वर्तमान समय में दुनिया भर में चिकित्सा का क्षेत्र बहुत बड़ा हो चुका है क्योंकि हर दिन चिकित्सा के क्षेत्र में नए-नए आविष्कार होते हैं और हर असंभव काम को चिकित्सकों द्वारा संभव करके बताया जा रहा है, जिसका श्रेय चिकित्सा शिक्षा को दिया जाता है। वर्तमान समय में लाखों और करोड़ों युवा चिकित्सक बनने का सपना देखते हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं क्योंकि दुनिया भर में चिकित्सा के छात्रों में अच्छी कमाई अच्छे प्रद और बेहतरीन करियर देखने को मिलता है। इसीलिए युवा चिकित्सा के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं दुनियाभर में चिकित्सा का क्षेत्र काफी बड़ा है जिसमें अनेक तरह के विभाग और अनगिनत पद होते हैं।
भारत में भी वर्तमान समय में चिकित्सा से संबंधित अनेक प्रकार के नए-नए आविष्कार हो रहे हैं। अनेक प्रकार के नए-नए विभाग और पद उपलब्ध कराए जा रहे हैं जिसके लिए विभिन्न प्रकार के नए-नए कोर्स को भी शामिल किया गया है। अगर आप भी भारत में डॉक्टर बनने का सपना देख रहे हैं तो आपको अनेक प्रकार के डॉक्टर से जुड़े कोर्स करना होते हैं जिनमें से एक कोर्स BSMS काफी है। लेकिन आज के समय में अधिकांश युवाओं को इस कोर्स के बारे में अधिक जानकारी नहीं है। तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको BSMS कोर्स की संपूर्ण जानकारी बताएंगे ताकि डॉक्टर बनने का सपना देखने वाले विद्यार्थी अपने इस सपने को आसान बना सकें।
BSMS कोर्स क्या है? (BSMS Course Details in Hindi) —
BSMS full form Bachelor Of Siddha Medicine and Surgery है, जिसे बैचलर ऑफ सिद्ध मेडिसिन एंड सर्जरी उच्चारित किया जाता है। BSMS हिंदी में स्नातक में सिद्ध औषध प्रणाली और शल्य चिकित्सा होता है। BSMS यह एक चिकित्सा से संबंधित अंडरग्रैजुएट डिग्री कोर्स है। इस कोर्स से सिद्ध चिकित्सा प्रणाली से संबंधित शिक्षा प्रदान की जाती है। इस कोर्स को पूर्ण करने में साढे 4 वर्षों का समय लग सकता है तथा इस कोर्स के लिए प्रवेश हेतु विद्यार्थी का विज्ञान विषय के साथ बारहवीं कक्षा अच्छे अंको से पास होनी चाहिए।
विज्ञान विषय में 12वीं कक्षा पास करने के बाद डॉक्टर बनने का सपना देखने वाले विद्यार्थी इस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि बीएसएमएस कोर्स चिकित्सा शिक्षा पर आधारित एक स्नातक डिग्री कोर्स है। यह कोर्स आयुष प्रणाली पर आधारित चिकित्सा पद्धति में सबसे प्राचीन सिद्ध प्रणाली पर आधारित है। सिद्ध चिकित्सा पद्धति के अनुसार मनुष्य के शरीर की शारीरिक और मनोवैज्ञानिक प्रक्रियाओं को सात तत्वों में विभाजित किया जाता है।
BSMS Course Eligibility in Hindi 2024—
दूसरे वर्ष की भांति इस वर्ष के अंतर्गत भी विद्यार्थियों को प्रवेश प्राप्त करने हेतु निर्धारित की गई योग्यता से होकर गुजरना होता है क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण कोर्स है। इसीलिए इस कोर्स के लिए निर्धारित की गई योग्यता के आधार पर आवेदन करना होता है। BSMS कोर्स की एबिलिटी निम्नलिखित है —
- BSMS कोर्स के लिए आवेदन करने वाला विद्यार्थी बारहवीं कक्षा पास होना चाहिए।
- आवेदक किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा पास कर सकता है।
- आवेदन करने वाले आवेदक के 12वीं बोर्ड में कम से कम 50% अंक प्राप्त होने चाहिए।
- BSMS कोर्स के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थी को 12वीं कक्षा भौतिक विज्ञान जीव विज्ञान और रसायन विज्ञान जैसे विषय में ही पास करनी होगी।
- इस कोर्स के लिए आवेदन करने वाले आवेदक की न्यूनतम आयु सीमा 17 वर्ष निर्धारित की गई है।
- इस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा भी आयोजित करवाई जाती है।
