Agriculture का अर्थ होता है कृषि। भारत एक कृषि प्रधान देश है क्योंकि युगों युगों से भारत की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। खेती से ही भारत अपना जीवन यापन करता है। देश की अर्थव्यवस्था में खेती का बहुत बड़ा योगदान है। इसीलिए आप Agriculture के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। अगर आपने यह सोचा है कि हम आपको खेती करने की सलाह दे रहे हैं, तो यह बिल्कुल गलत है क्योंकि वर्तमान समय में एग्रीकल्चर के रूप में विभिन्न पदों पर कार्यरत होकर आप एक बेहतरीन करियर विकल्प चुन सकते हैं।
आज के समय में हमें ऐसी अनेक सारी खबरें देखने को मिलती है जिसमें विदेशों से लोग वापस लौट कर खेती करते हैं और करोड़ों रुपए कमा लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि वह लोग इतने सारे पैसे कैसे कमाते हैं। बता रहे हैं कि वर्तमान समय में खेती से संबंधित विभिन्न प्रकार की खेती की पद्धति प्रक्रिया सामने आई है। विशेष रुप से इजराइल की खेती प्रक्रिया से देश में बड़े पैमाने पर खेती की जा रही है। इजराइल खेती प्रक्रिया के अनुसार कम जमीन में और कम समय में लाखों रुपए की कमाई होती है। यही वजह है कि विदेशों में लोग बड़ी-बड़ी नौकरियां छोड़कर अपने देश लौटकर यहां पर खेती करके लाखों और करोड़ों रुपए कमा रहे हैं।
जैसा कि आपको पता ही है कि वर्तमान समय में काम करने के प्रत्येक तरीकों में बदलाव आ चुका है। इसी प्रकार का बदलाव खेती के क्षेत्र में भी आ चुका है। बता दें कि विभिन्न प्रकार की वैज्ञानिक स्वरूप से खेती की जा रही है जिसमें किस तरह से खेती करना है? कौन-कौन सी खेती करना है? किस प्रकार से सिंचाई करना है? तथा कौन-कौन से कीटनाशक का उपयोग करना है? इस प्रकार की विभिन्न प्रकार की पढ़ाई या करवाई जाती है। आज के समय में Agriculture एक बहुत बड़ा क्षेत्र बन चुका है। जहां पर लोग नौकरी करके एक बेहतरीन करियर विकल्प देखते हैं। तो आइए आज किस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि Agriculture में करियर कैसे बनाएं?
एग्रीकल्चर की पढ़ाई कैसे करे?
Agriculture में करियर बनाने के लिए आपको विभिन्न प्रकार के कोर्स करने होते है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्तमान समय में Agriculture का क्षेत्र बहुत बड़ा है। इसीलिए इसमें आपको विभिन्न प्रकार के नौकरियां करनी होती है विभिन्न प्रकार के पदों पर कार्य करके आप अपना एक बेहतरीन करियर विकल्प चुन सकते हैं। एग्रीकल्चर के सत्र में विभिन्न प्रकार की डिग्रियां उपलब्ध कराई जाती है, जिनमें Bachelor, Diploma, Masters इत्यादि शामिल हैं। तो आइए एग्रीकल्चर के क्षेत्र में आने वाले कोर्स के बारे में भी आपको बताते हैं।
Agriculture के कोर्स कौन-कौनसे हैं? –
- मास्टर ऑफ साइंस इन एग्रीकल्चर
- मास्टर ऑफ साइंस इन एग्रीकल्चर बॉटनी
- बीटेक इन एग्रीकल्चर
- डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एंड अलाइड प्रेक्टिसस
- डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग
- बैचरल ऑफ साइंस इन एग्रीकल्चर
- बैचलर ऑफ साइंस आनर्स
- मास्टर ऑफ साइंस इन बायोलॉजिकल साइंस
- डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर
- बैचलर ऑफ साइंस इन क्रॉप फिजियोलॉजी
- डिप्लोमा इन फ़ूड प्रोसेसिंग
आधुनिक कृषि के प्रकार –
आज का समय बदल चुका है लगभग प्रत्येक कार्य को आधुनिक तरीके से किया जा रहा है जिसमें Internet और Technology का बहुत बड़ा योगदान है। इसी जगह जी के आधार पर तथा वैज्ञानिकों के सहारे पर अत्याधुनिक तरीके से खेती की जा रही है, जिसमें कम समय में कम जगह पर कार कंपनी से मोटा मुनाफा कमाया जाता है और बड़े पैमाने पर फसल का उत्पादन किया जाता है। इसमें कृषि इंजीनियर पता भारतीय प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तो आइए जानते हैं कि अत्याधुनिक तरीके से आधुनिक कृषि के प्रकार कौन-कौन से हैं?
