CFO (Chief Financial Officer) का नाम तो आपने सुना ही होगा। यह एक महत्वपूर्ण पद होता है, इसे हम मुख्य वित्तीय अधिकारी कहते हैं। आज के समय में लगभग प्रत्येक बड़े व्यापार और बड़ी कंपनी के अंतर्गत एक Financial भाग होता है। उसे एक अलग टीम द्वारा मैनेज किया जाता है क्योंकि आज के समय में पैसों का लेनदेन ऑनलाइन माध्यम से तथा डिजिटल माध्यम से हो चुका है। इसके अलावा पहले की तुलना में व्यापार करना पूरी तरह से भिन्न हो चुका है। ऐसी स्थिति में बड़ी-बड़ी कंपनियों के लिए फाइनेंस टीम गठित करना आवश्यक हो गया है।
CFO क्या होता है? —
आमतौर पर यह पद Corporate Level की Company के अंतर्गत आता है क्योंकि इस तरह की कंपनियों के अंतर्गत Finance का एक अलग हिस्सा होता है, जिसके अंतर्गत एक महत्वपूर्ण सीनियर अधिकारी को फाइनेंस से संबंधित जिम्मेदारी दी जाती है। उस व्यक्ति को Top Level Financial Controller भी कहते हैं। मुख्य वित्तीय अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से कंपनी के नकद तथा विभिन्न प्रकार के फाइनेंस से संबंधित कार्य अपनी जिम्मेदारी पूर्वक निभाता है। फाइनेंसियल रूप से मुख्य वित्तीय अधिकारी समय-समय पर कंपनी से संबंधित एकाउंटिंग का कार्य भी सफाई के साथ पूर्ण करवाता है।
किसी भी कंपनी में चीफ फाइनेंस ऑफिसर कंपनी के अंतर्गत फाइनेंस द्वारा डाटा एनालिसिस का कार्य करता है। कंपनी के नकद का ध्यान रखता है तथा किस समय कौन से प्रोजेक्ट में पैसा लगाना है। किस समय किस कंपनी से या किस सेक्टर से पैसे प्राप्त करने हैं। कंपनी के पास कितना नकद रुपया जमा हो चुका है तथा कंपनी का कितना लाभ हो चुका है। कंपनी किसके साथ कब पार्टनरशिप कर रही है। कितने प्रतिशत पार्टनरशिप रहने वाली है इसके अलावा पार्टनरशिप से आने वाले पैसे का विवरण, कंपनी द्वारा की गई कमाई कंपनी द्वारा किए गए निवेश कंपनी क्या होने वाले खर्चे इत्यादि सभी तरह से फाइनेंसियल रिपोर्ट चीफ फाइनेंस ऑफिसर तैयार करता है।
CFO Full form
सीएफओ का Full Form “Chief Financial Officer” होता है। चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर का हिंदी में अर्थ मुख्य वित्तीय अधिकारी होता है। आसान भाषा में कहें तो किसी भी कंपनी या बड़े उद्योग को कई भागों में बांटा जाता है। उसका एक भाग वित्तीय क्षेत्र से संबंध रखता है। उस वित्तीय क्षेत्र का मुख्य अधिकारी अपनी सूझबूझ के साथ तथा अपनी जिम्मेदारी के साथ कंपनी द्वारा दिए गए फाइनेंस से संबंधित कार्य सही ढंग से करवाते हैं और समय-समय पर कंपनी की फाइनेंसियल रिपोर्ट कंपनी के मुख्य अधिकारियों को सौंपते हैं।
CFO कौन होता हैं।
Chief Financial Officer किसी भी बड़ी कंपनियां या व्यवसाय के अंतर्गत आने वाली एक संस्था का मुख्य अधिकारी होता है, जो अपने अंतर्गत कंपनी की सभी फाइनेंसियल रिपोर्ट को तैयार करता है। कंपनी से संबंधित सभी प्रकार के फाइनैंशल कार्य को Chief Financial Officer द्वारा किया जाता है तथा कंपनी के फाइनेंशियल कार्य करने की जिम्मेदारी भी चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर की होती है। चीफ फाइनेंस ऑफिस अनुसार कंपनी के कार्यों को करवाता है और उसकी रिपोर्ट समय-समय पर कंपनी के मुख्य अधिकारियों को पेश करता है।
चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर एक महत्वपूर्ण पद होता है। क्योंकि इस पद पर कार्यरत अधिकारी को जिम्मेदारी से काम लेते हुए कार्य करना होता है। किसी भी बड़े व्यापार या बड़ी कंपनी के फाइनेंशियल संस्था के अंतर्गत इस बड़े पद को संभालना इतना आसान नहीं है। कंपनी के मुख्य अधिकारियों द्वारा फाइनेंस से संबंधित दिए गए कार्यों को समय पर पूरा करवाना तथा कंपनी के हर रोज, प्रत्येक माह, प्रत्येक 6 महीने, तथा प्रत्येक साल के आधार पर सभी तरह की फाइनेंसियल रिपोर्ट ऑफिसर अपनी जिम्मेदारी पूरी निगरानी में तैयार करवाता है और उसे कंपनी के अधिकारियों को सोता है।
आने वाले समय में कंपनी के इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाली है तथा उस प्रोजेक्ट के लिए कितने पैसे खर्च होने वाले हैं। इस प्रकार से कंपनी के अंतर्गत सभी तरह से फाइनैंशल और Accounting के विभाग को चीफ फाइनेंस अधिकारी द्वारा मैनेज किया जाता है। इसके अलावा चीफ फाइनेंस अधिकारी एक ऐसी Report में बनाता है। कि किस समय कंपनी को किस तरह का नुकसान हो सकता है और उस नुकसान की भरपाई किस तरह से की जाएगी इसके अलावा कंपनी को नुकसान से उभारने के लिए किस प्रकार से पहले से ही पैसो का बंदोबस्त किया जाएगा इस प्रकार का कार्य भी चीफ फाइनेंस अधिकारी द्वारा किया जाता है।
CFO के कार्य क्या होते हैं?
अगर आपको भी चीफ फाइनेंशियल अधिकारी बनना चाहते हैं तो पहले यह जान लीजिए कि चीफ फाइनेंस अधिकारी को बिंदु के आधार पर कौन-कौन से मुख्य कार्य करने होते हैं। उसके बाद हम आपको यह भी बता देंगे कि किस प्रकार से आप चीफ फाइनेंस अधिकारी बन सकते हैं। Chief Financial जिलाधिकारी के अंतर्गत आने वाले कार्यों की सूची इस प्रकार है —
- Accounting and Financial Controls को सही ढंग से Manage करना।
- हमेशा कंपनी का Revenue बढ़ाने पर फोकस करना।
- Cost Reduced करने के लिए रिपोर्ट तैयार करना।
- कंपनी की Financial Strategies को execute करना।
- Monthly और Annual Financial Plans तैयार करना।
- कंपनी से जुड़े Clients payments को समय पर पूरा करवाना।
- कंपनी के अंतर्गत टैक्स से संबंधित रिपोर्ट तैयार रखना।
- CEO को फाइनेंसियल रूप से Support करना।
- Annual Financial टारगेट को पूरा करना।
- Financial performance के लिए कंपनी का सहयोग करना।
CFO बनने के लिए जरुरी योग्यता
Chief Financial Officer बनने के लिए सबसे पहले आपको किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा पास करने होगी। उसके बाद आप बैचलर की डिग्री प्राप्त करके अकाउंटिंग एंड फाइनेंशियल सेक्टर में प्रवेश कर सकते हैं। इसके लिए आप B.B.A, B.Com, B.B.M इन सभी Course को कर सकते हैं। मुख्य वित्तीय अधिकारी बनने के बाद आपको अधिक से अधिक Accounting और Financial Sector से संबंधित Skill Develop करना है, और अधिक से अधिक कोर्स तथा डिग्रियां प्राप्त करेंगी है। आप अपनी योग्यता के अनुसार किसी कंपनी में जाकर चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर बनने के लिए प्रस्ताव रख सकते हैं कंपनी आपकी योग्यता के अनुसार आपको नियुक्त कर सकती हैं।
Chief Financial Officer कैसे बनें? —
मुख्य वित्तीय अधिकारी यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण पद होता है, जो बड़े लेवल की कंपनियों को वित्तीय रूप से हमेशा मजबूत रखता है और उसका लेखा-जोखा एकदम सही ढंग से करवाता है।
हर समय कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत और साफ-सुथरी रखने का कार्य चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर द्वारा किया जाता है। इसलिए इस पद पर कार्यरत होने के लिए आपको ज्यादा से ज्यादा स्किल डेवलप करनी होगी। आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर बनने के लिए कोई भी परीक्षा या वैकेंसी का आयोजन नहीं करवाया जाता है।
इस पद पर पहुंचने के लिए आपको एक एक स्टेप करके अपने लक्ष्य तक पहुंचना होगा। अगर आप शुरुआती समय से ही चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर बनना चाहते हैं तो शुरुआती समय से ही आपको फाइनेंस से संबंधित जानकारी और पढ़ाई करनी चाहिए। इस पद पर पहुंचने के लिए ना तो कोई भर्ती का आयोजन करवाया जाता है और ना ही किसी भी प्रकार का कोई एक पर्टिकुलर कोर्स होता है।
बल्कि इस पद पर पहुंचने के लिए आपको इस सेक्टर से संबंधित विभिन्न प्रकार के कोर्स करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। ऐसा करने पर आप इस पद पर पहुंच सकते हैं।
CFO बनने के लिए जरूरी डिग्री
Chief Financial Officer बनने के लिए Finance से संबंधित कुछ डिग्रियां हासिल करनी होती है उनके नाम इस प्रकार है —
- Chartered Financial Analyst
- Certified Management Accountant
- Chartered Certified Accountant
- Certified Public Accountant
- Master of Science in Business
- Certified qualified accountant
- Chartered Accountant
- Master of Science in Accounting
Chief Financial Officer की सैलरी —
चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर यानी मुख्य वित्तीय अधिकारी एक महत्वपूर्ण पद होता है जिसे काफी मुश्किल के बाद हासिल किया जाता है। इसीलिए इस पद पर कार्यरत होने के बाद आप को सैलरी की बिल्कुल भी चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि यहां पर आपको अच्छी सैलरी मिलती है।
जिससे आप एक बेहतरीन करियर विकल्प देख सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि आमतौर पर सैलरी के रूप में मुख्य वित्तीय अधिकारी को सालाना तौर पर 5000000 से लेकर 80 लाख रुपए तक दिए जाते हैं। इसके अलावा आमतौर पर शुरुआती समय में ₹1000000 का पैकेज दिया जाता है।
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Conclusion
Chief Financial Officer क्या होता है तथा Chief Financial Officer कैसे बनते हैं। इस बारे में पूरी जानकारी आज के इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार पूर्वक बता चुके हैं। इसलिए हमें उम्मीद है कि यह जानकारी आपको जरूर पसंद आएगी।
Chief Financial Officer बनने के लिए क्या करना होता है। इस बारे में भी हम आपको बता चुके हैं अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है। तो इसे आप अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। ताकि उन्हें भी इस जानकारी के बारे में पता चल सकें। अगर आपका इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी प्रश्न है। तो आप नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। हम आपके द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर समय पर देने की पूरी कोशिश करेंगे।