क्या आप जानते हैं गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी से क्या क्या मिलता है? आप आंगनबाड़ी के बारे में तो जानते ही होंगे। आगनबाडी वह केंद्र है जिसमें आंगनबाड़ी केंद्र कों वेतनभागी अगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा संचालित किया जाता है और आंगनबाड़ी सहायिका उसकी मदद के लिए होती है। भारत में बढ़ती हुई बच्चों की जनसंख्या तथा कुपोषण के लक्षणों को देखते हुए भारत सरकार ने आंगनवाड़ी केंद्रों को एक विशेष पहचान प्रदान की है। इन केंद्रों पर समाज के गरीब वर्ग के बच्चों को काफी सहायता दी जाती है तथा इन केन्द्रों से गर्भवती महिला और उनको बच्चों को भी कई तरह की सुविधा दी जाती है।
गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी से क्या क्या मिलता है-
गर्भवती महिला तथा उनके बच्चों को भोजन की किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती है। आंगनबाड़ी केंद्र कों 2 अक्टूबर 1975 को पूरे भारत में शुरू किया गया था। इसका मुख्य लक्ष्य बच्चों, गर्भवती महिला तथा दूध पिलाने वाली माताओं की स्वास्थ्य पोषण और विकास की आवश्यकताओं की पूर्ति करना है। गर्भधारण के दौरान महिलाएं अपना तथा अपने बच्चों का पूर्ण ध्यान रखें, उनमें कितना वजन होना चाहिए उन्हें क्या खाना चाहिए, तथा जन्म के बाद बच्चे की पूरी देखरेख जैसे उसमें कितना वजन है, बच्चों को कोई बीमारी तो नहीं है इत्यादि जांचना आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का काम होता है। पारंपरिक आंगनबाड़ी कार्यक्रम के तहत 6 प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाती है जिनमें पूरक पोषण आहार, पोषण एवं स्वास्थ्य परामर्श, टीकाकरण स्कूल व पूर्व शिक्षा, स्वास्थ्य जांच और सन्दर्भ सेवाएं शामिल है।
आंगनबाड़ी माता एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं विकास संबंधित सहायता करती है। आंगनबाड़ी के जरिए नवजात शिशु तथा गर्भवती महिलाओं को कई तरह की सुविधा प्रदान की जाती है। आंगनबाड़ी में नवजात शिशु और 6 साल से कम आयु के बच्चों की देखरेख की जाती है। आंगनबाड़ी की ओर से 3 से 6 वर्ष तक बच्चों को शिक्षा दी जाती है। आंगनबाड़ी केंद्र में 6 वर्ष तक आयु को बच्चों को पोषण आहार दिया जाता है। आंगनबाड़ी के कर्यकर्ता बच्चों के खान-पान पर विशेष ध्यान देते है। यदि कोई बच्चा कुपोषित है तो उन्हें तुरंत अस्पताल भेजना तथा स्वास्थ्य सुविधा आंगनबाड़ी की तरफ से प्रदान की जाती है। अगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तरफ से पूरी कोशिश की जाती है कि नवजात बच्चों को कोई भी बीमारी नहीं हो तथा वह कुपोषित नहीं हो और उनका स्वास्थ्य ठीक रहे।
गर्भवती महिलाओं को दी जाती है विभिन्न प्रकार की सुविधा
अगर इस बारे में बात करें कि आंगनबाड़ी केंद्र की तरफ से गर्भवती महिलाओं को क्या-क्या सुविधा दी जाती है तो आपको बता दें कि केंद्र की तरफ से गर्भवती महिलाओं को कई तरह की सुविधा प्रदान की जाती है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं को पूरी तरह मार्गदर्शन देती है कि उन्हें अपना ध्यान किस प्रकार रखना है, उन्हें क्या खाना है जो उनके तथा उनके बच्चे दोनों के लिए अच्छा हो। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता महिलाओं को सलाह देती है कि उन्हें क्या करना चाहिए जिससे उनके बच्चे का विकास पूर्ण रूप से हो।
दूसरे महीने आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर देनी होती है जानकारी
गर्भवती महिलाओं कों गर्भधारण के दूसरे महीने में आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर अपना जानकारी देनी होती है। जिसके बाद आंगनवाड़ी केंद्र आपकी पूरी डीटेल्स को आंगनवाड़ी कार्यालय भेज देता है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की तरफ से आपको यह जानकारी दी जाती है कि आपकी डिलीवरी कब होगी और आपका कौन-कौन सा इंजेक्शन की जरूरत है।
₹1500 दी जाती है प्रोत्साहन राशि