कृषि इंजीनियरिंग —
आज के समय में लगभग प्रत्येक क्षेत्र में इंजीनियरिंग से कार्य को आसानी से किया जाता है। अब कृषि के क्षेत्र में भी इंजीनियर की पद्धति शुरू हो चुकी है। बता दें कि कृषि इंजीनियरिंग की मदद से ऐसे विशेष उपकरण तथा मशीनरी बनाई गई है जो कम समय में और कम जमीन पर लाखों रुपए की कमाई वाली फसलों को तैयार करता है। बता दें कि कृषि इंजीनियरिंग के तहत जल की निकासी सिंचाई ग्रामीण बिजली ग्रामीण रचनाएं मिट्टी का संरक्षण तथा कृषि के उपकरण इत्यादि विकल्प शामिल है। कृषि इंजीनियरिंग के अंतर्गत कृषि गतिविधियों को देखा जाता है। कृषि उपकरण कृषि मशीनों का निर्माण की प्रक्रिया जाता है तथा बेहतरीन ढंग से कार्य करवाया जाता है।
कृषि इंजीनियरिंग के लिए शीर्ष संस्थान —
कृषि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कार्य करने के लिए कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज से शिक्षा ग्रहण करनी होगी। भारत में विभिन्न प्रकार के कृषि इंजीनियरिंग की पढ़ाई कराने वाले शिक्षण संस्थान उपलब्ध हैं जिनके नाम निम्नलिखित हैं —
- आनंद कृषि विश्वविद्यालय, गुजरात
- आचार्य एनजी रंगा कृषि विश्वविद्यालय, हैदराबाद
- इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर
- महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ, पुणे
बागवानी –
आज के समय में लाखों की संख्या में लोग बागवानी के शौकीन हैं। बागवानी के अंतर्गत विदेशी फूलों वाले पेड़ न, विदेशी पेड़, विभिन्न प्रकार के बाग बगीचे, खूबसूरत पुराने पेड़ पौधे लगाए जाते हैं। पेड़ पौधों को बड़ा करने के लिए और हमेशा स्वस्थ रखने के लिए विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियां दवाइयां दी जाती है। तथा उनकी देखभाल की जाती है इसके लिए विशेष प्रकार की कृषि विज्ञान की पढ़ाई करवाई जाती हैं। बागवानी के तहत बड़े पैमाने पर सजावटी पेड़ पौधे उगाए जाते हैं। फूल वाले पौधे हुए जाते हैं, जड़ी बूटियां वाले पौधे उगाए जाते हैं, सब्जी हमारे पौधे उगाए जाते हैं। खूबसूरत और गुणवत्ता वाले पेड़ पौधे लगाए जाते हैं, जिनका समय- समय पर भरण पोषण करना भी अत्यंत जरूरी होता है।
बागवानी के लिए शीर्ष संस्थान —
वर्तमान समय में भारत में बागवानी के शौकीन बड़ी मात्रा में देखने के लिए मिल जाते हैं। विशेष रुप से अमीर लोग अपने फार्म हाउस पर बागवानी लगाते हैं। इसीलिए उन्हें बड़े पैमाने पर कृषि वैज्ञानिक की भी आवश्यकता पड़ती है। आप निम्नलिखित शिक्षण संस्थान से पढ़ाई करके बागवानी हेतु करियर विकल्प चुन सकते हैं–
- आचार्य एनजी रंगा कृषि विश्वविद्यालय, हैदराबाद
- तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, कोयंबटूर
- महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ, पुणे
- पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना
- गोविंद बल्लभ पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर
कृषि अर्थशास्त्र —
अत्याधुनिक तरीके से कृषि करने के लिए विभिन्न प्रकार के अर्थशास्त्र के सिद्धांतों का उपयोग किया जाता है, जिसके आधार पर व्यापार और कृषि वस्तुओं का उत्पादन विभिन्न प्रकार के तरीके, कृषि उत्पादों की मांग, आपूर्ति, कृषि से संबंधित मदद, कृषि क्षेत्र में विशेषज्ञों का अनुभव तथा फसल, विज्ञान नीति, विश्लेषण, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, व्यापार, कृषि के उत्पादन आयात निर्यात कृषि क्षेत्र में पशुधन कृषि अर्थशास्त्र के रूप से नीति विश्लेषण, कृषि ऋण विश्लेषण, कृषि व्यवसाय इत्यादि कृषि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कृषि अर्थशास्त्र के लिए शीर्ष संस्थान —
कृषि अर्थशास्त्र एक महत्वपूर्ण विषय हैं। इस विषय में पढ़ाई करने के लिए भारत में तीन मुख्य कृषि अर्थशास्त्र की पढ़ाई करने वाले विद्यालय हैं। जहां पर आप कृषि अर्थशास्त्र की पढ़ाई कर सकते हैं। कृषि अर्थशास्त्र क्षेत्र में कोर्स करवाने वाले भारत के शिक्षण संस्थान निम्नलिखित हैं –
- चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर
- महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर
- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली
कृषि विज्ञान –
