Why Graduates are Unemployed in India देखा जाए तो आज भी हमारे देश में बहुत सारे कैंडिडेट ऐसे हैं जो पढ़े लिखे होने के बावजूद भी बेरोजगार हैं। ग्रेजुएट होने के बावजूद भी अभी तक उनको नौकरी नहीं मिल पाई है और हमारे देश में हजारों लाखों नहीं बल्कि करोड़ों युवा बेरोजगार बैठे हैं। आज की Post में हम इसी टॉपिक पर बात करने जा रहे हैं कि इंडिया में Graduates बेरोजगार क्यों हैं। Why Graduates are Unemployed in India, अगर आप भी जानना चाहते हैं तो इस पोस्ट के साथ End तक बने रहे।
ग्रेजुएट कैंडिडेट की बेरोजगारी दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही हैं। हमारे भारत में मिलियंस लोग ऐसे हैं जो ग्रेजुएट अच्छे marks के साथ पास होने के बाद भी अभी तक बिना नौकरी के घर में बैठे हुए हैं। बेरोजगारी एक ऐसी चीज है जिसे इंटरनेट पर लगातार सर्च किया जाता है Why Graduates are Unemployed in India बेरोजगारी ऐसा कीड़ा है जिसे हर दूसरा युवा परेशान है तो चलिए सरल भाषा में समझते हैं भारत में ग्रेजुएट बेरोजगार क्यों हैं।
बेरोजगार बेरोजगारी या नहीं तो Unemployment यह वह शब्द हैं जो हर किसी शख्स की जुबान पर सुने जाते हैं। जैसे की हम सब जानते हैं न्यूज़पेपर हो या टीवी चैनल्स इन सब में बेरोजगारी शब्द ने एक खास हिस्सा बना रखा है। जिसमें बेरोजगारों को निशाना बनाया जाता है और हजारों तरह के Advertisement दिए जाते हैं जिसमें कुछ genuine भी होते हैं और कुछ fake भी और इनको पहचान पाना भी काफी मुश्किल होता है।
Graduate बेरोजगार होने के कारण
- Guidance की कमी: आजकल देखा जाए तो सभी सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में सही शिक्षा का अभाव है और Students को Proper शिक्षा नहीं मिल पाता है। देखा जाए तो शिक्षा एक व्यापार बन चुका है, और प्राइवेट की बात करी जाए तो वेल qualified staff नहीं होता है और students को सही balance नहीं मिल पाती है।
- Economic व्यवस्था : यदि कुछ private संस्थानों में शिक्षा अच्छी होती है तो वहां की fees इतनी ज्यादा होती है कुछ candidate उसे pay नहीं कर पाते हैं। देखा जाए तो शिक्षा पर भी पैसों का ही अधिकार हो चुका है और काबिल students वंचित रह जाते हैं।
- शिक्षा की Quality में कमी: Teaching Quality और Curriculum आज के समय के मुकाबले कमजोर है। बच्चों को आज भी उसी Old Syllabus के According पढ़ाया जाता है जो आज से 10-12 साल पहले पढ़ाया जाता रहा है। देखा जाए तो पढ़ाने का System बदलना चाहिए पढ़ने और पढ़ाने के नाम पर समझ से कुछ बार ही हो रहा है।
- सही Counselor का ना मिलना: सिर्फ कॉलेज करिकुलम मैं सुधार लाने से कुछ नहीं होगा आज के कंपटीशन भरे समय में Institutes को भी students का पूरा साथ देना चाहिए। और उनके career के प्रति सही से काउंसलिंग करनी चाहिए ताकि इस बेरोजगारी की समस्या को हल किया जा सके।
- Student का Career प्रति जुनून: शिक्षा संस्थानों में Minimum Attendance पर ध्यान नहीं दिया जाता, Students College आते हैं सिर्फ Formality पूरा करने के लिए। कई बार तो शिक्षक भी ऐसे होते हैं जो सिर्फ अटेंडेंस के लिए ही क्लास में आते हैं और उनको सिर्फ अपनी सैलरी से मतलब होता है। कहा जाए तो उनको Students के भविष्य से कोई लेना देना नहीं है।
Survey Report के अनुसार:
Graduate Unemployment पर एक सर्वे किया गया और इसमें यह बात Clear हुई कि हमारे देश में सबसे ज्यादा बेरोजगार Engineer क्षेत्र के Candidate हैं और यह संख्या लगभग 20% है। इतनी खराब हालातों का क्या कारण हो सकता है और इसमें कैसे सुधार लाया जा सकता है। यह सवाल बार-बार खड़े होते हैं, India मैं हर साल 30,000,00 से ज्यादा Students graduation पास कर लेते हैं। इनमें से 25 परसेंट इंजीनियर होते हैं और कुछ बाकी Stream के स्टूडेंट होते हैं। इनमें से कुछ को ही नौकरी मिल पाती है और लगभग बाकी बेरोजगार ही रह जाते हैं।
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निष्कर्ष:-
Teachers, College या Institutes सभी एक जैसे नहीं होते कुछ अपना काम इमानदारी से भी करते हैं। और वहां से Students सफल होकर आते हैं, एक अच्छे गुरु की हम हमेशा इज्जत करते हैं। अब तक आप समज गए होंगे why Graduate are unemployed in India. अगर आपको हमारा लेख अच्छा लगा है तो इसे अपने सोशल मीडिया पर दोस्तों के साथ Share जरूर करें, और अपनी राय Comment Box मैं जरूर रखें, धन्यबाद।
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