डिलीवरी होने के बाद आपको राशन भी दिया जाता है एवं प्रधानमंत्री योजना के तहत आपको 1500 रु प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। यह प्रोत्साहन राशि इसलिए दी जाती है ताकि आप अपने खान-पान का पूरा ध्यान रख सके और अपने बच्चों का विकास सुनिश्चित कर सकें।
इस प्रकार ले सकते हैं सुविधा का लाभ
गर्भवती महिलाओं को यह सारी सुविधा लेने के लिए सबसे पहले आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए आपको आगनबाड़ी केंद्र में जाना होता है व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सभी जानकारी देनी होती है। प्रेगनेंसी की जानकारी ज़ब आंगनबाड़ी केंद्र तक पहुंच जाती है तो आपको सभी सुविधाओं का लाभ दिया जाता है।
- योजना के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- वोटर आईडी बैंक
- खाता का पासबुक
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो, इत्यादि।
गर्भवती महिलाओं को सुविधा लेने के लिए करना होता है रजिस्ट्रेशन
- इस योजना में आवेदन करने के लिए सबसे पहले आवेदक कों बताये गए सभी दस्तावेजों को अपने पास रखना होता है। आवेदक महिला के पास यह सभी दस्तावेज उपलब्ध होने चाहिए।
- इसके बाद आंगनबाड़ी केंद्र से आपको एक फॉर्म लेना होता है और पूछी गई जानकारी को सावधानीपूर्वक दर्ज करना होता है।
- अब आपको आवेदन फार्म के साथ सभी मांगे गए दस्तावेज लगाने होते हैं।
- इसके बाद आपको अपना एप्लीकेशन फॉर्म आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर जमा करवाना होता है।
- इस प्रकार आपका रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाता है।
- आपकी डिलीवरी होने के बाद हर महीने आपको ₹1500 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।
अलग-अलग राज्यों में दी जाती है अलग-अलग सुविधा
विभिन्न राज्यों की सरकारों की तरफ से गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्र की ओर से कई तरह की सुविधा प्रदान की जाती है जैसे उत्तर प्रदेश राज्य की तरफ से एक कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं को कई तरह का लाभ दिया जाता है। राज्य के अनुपूरक पोषाहारकार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों पर पौष्टिक भोजन प्रदान किया जाता है। भोजन में हर दिन 600 कैलोरी ऊर्जा और 20-25 ग्राम प्रोटीन शामिल होता है। इसमें गेहूं के आटे की बर्फी, मूंग दाल की खिचड़ी और बेसन जैसी चीजें शामिल होती हैं। हरियाणा में आंगनबाड़ी केंद्रों में गेहूं, चावल, सरसों का तेल, दूध की पैकेट इत्यादि कई तरह का राशन उपलब्ध करवाया जाता है। इन सब के पीछे सरकार का एक ही उद्देश्य है कि नवजात शिशु तथा उसकी माता दोनों स्वस्थ रहें तथा दोनों का सर्वांगीण विकास हो पाए।
यह भी देखें:-
आंगनवाड़ी फॉर्म भरने के लिए क्या-क्या दस्तावेज चाहिए?
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निष्कर्ष:-
आज कि हमारे इस आर्टिकल में हमने आपको जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया कि आंगनबाड़ी केंद्र में गर्भवती महिलाओं को कौन-कौन सी सुविधाएं दी जाती है। आशा करते हैं कि हमारा यह आर्टिकल आपके लिए लाभप्रद होगा। आज के हमारे इस लेख में हमने बताया कि गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य तथा नवजात बच्चों कि स्वास्थ्य का आंगनबाड़ी केंद्र में पूरा ध्यान रखा जाता है।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं को पूरे दिशा निर्देश देते हैं कि उन्हें किस प्रकार रहना है क्या खाना है जिससे उनके बच्चे का सर्वांगीण विकास होता तथा वह हस्त पोस्ट पैदा हो। बच्चों के जन्म के बाद महिला और नवजात शिशु दोनों की देखरेख की जाती है। हमने आपको बताया कि एक गर्भवती महिला किस प्रकार इसके लिए रजिस्ट्रेशन कर सकती है तथा उसे कौन-कौन से लाभ दिए जाते हैं। इस जानकारी को आप आपने जानने वालों के साथ सांझा कर सकते हैं, धन्यवाद।
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