मेडिकल क्षेत्र में Bachelor of Homeopathic Medicine And Surgery एक बैचलर डिग्री प्रोग्राम है। इस डिग्री में होम्योपैथिक प्रणाली के चिकित्सा को शामिल किया गया है। इसको पढ़ने के बाद आप एक होम्योपैथिक चिकित्सक बन जाते हैं। इस कोर्स को पूरा करने के बाद आप होम्योपैथिक चिकित्सा क्षेत्र के क्षेत्र में काम कर सकते हैं। बदलते समय के साथ मेडिकल छात्र में भी विभिन्न प्रकार के बदलाव देखने को मिल रहे हैं, इन बदलावों में होम्योपैथिक की डिमांड भी काफी ज्यादा देखने को मिल रही है जिसकी वजह से काफी सारे चिकित्सक होम्योपैथिक का चयन करते हैं और होम्योपैथिक चिकित्सा बनकर काम करते हैं। अधिकांश लोगों को इस विषय में जानकारी नहीं है तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको Bachelor of Homeopathic Medicine And Surgery कोर्स के बारे में पूरी जानकारी विस्तारपूर्वक बताएंगे।
BHMS Kya Hai? —
BHMS ka full form Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery और bhms full form in Hindi (बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी) होता है। यह एक अंडरग्रैजुएट कोर्स है, जिसमें आपको मेडिकल में होम्योपैथिक से जुड़ी पढ़ाई करवाई जाती है। इस कोर्स को पूरा करने में आपको 4.5 साल आप जाते हैं और 1 साल की इंटरशिप भी करवाई जाती है BHMS कोर्स करने के बाद आप होमियोपैथिक मेडिकल फील्ड में डॉक्टर बन जाते हैं। इस डिग्री को करने के बाद आपके नाम के आगे डॉक्टर नाम लगाया जाता है। बता देते हैं कि इस कोर्स के अंतर्गत होम्योपैथिक से जुड़ी जानकारी के साथ प्रेक्टिकल ज्ञान भी किया जाता है और प्रशिक्षण के साथ एक होमियोपैथिक डॉक्टर बनाया जाता है।
बीएचएमएस कोर्स की अवधि—
BHMS यानी Bachelor of Homeopathic Medicine And Surgery कोर्स होम्योपैथिक क्षेत्र में अंडरग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम है। इस डिग्री को प्राप्त करने के लिए 5.5 साल के शैक्षणिक कार्यक्रम को पूरा करना होता है जिसमें 4 साल का शैक्षणिक क्षेत्र होता है, जबकि 1 साल का इंटर्नशिप कार्यक्रम होता है। इस आधार पर बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिकल एंड सर्जरी कोर्स के लिए साडे 5 वर्ष लग जाते हैं, लेकिन साडे 5 वर्ष के बाद आप एक होम्योपैथिक चिकित्सक बनकर निकलते हैं और होम्योपैथिक के क्षेत्र में डॉक्टर का कार्य करते हैं।
BHMS कोर्स सिलेबस 2024—
Bachelor of Homeopathic Medicine And Surgery कोर्स एक काफी महत्वपूर्ण कोर्स है। इसीलिए इस कोर्स में विभिन्न प्रकार के जरूरी विषय को शामिल किया गया है जो एक होम्योपैथिक चिकित्सक का निर्माण करता है। इस कोर्स के अंतर्गत सामान्य एनाटॉमी, रीजनल एनाटॉमी, बॉडी फ्लूइड्स, रेस्पिरेटरी, पाचन या उत्सर्जन प्रणाली जैसे विषय आपकी पकड़ मजबूत करने में मदद करेंगे। तो आइए ऐसे कोर्स के सिलेबस को विस्तार पूर्वक समझते हैं —
प्रथम वर्ष —
- फिजियोलॉजी इन्क्लूडिंग बायोकेमिस्ट्री
- एनाटॉमी
- होम्योपैथिक मटेरिया मेडिका
- होम्योपैथिक फार्मेसी
- हिस्टोलॉजी
- ऑरगेनन ऑफ़ मेडिसिन
- प्रिंसिपल्स ऑफ़ होम्योपैथिक फिलॉसोफी एंड साइकोलॉजी
- एम्ब्रायोलॉजी
द्वितीय वर्ष —
- मेडिसिन एंड प्रैक्टिस ऑफ़ होमोथेराप्यूटिक्स
