भारत में जिस प्रकार सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति चली आ रही थी, ठीक उसी प्रकार यूनान में भी चिकित्सा के क्षेत्र में यूनानी चिकित्सा पद्धति चली आ रही थी, जो वर्तमान समय में भी जारी है। आपने देखा होगा कि पिछले कुछ समय से भारत में आयुर्वेदिक चिकित्सा को लेकर काफी बढ़ावा दिया जा रहा है। जगह-जगह चिकित्सालय खोले जा रहे हैं आयुर्वेदिक संस्थान खोले जा रहे हैं तथा आयुर्वेदिक चिकित्सा से संबंधित विभिन्न प्रकार के कोर्स करवाए जा रहे हैं। तरह-तरह की चिकित्सा पद्धति निर्धारित की जा रही है। इसी कड़ी में इस पद्धति को आगे बढ़ाने के लिए इसके कोर्स निर्धारित किए गए हैं, जो भारत के विभिन्न प्रकार के शिक्षण संस्थान और विश्वविद्यालय द्वारा करवाए जाते हैं।
भारत की आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति की तरह यूनान की सदियों पुरानी यूनानी चिकित्सा पद्धति भी चिकित्सा के क्षेत्र में काफी कारगर साबित हो रही है। इसीलिए यूनानी चिकित्सा पद्धति के आधार पर भी दुनिया भर में इलाज किया जा रहा है तथा चिकित्सा के क्षेत्र में नए नए कदम उठाए जा रहे हैं। इस चिकित्सा पद्धति को आगे बढ़ाने के लिए इस पद्धति के आधार पर कोर्स निर्धारित किए गए हैं। हर एक कार्य के लिए हर एक कोर्स निर्धारित किया गया है उसे कोर्स को करके कोई भी व्यक्ति यूनानी चिकित्सा प्रणाली के तहत यूनानी चिकित्सक बनकर कार्य कर सकता है। यूनानी चिकित्सा पद्धति के कोर्स भारत में भी करवाए जाते हैं जिसे आप अपनी रूचि के आधार पर कर सकते हैं।
यूनानी चिकित्सा पद्धति पर आधारित एक ऐसा ही कोर्स BUMS है। इस कोर्स का मकसद यूनानी चिकित्सा पद्धति के डॉक्टर से तैयार करना है। बता देते हैं कि यह एक ग्रैजुएट लेवल का कोर्स है जिसमें स्वास्थ्य से संबंधित रोजमर्रा की तकलीफों को दूर करने के विभिन्न उपचार बताए जाते हैं। इस कोर्स को करने के बाद यूनानी चिकित्सा पद्धति पर आधारित एक चिकित्सक तैयार हो जाता है, जो व्यक्ति के रोजमर्रा जीवन में होने वाले रोग कठिनाइयां और परेशानियों का निवारण कर देता है और व्यक्ति को स्वस्थ कर देता है। इस प्रकार के Doctor की वर्तमान समय में काफी आवश्यकता भी है, तो अगर आप मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो इस कोर्स को भी कंसीडर कर सकते हैं।
BUMS कोर्स क्या है? (BUMS Course Details In Hindi 2024) —
Bums ka full form या bums full form in medical Bachelor of Unani Medicine and surgery (बैचलर्स ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी) होता है। यदि इसे हम आसान शब्दों में कहें तो बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी का हिंदी नाम यूनानी काय चिकित्सा एवं शल्य चिकित्सा होता है। यह कोर्स एक बैचलर स्तर यानि कि ग्रेजुएशन लेवल का कोर्स होता है। इस कोर्स के अंतर्गत चिकित्सा के तरीकों में मसाज, डायाफोरेसिस, लीचिंग और एक्सरसाइज आदि की पढ़ाई शामिल है। यह कोर्स 6 वर्ष का है इसे 12वीं के बाद कर सकते हैं।
विशेष रुप से इस कोर्स को वह भी विद्यार्थी कर सकते हैं जो रोजमर्रा के शारीरिक तकलीफ और बीमारियों वाले डॉक्टर बनना चाहते हैं। बता देते हैं कि इसमें इस तरह की सभी जानकारी उपलब्ध कराई जाती है जिसके बाद आप रोज महाराज जीवन में होने वाली तकलीफ रोग और कठिनाइयां तथा परेशानियों का निवारण कर सकते हैं और व्यक्ति को स्वस्थ कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद यूनानी पद्धति का डॉक्टर बन जाते हैं। यह एक ग्रैजुएट कोर्स हैं जिसमें 1 साल की Internship भी करनी होती है।
BUMS Course क्यों करें? —
BUMS कोर्स करने के कारण आप विभिन्न प्रकार के फायदे प्राप्त कर सकते हैं। बता देते हैं कि वर्तमान समय में हर एक तथा उस कोर्स को करवाया जाता है, जो वर्तमान समय की जरूरत के आधार पर तथा कुछ महत्वपूर्ण जरूरतों के आधार पर निर्धारित किया गया है, तो अगर आप इस पोस्ट को करते हैं। तो विभिन्न प्रकार के निम्नलिखित फायदे देख सकते हैं —
- BUMS कोर्स करने के बाद उम्मीदवार के सामने कैरियर की अनेक संभावनाएं देखने को मिलती है।
- भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के बढ़ने के साथ-साथ यूनानी चिकित्सा पद्धति का प्रयोग करने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है।
- इस कोर्स को कम खर्च में कर सकते हैं और आसानी से रोजगार भी पा सकते हैं।
- इस कोर्स को करके यूनानी चिकित्सा पद्धति के बारे में Practical Knowledge प्राप्त कर सकते हैं।
- इस कोर्स को करने के बाद कोई भी उम्मीदवार अपना निजी क्लीनिक या अस्पताल भी खोल सकता है।
- इस पद्धति को जीवित रखने के लिए भी आप इस यूनानी चिकित्सा पद्धति का यह कोर्स कर सकते हैं।
BUMS Course करने के लिए भारत के Best College —
भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के विस्तार के साथ-साथ यूनान की प्रसिद्ध और सदियों पुरानी यूनानी चिकित्सा पद्धति भी इन दिनों बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। इस चिकित्सा पद्धति में रुचि दिखाने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है, तो अगर आप भी मेडिकल क्षेत्र से संबंध रखते हैं या आगे बढ़ना चाहते हैं। तो आप यूनानी चिकित्सा पद्धति पर आधारित BUMS कोर्स को कर सकते हैं। वर्तमान समय में भारत के अनेक सारे शिक्षण संस्थान और मेडिकल कॉलेज इस कोर्स को करवा रहे हैं, जिसके नाम इस प्रकार निम्नलिखित है —
- कलकत्ता यूनानी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, कोलकात्ता
- गवर्नमेंट यूनानी मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज
- गवर्नमेंट यूनानी मेडिकल कॉलेज, बेंगलुरु
- राजस्थान यूनानी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, जयपुर
- गवर्नमेंट यूनानी मेडिकल कॉलेज, चेन्नई
BUMS कोर्स करने के लिए आवेदन प्रक्रिया —
वर्तमान समय में भारत में करवाए जाने वाले प्रत्येक महत्वपूर्ण कोर्स के लिए एक आवेदन प्रक्रिया निर्धारित की गई है। उस आवेदन प्रक्रिया के आधार पर ही कोई भी अभ्यर्थी आवेदन कर सकता है। बता देते हैं कि यह एक महत्वपूर्ण कोर्स है जिसे देश की बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटी करवाती है तो उन यूनिवर्सिटी के द्वारा निर्धारित की गई आवेदन प्रक्रिया के तहत आप इस कोर्स के तहत आवेदन करके यूनानी चिकित्सा पद्धति को सीख सकते हैं और चिकित्सा के क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं। तो इस कोर्स के लिए निर्धारित की गई आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है —
- सबसे पहले इस पोस्ट को करने के लिए किसी एक यूनिवर्सिटी का चयन करें।
- अब उसे यूनिवर्सिटी की Official Website पर पहुंचे हैं।
- अब इस Official Website पर Registration करके ID Password प्राप्त कर लें।
- वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के बाद आईडी और पासवर्ड से लॉग ऑन करें।
- अब वेबसाइट पर अपने चुने हुए Course का चयन करके आगे बढ़े।
- अब आपके सामने एक आवेदन फार्म ओपन हो जाएगा इस आवेदन फार्म को भरें।
- आवेदन फार्म में अपनी शैक्षणिक योग्यता, नाम, पता, फोटो, विवरण इत्यादि दर्ज करें।
- अब आवेदन फार्म को एक बार पुनः जांच करें और सबमिट कर दें।
- आवेदन फार्म के साथ जरूरी और संबंधित दस्तावेज को भी अपलोड करें।
- अब आवेदन शुल्क का भुगतान करें इसके लिए विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन पेमेंट मेथड का चयन कर सकते हैं।
- अब यदि एडमिशन प्रवेश परीक्षा पर आधारित है, तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें फिर रिजल्ट के बाद तक इंतजार करें।
- प्रवेश परीक्षा में अंकों के आधार पर चयन किया जाता है जिसकी लिस्ट भी जारी कर दी जाती है।
BUMS Course करने के लिए योग्यता —