कृषि विज्ञान अत्याधुनिक समय की कृषि के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि इसमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कृषि से संबंधित प्रत्येक छोटी-बड़ी विषय वस्तु को जांच के आधार पर परखा जाता है, जिसमें विशेष रूप से मिट्टी का अध्ययन किया जाता है। मिट्टी के अनुसार पानी, फसल, खाद, बीज, उर्वरता, हवा, नमी, कीड़े, कीटनाशक इत्यादि के आधार पर फसल का रंग रूप तैयार किया जाता है। सबसे पहले मिट्टी की जांच करके यह देखा जाता है, किस मिट्टी में तथा संबंधित पानी में यहां के वातावरण के अनुसार कौन-कौन सी फसल हो सकती है? कौन से समय हो सकती है तथा उसके लिए कितना पानी लगेगा और किस प्रकार से कीटनाशक का उपयोग करना है। इत्यादि सभी महत्वपूर्ण जानकारी कृषि विज्ञान के क्षेत्र से संबंधित हासिल की जाती है।
कृषि विज्ञान के लिए शीर्ष संस्थान –
अगर आप एग्रीकल्चर के सत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो कृषि विज्ञान का सत्र अवश्य चुनें, क्योंकि यहां पर आपको बेहतरीन और विभिन्न प्रकार के कृषि विज्ञान से संबंधित करियर विकल्प देखने को मिलेंगे। भारत में कृषि विज्ञान की शिक्षा दिलाने वाले निम्नलिखित शिक्षण संस्थान है–
- तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय, कोयंबटूर
- आचार्य एनजी रंगा कृषि विश्वविद्यालय, हैदराबाद
- महात्मा फुले कृषि विद्यापीठ, पुणे
- पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना
एग्रीकल्चर में जॉब एवं करियर विकल्प –
एग्रीकल्चर की महत्वता को जानते हुए भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा केंद्र से लेकर ग्रामीण स्तर तक विभिन्न प्रकार के एग्रीकल्चर से संबंधित पद जारी किए गए हैं। आप अपनी शिक्षा और अनुभव के आधार पर विभिन्न एग्रीकल्चर के कार्यों पर कार्यरत रह सकते हैं। आर्टिकल में बताए गए सभी प्रकार के कृषि क्षेत्रों से संबंधित करियर विकल्प विस्तार से जानते हैं।
कृषि इंजीनियरिंग में करियर के अवसर –
कृषि इंजीनियरिंग के सत्र में शिक्षा प्राप्त करने के बाद आप कृषि से संबंधित मशीनरी और कृषि शिक्षा पद्धति को अपने अनुसार नया रूप दे सकते हैं। डिजाइन करवा सकते हैं, कंपनियों में काम कर सकते हैं या कृषि अनुसंधान केंद्र में विकास के नए नए उपयोग कर सकते हैं। कृषि इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक बेहतरीन करियर विकल्प देख सकते हैं।
कृषि विज्ञान में करियर के अवसर –
एग्रीकल्चर के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आप कृषि विज्ञान का क्षेत्र चुन सकते हैं क्योंकि इसमें मुख्य रूप से मिट्टी से संबंधित रिसर्च की जाती है, जिसमें मिट्टी के अनुसार हवा और पानी तथा समय के अनुसार कौन-कौन सी फसलें होगी तथा किस प्रकार से उन्हें उगाना है? और कौन-कौन से खाद एवं उर्वरक तथा कीटनाशक का उपयोग करना है? इस बारे में जानकारी प्रदान की जाती है।
कृषि अर्थशास्त्र में करियर के अवसर –
कृषि अर्थशास्त्र के क्षेत्र में बेहतरीन करियर विकल्प देखने को मिलता है क्योंकि यहां पर आज के समय में किसानों को खेती करने के लिए ऋण लेना होता है। इसके अलावा कृषि अनुसंधान और कृषि अर्थशास्त्र के रूप में बाजार के रुझानों को जागना होता है। भविष्यवाणी किसानों का डाटा एकत्रित करके सरकार के साथ विभिन्न प्रकार की बैठक करनी होती है।
बागवानी में करियर के अवसर –
बागवानी के सत्र में आप एक बेहतरीन करियर विकल्प चुन सकते हैं। इसके लिए फूलों की खेती अंगूर की खेती फलों की खेती सब्जियों की खेती खुशबूदार फूलों को गाना उसका शोषण करना समय समय पर खाद उर्वरक कीटनाशक का उपयोग करना तथा किस प्रकार से आयात निर्यात करना है। इत्यादि इस प्रकार से बागवानी के क्षेत्र में बेहतरीन करियर विकल्प चुन सकते हैं।
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Conclusion
आज का समय पूरी तरह से बदल चुका है। इसी बदलते समय के साथ कृषि से संबंधित परंपरागत तरीके से चली आ रही कृषि पद्धति भी बदल चुकी है। यही वजह है कि एग्रीकल्चर के सत्र में अधिकांश युवा अपना करियर विकल्प देखना चाहते हैं। आधुनिक तरीके से की जाने वाली खेती में आज के समय में युवाओं का बहुत बड़ा योगदान है। कृषि विज्ञान कृषि अर्थशास्त्र से संबंधित विषय खेती को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बता चुके हैं कि एग्रीकल्चर में करियर कैसे बनाए? उम्मीद है यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। अगर आपका कोई प्रश्न है? तो कमेंट करके पूछ सकते हैं।