Domicile Certificate एक आधिकारिक दस्तावेज होता है जो किसी व्यक्ति की निवास स्थान की पुष्टि करता है। इस सर्टिफिकेट को सभी राज्यों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। लेकिन मुख्य रूप से यह मूल निवास के रूप में ही काम करता है। इस सर्टिफिकेट से यह तय होता है कि वह व्यक्ति किस जगह पर रहता है, किस शहर में रहता है, किस राज्य में निवास करता है। इससे यह साबित हो जाता है कि इस जगह पर शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर रहा है। इस सर्टिफिकेट की आवश्यकता भी विभिन्न उद्देश्यों के लिए अलग-अलग होती है। लेकिन आमतौर पर इस सर्टिफिकेट का इस्तेमाल विभिन्न प्रकार की सरकारी सुविधाओं के लिए ही किया जाता है।
Domicile Certificate Kya Hota Hai? (What is Domicile Certificate in Hindi)—
Domicile Certificate एक प्रकार का निवास प्रमाण पत्र होता है, जो किसी भी व्यक्ति के निवास स्थान की पुष्टि करता है। इस सर्टिफिकेट से यह सिद्ध हो जाता है कि यह व्यक्ति इस स्थान जगह शहर राज्य में निवास करता है। इस सर्टिफिकेट का इस्तेमाल आमतौर पर सरकारी सुविधाओं के लिए किया जाता है। विद्यार्थियों को इस सर्टिफिकेट का इस्तेमाल विद्यालय में छात्रवृत्ति तथा अन्य सुविधाओं के लिए करना होता है, जबकि दूसरे व्यक्तियों को नौकरी तथा विभिन्न प्रकार की सरकारी योजना और सुविधाओं के लिए करना होता है। आमतौर पर सरकार ही विभिन्न प्रकार की सुविधाएं वितरण करने के लिए इस सर्टिफिकेट को प्रमाण मानती है।
भारत के विभिन्न राज्यों में इस सर्टिफिकेट को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। आमतौर पर उत्तर भारत में इस सर्टिफिकेट को मूल निवास प्रमाण पत्र नाम से भी जाना जाता है। अगर आपको कहीं पर भी किसी नौकरी के लिए जा रहे हैं तो वहां पर आपको Domicile Certificate की आवश्यकता होगी विशेष रूप से सरकारी नौकरियों के लिए ऐसे प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। इसके अलावा बैंक में खाता खुलवाने के लिए, वोटर आईडी कार्ड बनाने के लिए, कॉलेज स्कूल में एडमिशन के लिए, पासपोर्ट के लिए तथा विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों के लिए, विभिन्न प्रकार की सरकारी सुविधाओं के लिए और विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं के लिए सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है।
डोमिसाइल सर्टिफिकेट कैसे बनाएं और कैसे प्राप्त करें? —
Domicile Certificate प्राप्त करने के लिए कुछ आवश्यक दस्तावेजों की जरूरत होती है। इन दस्तावेजों को जमा करने के बाद एक आवेदन पत्र दर्ज किया जाता है और उसके बाद इस सर्टिफिकेट की प्रक्रिया शुरू होती है। निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत होती है जो डोमिसाइल सर्टिफिकेट के लिए आवश्यक होते हैं —
- Domicile Certificate प्राप्त करने के लिए आपको सबसे पहले आवेदन फार्म भरना होगा। यह आवेदन फार्म भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हो सकता है लेकिन इसका तरीका एक ही है।
- आवेदन फार्म में पूछी गई सभी जरूरी और सामान्य जानकारी को दर्ज करना होता है।
- डोमिसाइल सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए आपको कुछ पहचान पत्र की भी आवश्यकता होगी।
- पहचान पत्र के तौर पर आप अपना आधार कार्ड, अपना पैन कार्ड, अपना ड्राइविंग लाइसेंस या फिर राशन कार्ड भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- आवेदन फार्म के साथ एक ऐसे दस्तावेज की भी आवश्यकता होगी, जिसमें आपके निवास स्थान की जानकारी है।
- Domicile Certificate प्राप्त करने के लिए आपके पास कोई एक ऐसा प्रमाण पत्र है जिसमें नाम, पता, जन्मतिथि, जाति, धर्म इत्यादि अंकित है तो उस एक दस्तावेज पर ही आपको यह सर्टिफिकेट मिल जाएगा।
- आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि इस सर्टिफिकेट के लिए आपको जन्म प्रमाण पत्र की भी आवश्यकता होगी।
- इस प्रमाण पत्र के लिए आपको आपके शिक्षण संस्थान के आवेदन पत्र की जरूरत होती है। यह आवेदन पत्र स्कूल के अध्यापक अथवा प्रधानाचार्य द्वारा जारी किया जाता है।
- डोमिसाइल सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आपको अपनी जमीन को प्रमाणित करने वाली नकल की आवश्यकता होगी।
- जमीन की नकल के अलावा अपनी संपत्ति को प्रमाणित करने वाले प्रमाण पत्र के आधार पर भी आप यह सर्टिफिकेट बनवा सकते हैं।
- यदि आप शादीशुदा है तो आपको विवाह पंजीकरण पत्र की आवश्यकता होगी विवाह पंजीकरण पत्र के साथ भी प्रमाण पत्र बनता है।
- डोमिसाइल सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आपके दो पासपोर्ट साइज फोटो की भी आवश्यकता होगी। आप अपने दो पासपोर्ट साइज फोटो खिंचवा कर तैयार रखें और आवेदन फार्म पर चिपका दें।
इन सभी जरूरी दस्तावेजों के साथ आपको अपने जिला कार्यालय या स्थानीय तहसील दफ्तर जाना होगा तथा यहां पर आवेदन फार्म जमा करवा कर अपने सभी दस्तावेजों को जमा करवाना होगा। ऐसा करने के बाद आपको सर्टिफिकेट के लिए शुल्क का भुगतान भी करना होगा। आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि भारत के अलग-अलग राज्यों में आवेदन शुल्क की राशि अलग-अलग हो सकती है तथा इस आवेदन का प्रकार भी थोड़ा सा अलग हो सकता है। भारत के अलग-अलग राज्यों में इस सर्टिफिकेट को बदले में अलग-अलग समय लग सकता है। लेकिन अब आप जल्दी प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन भी इस सर्टिफिकेट को बनवा सकते हैं।
Domicile Certificate की आवश्यकता वर्तमान समय में अनेक जगहों पर होती हैं जिनमें बैंक का खाता खुलवाना नौकरी के लिए आवेदन करना पहचान पत्र बनवाना योजना के लिए आवेदन करना तथा अनेक प्रकार के कार्य शामिल है। विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति का लाभ लेने के लिए भी डोमिसाइल सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है। वर्तमान समय में आप ऑनलाइन माध्यम से भी डोमिसाइल सर्टिफिकेट को बनवा सकते हैं। इसके लिए भी ऑफलाइन की तरह विभिन्न प्रकार के दस्तावेजों की आवश्यकता होती है जो हम आपको ऊपर बता चुके हैं। Domicile Certificate भारत का कोई भी नागरिक बनवा सकता है। लेकिन उसके पास जरूरी और महत्वपूर्ण दस्तावेज होने चाहिए।
यह भी देखें:- स्कॉलरशिप क्या है स्कॉलरशिप कैसे प्राप्त करते हैं?
Conclusion
वर्तमान समय में सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की सुविधाएं विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जाती है, जिसका लाभ लेने के लिए आपको विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र और पहचान पत्र की आवश्यकता होती है। इन प्रमाण पत्र और पहचान पत्र में एक अन्य पत्र निवास प्रमाण पत्र की भी आवश्यकता होती है, जिसे भारत के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नाम से जाना जाता है। लेकिन यह वास्तव में Domicile Certificate होता है, जो आपके निवास स्थान को प्रमाणित करता है और उसी आधार पर आपको सरकारी सुविधाएं और योजनाएं के लिए लाभ प्रदान किया जाता है। तो इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी के साथ विस्तार पूर्वक डोमिसाइल सर्टिफिकेट के बारे में बता चुके हैं। उम्मीद करते हैं यह जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी। अगर आपका इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी प्रश्न है? तो आप नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं।