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हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स के बारे में जानकारी 2024 | Hospital Management Course in Hindi

हर किसी विद्यार्थी का कैरियर में सफल होने का सपना होता है। कैरियर को सफल बनाने के लिए विद्यार्थी अलग-अलग प्रकार के डिग्री व डिप्लोमा कोर्स लेते हैं। हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स करके हॉस्पिटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपने करियर को बनाना काफी चुनौतीपूर्ण होता है।

लेकिन इस क्षेत्र में स्कोप बहुत अधिक होने की वजह से अपनी मेहनत और talent के दम पर हर विद्यार्थी क्षेत्र में सब चीज हो सकता है। 12वीं कक्षा पास करने के बाद Hospital Management का Course किया जा सकता है।

हॉस्पिटल मैनेजमेंट के कोर्स में आपको पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कई प्रकार के कला सीखना होती हैं। आज के आर्टिकल में हम आपको हॉस्पिटल मैनेजमेंट क्या है, हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स कैसे करें इसके बारे में डिटेल में जानकारी देने का प्रयास कर रहे हैं।

हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स क्या है?

Hospital Management Course in Hindi

हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स 2 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स है। इस कोर्स को करने के लिए विद्यार्थी के पास किसी भी क्षेत्र में न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के तौर पर स्नातक की डिग्री यानी कि अंडर ग्रेजुएशन डिग्री होना अनिवार्य है।

एडमिशन प्रोसेस के तौर पर विद्यार्थी जब हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स के लिए आवेदन करता है तो सबसे पहले उसे एंट्रेंस एग्जाम में भाग लेना होता है। एंट्रेंस एग्जाम पास करने के पश्चात ही विद्यार्थी को हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स मिलता है। हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स फीस ₹1,00,000 से लेकर ₹6,00,000 के बीच हो सकती है। कई कॉलेज ऐसे भी है। जहां पर इससे अधिक fees भी वसूली जाती है।

Hospital Management Course के लिए जरूरी योग्यता

हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स के लिए जरूरी शैक्षणिक योग्यता के तौर पर नीचे महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है:

  • हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स में यदि आप बीबीए करते हैं तो BBA की डिग्री के दौरान भी हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स किया जा सकता है। इसके लिए शैक्षणिक योग्यता के तौर पर 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
  • BBA के अलावा अन्य किसी भी diploma के माध्यम से यदि आप हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स करना चाहते हैं, तो उसके लिए 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
  • Post Graduation की डिग्री लेने के लिए हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स करना चाहते हैं, तो उसके लिए अंडर ग्रेजुएशन डिग्री न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के तौर पर होना जरूरी है।
  • उम्मीदवार के पास 60% अंक होने अनिवार्य है। इन्हीं अंकों के आधार पर विद्यार्थी को हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स के लिए आवेदन करने पर दाखिला मिलता है।
  • अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों को 5% तक की छूट न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के तौर पर स्नातक की डिग्री में या 12वीं कक्षा की डिग्री में दी जाती है।

हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स कैसे करें

हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के लिए विद्यार्थी को एक क्रम फॉलो करना होता है, जो कुछ इस प्रकार से है।

सर्वप्रथम विद्यार्थियों को 12 वीं कक्षा होते निकालना है 12वीं कक्षा में यदि विद्यार्थी ने विज्ञान वर्ग ले रखा है तो और भी बेहतर होगा।

12वीं कक्षा पास करने के पश्चात आपको अपने नजदीकी किसी भी कॉलेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स के लिए डिग्री व डिप्लोमा के लिए आवेदन लगाना है।

कई कॉलेज में इस कोर्स को करने के लिए जब आप आवेदन लगाते हैं। तो आपको एंट्रेंस एग्जाम से गुजर ना होता है। एंट्रेंस एग्जाम से गुजरने के पश्चात यदि आप एंट्रेंस एग्जाम में पास हो जाते हैं तो आपको कॉलेज में दाखिला मिल जाता है।

एंट्रेंस एग्जाम पास करने के पास जब कॉलेज में दाखिला मिलता है। तो आपको हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स करना होगा यह कोर्स 2 वर्ष की अवधि का होता है। 2 साल की अवधि में आप इस डिप्लोमा के सिलेबस की पढ़ाई करके और एग्जाम देकर इस हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स को पूरा कर सकते हैं।