- प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर काउंसलिंग करके प्रवेश दिया जाता है।
- इस कोर्स के लिए निर्धारित की गई सभी योग्यता का पालन करते हुए परीक्षा में उचित अंक प्राप्त करने पर प्रवेश हो जाता है।
BSMS Course Duration in Hindi 2024—
BSMS कोर्स एक महत्वपूर्ण कोर्स है। अगर आप इस कोर्स को करना चाहते हैं तो पहले ही इस कोर्स की अवधि के बारे में जान लेना चाहिए हम आपको बता देते हैं कि BSMS कोर्स के लिए अवधि 4.5 वर्ष निर्धारित की गई है। इन 4.5 वर्षों के पश्चात कॉलेज में सिद्ध चिकित्सा प्रणाली की शिक्षा प्रदान की जाती है। यह शिक्षा पूरी होने के पश्चात 1 वर्ष की Internship Training भी करवाई जाती है। उस ट्रेनिंग को भी पास करना जरूरी है। Internship Training के दौरान विद्यार्थी को सिद्ध चिकित्सा प्रणाली के अनुसार मरीज का इलाज करने की व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया जाता है।
इंटरशिप ट्रेनिंग के माध्यम से विद्यार्थी विभिन्न प्रकार के मनुष्य जीवन के रोगों से व्यवहारिक रुप से अनुभव से रूबरू होता है। जो उस विद्यार्थी के जीवन में आगे बढ़ कर काफी काम आने वाला है। इसीलिए इस ट्रेनिंग को काफी ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है और इस ट्रेनिंग पर आयोजकों की कड़ी नजर भी रहती है आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि कॉलेज की एकेडमिक शिक्षा में कुल 4.5 वर्ष और 1 वर्ष की इंटर्नशिप ट्रेनिंग को मिलाकर इस कोर्स को लगभग 5.5 वर्षों में पूरा किया जाता है।
BSMS Course Fees in Hindi 2024—
बी एस एम एस कोर्स कितना महत्वपूर्ण है। यह बात तो आप अब तक भली-भांति जान चुके हैं तो अब हम यह भी जान लेते हैं कि इस course के लिए आपको कितनी fees चुकानी होगी। आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि वर्तमान समय में भारत के अनेक सारे college और शिक्षण संस्थान इस कोर्स को करवा रहे हैं जिनमें सरकारी और निजी संस्थान भी शामिल है। तो आपको सरकारी संस्थानों और कॉलेजों में कम फीस में यह कोर्स मिल जाता है जबकि प्राइवेट संस्थानों में इसके लिए आपको अधिक पैसे देने होते हैं। इसके अलावा कॉलेज में मिलने वाली सुविधाएं भी fees पर असर डालती है। इस कोर्स के लिए Infrastructure Faculties और सिलेबस की वजह से भी फीस में बढ़ोतरी हो जाती है।
आपकी सुविधा के लिए बता देते हैं कि सरकारी शिक्षण संस्थानों में BSMS Course Fees लगभग ₹10000 प्रति वर्ष से शुरू हो जाती है। जबकि प्राइवेट कॉलेज और शिक्षण संस्थान कम से कम ₹350000 प्रतिवर्ष से भी अधिक fees की वसूली करते हैं। इस fees के अलावा course पर अनेक सारे दूसरे खर्चे भी आते हैं जिसमें कॉलेज में प्रवेश प्राप्त करने हेतु प्रवेश परीक्षा के लिए अलग से खर्च आता है। आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि प्रवेश परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षा में से एक हैं। आपने नीट परीक्षा का नाम तो सुना ही होगा। इस परीक्षा को पास करने में भी काफी समय और पैसे खर्च हो जाते हैं।
BSMS Syllabus Details in Hindi 2024—
बी. एस. एम. एस. कोर्स का सिलेबस आपके लिए ज्यादा ना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर आप बिना सिलेबस जाने इस कोर्स का हिस्सा बन जाते हैं, तो आपके लिए यह कोर्स शुरुआती समय में काफी मुश्किल हो सकता है। इसीलिए अगर आप पहले से ही इस कोर्स के अंतर्गत आने वाले विषयों की थोड़ी बहुत जानकारी प्राप्त कर लेते हैं। तो शुरूआत से ही आप इस कोर्स को आसानी से और अच्छी तरह से समझ लेंगे, तो BSMS कोर्स का सिलेबस जानते हैं—
- विष विज्ञान और फोरेंसिक
- सामुदायिक चिकित्सा और स्वच्छता