- आब्सटेट्रिक्स एंड गायनोकॉलोजी चाइल्ड केयर एंड होम्यो थेराप्यूटिक्स
- ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ प्रिंसिपल्स ऑफ़ मेडिसिन एंड होम्योपैथिक फिलॉसोफी
- फोरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी
- होम्योपैथिक मटेरिया मेडिका
- ईएनटी, आई डेंटल और होमियो थेरेप्यूटिक्स सहित सर्जरी
- पैथोलॉजी
- माइक्रोबायोलॉजी
- वायरोलॉजी
- पैरासिटोलॉजी बैक्टीरियोलॉजी
तृतीय वर्ष —
- ईएनटी, ऑप्थल्मोलॉजी, डेंटल और होमियो थेरेप्यूटिक्स सहित सर्जरी
- ऑरगेनन ऑफ़ मेडिसिन
- होम्योपैथिक मटेरिया मेडिका
- मेडिसिन एंड प्रैक्टिस ऑफ़ होमयोथेराप्यूटिक्स
- आब्सटेट्रिक्स एंड गायनोकॉलोजी चाइल्ड केयर एंड होम्यो थेराप्यूटिक्स
चतुर्थ वर्ष —
- ऑरगेनन ऑफ़ मेडिसिन
- होम्योपैथिक मटेरिया मेडिका
- मेडिसिन एंड प्रैक्टिस ऑफ़ होमयोथेराप्यूटिक्स
- रिपर्टरी
- कम्युनिटी मेडिसिन
विदेश में BHMS Course के लिए Top College—
यदि Bachelor of Homeopathic Medicine And Surgery कोर्स को भारत से बाहर विदेशों के किसी कॉलेज से या शिक्षण संस्थान से करना चाहते हैं, तो वहां पर भी विभिन्न प्रकार के कॉलेज उपलब्ध है और विभिन्न प्रकार के नाम से अलग-अलग होम्योपैथिक कोर्स करवाया जाता है। जिनके नाम निम्नलिखित हैं —
- ओंटारियो कॉलेज ऑफ़ होम्योपैथिक मेडिसिन, यूके
- एलन कॉलेज ऑफ़ होम्योपैथी, यूके
- कैनेडियन कॉलेज ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन, कनाडा
- ग्लोबल इन्फॉर्मेशन सेंटर ऑन इंटरनेशनल मेडिसिन, ऑस्ट्रेलिया
- लंदन कॉलेज ऑफ़ होम्योपैथी, यूके
- नार्थ अमेरिकन कॉलेज ऑफ़ होमियोपैथी, अमेरीका
- लॉस एंजिल्स स्कूल ऑफ़ होम्योपैथी, अमेरीका
- नॉर्थवेस्ट कॉलेज ऑफ़ होम्योपैथी, यूके
भारत में BHMS Course के लिए शीर्ष कॉलेज —
जैसा की आप सभी भली-भांति जानते हैं कि होम्योपैथिक की जड़े भारत से जुड़ी हुई है। भारत के इतिहास में नजर डालें तो सदियों से हमें होम्योपैथिक की पद्धति देखने को मिलती है। इसीलिए वर्तमान समय में भारत के कॉलेज विश्वविद्यालय प्रशिक्षण संस्थानों में फिर से होम्योपैथिक चिकित्सक क्षेत्र को उजागर किया गया है और विभिन्न प्रकार के कोर्स डिग्रियां और विषय को इनमें शामिल किया गया है। तो भारत में बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी कोर्स के लिए भारत के सिर्फ 10 कॉलेजों की सूची इस प्रकार है —
- भारती विद्यापीठ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, पुणे
- नैमीनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, आगरा
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल हैल्थ साइंसेज एंड आयुष, छत्तीसगढ़ यूनिवर्सिटी रायपुर
- लोकमान्य होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, पुणे
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ कल्चर, मथुरा
- गवर्नमेंट होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, पुणे
- केरल यूनिवर्सिटी ऑफ़ हैल्थ साइंसेज, त्रिशूर
- चंदाबेन मोहनभाई पटेल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, मुंबई
- कलकत्ता होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल
- जीडी मेमोरियल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल
BHMS की फीस —
Bachelor of Homeopathic Medicine And Surgery कोर्स एक महत्वपूर्ण कोर्स है जिसके लिए लगभग साडे 5 वर्ष का समय लग जाता है। वर्तमान समय में भारत के अनेक सारे शिक्षण संस्थान इसको इसको करवाते हैं जिनमें प्राइवेट और सरकारी शिक्षण संस्थान शामिल है। अगर हम बात करें इस कोर्स की फीस की तो यह फिस किसी शिक्षण संस्थान पर निर्भर करती है। कोई शिक्षण संस्थान अत्यधिक लोकप्रिय है, प्रतिष्ठित है, तो उस आधार पर फीस निर्धारित होती है। इसके अलावा सरकारी कॉलेज की फीस ₹20000 वार्षिक आधार पर लगती है। जबकि प्राइवेट कॉलेजों में यह फीस ₹50000 से लेकर ₹300000 प्रति वर्ष भी लिए जाते हैं।
BHMS के लिए निर्धारित कि गई योग्यता —
Bachelor of Homeopathic Medicine And Surgery कोर्स कितना महत्वपूर्ण कोर्स है। यह बात आप अब तक जान चुके हैं, तो अब हमें यह भी जान लेना चाहिए कि इस कोर्स को करने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए। बता देते हैं कि इस महत्वपूर्ण कोर्स के लिए कुछ योग्यताएं निर्धारित की गई है, जिसके आधार पर आवेदक द्वारा आवेदन किया जाता है। इस कोर्स की निम्नलिखित योग्यताएं हैं —
- आवेदक का बारहवीं कक्षा पास होना जरूरी है।
- बारहवीं कक्षा किसी भी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान से पास कर सकते हैं।
- आवेदक को आरक्षण में न्यूनतम 50% अंक प्राप्त करने अनिवार्य है।
- आवेदक का बारहवीं कक्षा दसवीं विज्ञान, जीव विज्ञान अथवा भौतिक विज्ञान से ही पास होना जरूरी है।
- आवेदन करने वाले उम्मीदवार की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए।
- सिर्फ कॉलेजों द्वारा प्रवेश के लिए NEET प्रवेश परीक्षा पास करने जरूरी है।
BHMS के लिए आवेदन प्रक्रिया —
- आवेदन करने के लिए सबसे पहले चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशल वेबसाइट पर पहुंचे।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपना अकाउंट बनाकर रजिस्ट्रेशन पूरा करें।
- रजिस्ट्रेशन होने के बाद यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त हो जाएगा।
- अब वेबसाइट पर साइन इन करें और चुने हुए कोर्स का चयन करें।
- अब आपको आवेदन फार्म भरना होगा।
- आवेदन फार्म में सभी जरूरी और महत्वपूर्ण जानकारी को दर्ज करें।
- अब आवेदन फार्म के साथ में संबंधित और जरूरी दस्तावेजों को भी अपलोड करें।
- एक बार पुनः आवेदन फार्म की अच्छी तरह से जांच कर ले
- अब आवेदन फॉर्म सबमिट के बटन पर क्लिक करके सबमिट कर दें।
- अब प्रवेश परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा।
- प्रवेश परीक्षा देने के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें।
- परीक्षा में आने वाले अंकों के आधार पर आप का चयन किया जाएगा, व लिस्ट जारी करके सूचित कर दिया जाएगा।
BHMS कोर्स के बाद रोजगार क्षेत्र (BHMS Ke Baad Kya Kare)—
Bachelor of Homeopathic Medicine And Surgery कोर्स को करने के बाद आपको करियर की बिल्कुल भी चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह वर्तमान समय की डिमांड वाला कोर्स है, जिसे करने के बाद आप होम्योपैथिक क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के पद पर कार्य कर सकते हैं। विभिन्न प्रकार की नौकरियां कर सकते हैं और एक बेहतर भविष्य चुन सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद विभिन्न प्रकार के निम्नलिखित रोजगार क्षेत्र देखने को मिलते हैं —