हॉस्पिटल मैनेजमेंट की जॉब प्रोफाइल

हॉस्पिटल मैनेजमेंट के तौर पर उम्मीदवार को क्या कार्य करने होते हैं और हॉस्पिटल मैनेजमेंट के तौर पर उम्मीदवार कौन सी पोस्ट पर कार्यरत हो सकता है। उसकी जानकारी नीचे कुछ इस प्रकार से दी गई है:

  • हेल्थकेयर फाइनेंस मैनेजर
  • मेडिकल और हेल्थ सर्विस मैनेजर
  • हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर
  • मेडिकल डायरेक्टर
  • ब्लड बैंक एडमिनिस्ट्रेटर
  • हॉस्पिटल बिजनेस मैनेजर
  • फूड एंड बेवरेज मैनेजर

हॉस्पिटल मैनेजमेंट के बाद जॉब के अवसर

जब कोई भी विद्यार्थी किसी डिग्री व डिप्लोमा को हासिल कर लेता है। तो उसके पश्चात विद्यार्थी के दिमाग में हमेशा यही एक सवाल उत्पन्न होता रहता है, कि उस विद्यार्थी को हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के बाद कौन से खुद पर और कहां पर नौकरी के अवसर मौजूद होंगे। हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स के पश्चात जॉब के अवसर कौन-कौन से उपलब्ध होते हैं। उसकी जानकारी नीचे दी गई है।

  • फार्मास्यूटिकल्स
  • स्वास्थ्य बीमा कंपनियां
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग
  • अस्पताल परामर्श फर्म
  • प्रयोगशालाएं
  • क्लिनिक
  • स्वास्थ्य एजेंसियां मानसिक स्वास्थ्य संगठन
  • नर्सिंग होम

हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स के लिए कितनी फीस लगती है?

हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स करने वाले सभी विद्यार्थियों के दिमाग में फीस को लेकर कई प्रकार के अलग-अलग सवाल खड़े होते हैं। विद्यार्थियों को हमेशा इस बात का डर रहता है कि ज्यादा फीस हम दे पाएंगे या नहीं दे पाएंगे। हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स की फीस के बारे में यदि हम बात करें तो हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स की फीस ₹100000 से लेकर 5 से ₹600000 तक हो सकती है। अलग-अलग कॉलेजों में इसकी फीस अलग-अलग रहती है।

कोर्स के बाद हॉस्पिटल मैनेजमेंट सैलरी

जब विद्यार्थी हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कोर्स पूरा करता है। तो विद्यार्थी के दिमाग में एक नया सवाल उत्पन्न होता है कि अब मुझे जॉब कहां पर मिलेगी और जॉब के दौरान सैलरी कितनी मिल सकती है। आखिर हर विद्यार्थी पैसे कमाने के लिए ही अपने कैरियर का चयन करता है और आगे बढ़ता है।

हॉस्पिटल मैनेजमेंट के तौर पर यदि आपने अपना करियर चुना है। तो ऐसे में हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स पूरा करने के पश्चात सैलरी के तौर पर आपको ₹2,00,000 से लेकर ₹4,00,000 के पैकेज शुरुआती दौर में मिल जाते हैं। उसके पश्चात सालाना सैलरी ₹5,00,000 से ₹8,00,000 तक आसानी से मिल जाती है। इसके अलावा आपके अनुभव के आधार पर आपकी सैलरी निर्भर रहती है।

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निष्कर्ष

देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थी अपने प्रयास करके अपने कैरियर को सफल बनाने के बारे में सोचता है। विद्यार्थी के माता-पिता भी अपने बच्चे को सफल बनाने के लिए अलग-अलग प्रकार की डिग्री व डिप्लोमा में दाखिला दिलवाने के बारे में प्रयास करते हैं। आज के आर्टिकल में हमने आपको हॉस्पिटल मैनेजमेंट कोर्स के बारे में डिटेल में जानकारी दी है यह एक उभरता हुआ करियर ऑप्शन है। हॉस्पिटल मैनेजमेंट के कोर्स करने के पश्चात आसानी से जॉब मिल जाती है और अच्छी खासी सैलरी के साथ जॉब का ऑप्शन उपलब्ध होता है।