- प्रसूति एवं स्त्री रोग
- वर्म थेरेपी
- सिद्ध मेडिसिन फंडामेंटल्स
- सिद्ध पैथोलॉजी
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीतियां और अनुसंधान
- आधुनिक पैथोलॉजी
- अनुसंधान क्रियाविधि
- फार्माकोग्नॉसी
- चिकित्सा सांख्यिकी की रिपोर्ट
- औषधीय वनस्पति विज्ञान
BSMS Syllabus in Hindi –
1. First Year Syllabus
- जैव-रसायन विज्ञान
- औषधीय वनस्पति विज्ञान और भेषज विज्ञान
- सूक्ष्म जीव विज्ञान
- सिद्ध चिकित्सा का इतिहास और मौलिक सिद्धांत
2. Second Year Syllabus
- पेपर -I एनाटॉमी
- पेपर -II एनाटॉमी
- पेपर -I फिजियोलॉजी
- पेपर -II फिजियोलॉजी
- औषधीय रसायन विज्ञान और औषधीय जूलॉजी
- सिद्ध औषधीय हर्बल विज्ञान
- सिद्ध औषधीय भूविज्ञान
3. Third Year Syllabus
- पेपर -I सिद्ध पैथोलॉजी
- पेपर- II आधुनिक विकृति विज्ञान के सिद्धांत
- फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीतियों, स्वच्छता और सामुदायिक चिकित्सा
- अनुसंधान पद्धति और चिकित्सा-सांख्यिकी
4. Fourth Year Syllabus
- चिकित्सा
- वर्मम थेरेपी, बाहरी थेरेपी और विशेष दवा
- प्रसूति एवं स्त्री रोग
- बाल रोग
- दंत चिकित्सा और त्वचाविज्ञान सर्जरी
BSMS Course के बाद Salary —
BSMS कोर्स करने के बाद चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर के पद पर अनेक सारे विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिल जाते हैं। जहां पर काम के अनुसार hospitals तथा चिकित्सालय के आधार पर वेतन दिया जाता है। अनुभव के आधार पर भी वेतन दिया जाता है तथा कुछ समय बाद वेतन में और बढ़ोतरी की जाती है, लेकिन हम आपको औसत के अनुसार आंकड़ा निकालकर बताए तो BSMS Salary लगभग ₹50000 महीना से लेकर ₹700000 प्रति महीना तक हो सकती है। अगर कोई व्यक्ति अपना खुद का क्लीनिक खोल कर बैठता है तो वह महीने के ₹1000000 भी आसानी से कमा सकता है।
BSMS Course के लिए College —
भारत में BSMS कोर्स को करने के लिए विभिन्न प्रकार के शिक्षण संस्थान मौजूद है। इन प्रमुख शिक्षण संस्थानों की सूची इस प्रकार है —
- Sri Sai Ram Siddha Medical College, Chennai
- Government Siddha Medical College, Chennai
- Government Siddha Medical College, Palani
- A.T.S.V.S Siddha Medical College, Kanyakumari
- Government Siddha Medical College, Palayamkottai
- Santhigiri Siddha Medical College, Tiruvananthapuram
- R.V.S. Siddha Medical College & Hospital, Coimbatore
- Velu Mailu Siddha Medical College, Sriperumbudur
- Sivaraj Siddha Medical College, Salem
- KUHS – Kerala University of Health Sciences, Thrissur
- Madhya Pradesh Medical Science University, Jabalpur
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Conclusion
BSMS Course विशेष रूप से उन विद्यार्थियों के लिए है जो शुरू से ही डॉक्टर बनने का सपना देखते है। इसमें आपको अत्यंत प्राचीन चिकित्सा पद्धति सिखाई जाती है तथा पूरी तरह से ट्रेनिंग करके एक चिकित्सक बनाया जाता है। इस कोर्स में दूसरे कोर्स की भांति अलग से विषय दिए गए हैं, जिनमें अत्यंत प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति को शामिल किया गया है। इसीलिए इस Course की काफी ज्यादा demand देखने को मिल रही है। परंतु अधिकांश विद्यार्थी को इस कोर्स के बारे में जानकारी नहीं है। इसीलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में पूरी जानकारी के साथ विस्तार पूर्वक BSMS Course के बारे में बता चुके हैं। हमें उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए जरूर ही उपयोगी साबित हुई होगी। अगर आपका कोई प्रश्न है? तो कमेंट करके पूछ सकते हैं।