- चैरिटेबल इंस्टिट्यूशन
- रिसर्च इंस्टिट्यूट
- रिसर्च इंस्टिट्यूट
- फार्मेसी
- इंडिविजुअल क्लीनिक
- निजी अस्पताल
- क्लिनिक
- डिस्पेंसरीज़
- अस्पताल
- मेडिकल कॉलेज
- नर्सिंग होम
- ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट
- होम्योपैथिक मेडिसिन स्टोर
- फार्मासिस्ट
BHMS के बाद सैलरी —
अगर आप Bachelor of Homeopathic Medicine And Surgery कोर्स को सफलतापूर्वक कर लेते हैं। तो अब आपके सामने विभिन्न प्रकार की नौकरियां उपलब्ध हो जाती है। आप जिस भी पद पर नियुक्त होते हैं उसके आधार पर आपकी सैलरी निर्धारित होती है। अधिकांश लोग सरकारी नौकरी करते हैं काफी अच्छी सैलरी दी जाती है। वर्तमान समय में इस कोर्स को करने के बाद आप हर महीने 50 से ₹60000 आसानी से कमा सकते हैं। बता देते हैं कि अनुभव के साथ और समय के साथ वेतन में बढ़ोतरी हो जाती है तथा बड़े अस्पतालों में एवं उच्च पदों पर नौकरियां करने पर यह वेतन इससे भी कहीं गुना अधिक मिलता है। सरकारी नौकरी के अंतर्गत अन्य दूसरी सुविधाएं भी मिल जाती है।
यह भी देखें:-
हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स क्या होता है कैसे करें?
BMLT कोर्स में करियर कैसे बनाएं?
FAQ: (BHMS Course से जुड़े सवाल जवाब)
बीएचएमएस डॉक्टर क्या होते हैं?
BHMS एक अंडरग्रैजुएट कोर्स है, जिसमें आपको मेडिकल में होम्योपैथिक से जुड़ी पढ़ाई करवाई जाती है। यह कोर्स करीब साढ़े पांच साल का कोर्स होता है, जिसमें 4.5 साल तक कॉलेज और 1 साल की इंटर्नशिप शामिल है।
BHMS में एडमिशन कैसे होता है?
बीएचएमएस (BHMS) कोर्स में एडमिशन के लिए अभ्यर्थी की उम्र न्यूनतम 17 वर्ष होनी चाहिए, लेकिन अधिकतम उम्र की कोई सीमा नहीं है। इसी के साथ एंट्रेंस एग्जाम पास को एडमिशन मिलता है।
क्या BHMS डॉक्टर हॉस्पिटल खोल सकता है?
बीएचएमएस कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में प्रैक्टिस करेंगे या फिर अपना खुद का क्लीनिक भी खोल सकते हैं।
क्या BHMS को नीट की आवश्यकता है?
जी हां, BHMS कोर्स में एडमिशन के लिए उम्मीदवार को नीट की परीक्षा पास करना जरूरी है।
Conclusion
Bachelor of Homeopathic Medicine And Surgery कोर्स को करने के बाद आपके सामने रोजगार क्षेत्र और नौकरियों के अंबार देखने को मिल जाते हैं। वर्तमान समय की डिमांड वाला यह कोर्स करने के बाद आपको अच्छी सैलरी मिल जाती है। अच्छे पद मिल जाते हैं, बता देते हैं कि होम्योपैथिक का जुड़ाव सदियों से भारत से ही रहा है और होम्योपैथिक का जन्म स्थल भी भारत ही माना जाता है, ऐसी स्थिति में वर्तमान समय में होम्योपैथिक को भारत में काफी सम्मान मिल रहा है। आप इस कोर्स को करके इस सम्मान में योगदान भी दे सकते हैं और अपना जीवन भी संवार सकते हैं। अधिकांश विद्यार्थियों को इस विषय में जानकारी नहीं थी, तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको आसान भाषा में पूरी जानकारी विस्तार पूर्वक बता चुके हैं। हमें उम्मीद है यह जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी।