्राप्त की की जिला शिक्षा अधिकारी कौन होता है और इसका क्या कार्य होता है। हमने जानकारी प्राप्त की की एक जिला शिक्षा अधिकारी बनने के लिए हमें कौन सी पढ़ाई करनी होती है और कौन सी परीक्षा पास करनी होती है। जिला शिक्षा अधिकारी का काम प्राइमरी और हाई स्कूलों में अध्यापकों और प्रिंसिपलों की जांच करना होता है। पूरे जिले की शिक्षा व्यवस्था का भार उन्हीं के कंधों पर होता है।
ऐसे में उन्हें शिक्षा संचालन के बारे में पूरा ध्यान रखना होता है। इसके अलावा उन्हें इस बात की भी पूरी जानकारी रखनी होती है कि स्कूलों में बच्चों को सभी योजनाओं का लाभ सही से मिल रहा है या नहीं। अगर कोई अध्यापक या प्रधानाचार्य सही से काम नहीं कर रहा है तो जिला शिक्षा अधिकारी के पास यह शक्ति भी होती है कि वह उन्हें दंडित कर सकता है। ऐसे में अगर आप भी जिला शिक्षा अधिकारी बनना चाहते हैं तो हमारा यह लेख अवश्य पढ़े। आशा करते हैं कि हमारा यह लेख आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इस लेख को अपने सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें, धन्यवाद।