BUMS कोर्स करने के लिए विभिन्न प्रकार की योग्यता निर्धारित की गई है। यह एक महत्वपूर्ण कोर्स है तथा इस कोर्स को करने के लिए आवेदक योग्य है या नहीं, इसके लिए कुछ योग्यता तय की जाती है जो इस प्रकार है —
- अभ्यर्थी का किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास होना अनिवार्य है।
- अभ्यर्थी को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 पास करना होगा।
- इस कोर्स के लिए अभ्यर्थी के 10+2 में कम-से-कम 50% अंक होने चाहिए।
- आवेदन करने वाले को दसवीं के बाद साइंस लेना जरूरी है।
- 10वीं के बाद फिजिक्स, केमिस्ट्री और जूलॉजी या बॉटनी, बायोलॉजी साथ ही मुख्य विषय के रूप में अंग्रेजी का होना भी जरुरी है।
- आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों को 10+2 में 40% अंक पर भी एडमिशन मिल जाता है।
- इस कोर्स के लिए एडमिशन हेतु उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 17 वर्ष निर्धारित की गई है।
- इस कोर्स को करने के लिए आवेदक की अधिकतम आयु सीमा 25 वर्ष निर्धारित की गई है।
BUMS Course करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़ —
इस कोर्स को करने के लिए आपके पास कुछ जरूरी और महत्वपूर्ण दस्तावेजों का भी होना जरूरी है क्योंकि इन दस्तावेजों के आधार पर यह सत्यापित होता है कि आप कौन हैं? आपकी पहचान क्या है? आपके पास कौन-कौन सी शैक्षणिक योग्यता है तथा निर्धारित की गई योग्यता सिद्ध करने के लिए भी आपको निर्धारित किए गए दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे, तो इस कोर्स के लिए निर्धारित किए गए दस्तावेज इस प्रकार है —
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- आधिकारिक शैक्षणिक प्रमाण पत्र
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- स्कैन पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL,
- आवश्यक टेस्ट स्कोर
- बैंक विवरण
- अपडेट किया गया सीवी
- एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
BUMS कोर्स करने के लिए प्रवेश परीक्षाएं (BUMS Entrance Exam in Hindi 2024) —
यूनानी पद्धति पर आधारित BUMS Course को देश के अनेक सारे महत्वपूर्ण मेडिकल कॉलेज द्वारा करवाया जाता है। यह कॉलेज काफी महत्वपूर्ण और लोकप्रिय है। इसीलिए यहां पर एडमिशन के लिए भी प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन करवाया जाता है और उन परीक्षाओं में आने वाले अंकों के आधार पर ही चयन किया जाता है। तो देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज द्वारा इस कोर्स के लिए आयोजित कराई जाने वाली प्रवेश परीक्षाएं इस प्रकार है —
- NEET
- CPAT
- KEAM
- CPMEE
BUMS कोर्स करने के बाद करियर स्कोप —
यूनानी पद्धति पर आधारित BUMS course अभी भारत में नया है। इसलिए इस कोर्स को करने पर आपको अच्छे करियर स्कोप देखने को मिल जाते हैं। वर्तमान समय में भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति की तरह यूनानी चिकित्सा पद्धति पर आधारित यह कोर्स भी काफी लोकप्रिय हो रहा है, तो आप इस कोर्स को करके इस प्रकार करियर स्कोप देख सकते हैं —
- फार्मेसी
- फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री
- पर्सनल क्लिनिक
- सरकारी और गैरसरकारी हॉस्पिटल
- हेल्थ केयर कम्युनिटी
- एजुकेशनल इंस्टीट्यूट
- यूनानी चैरिटेबल इंस्टीट्यूट
- लाइफ साइंस इंडस्ट्री
- रिसर्च लैब
BUMS Course करने के बाद Jobs एंड Salary—
BUMS Course करने के बाद आपके सामने विभिन्न प्रकार के Job विकल्प देखने को मिल जाते हैं और उनके विकल्प के आधार पर सैलरी भी दी जाती हैं। बता देते हैं कि इस कोर्स को करने के बाद विभिन्न प्रकार के पदों पर नियुक्त यूनानी चिकित्सक को शुरुआती समय में इस प्रकार सालाना सैलेरी पैकेज दिया जाता है —
Jobs (पद) | औसतन सालाना सैलरी |
ड्रग इंस्पेक्टर | INR 1.5 – 2.5 लाख |
यूनानी थैरेपिस्ट | INR 2.5 – 3.5 लाख |
यूनानी कंसलटेंट | INR 3 – 5 लाख |
यूनानी कैमिस्ट | INR 6-8 लाख |
हकीम | INR 3.5 – 5.5 लाख |
यूनानी इंस्टिट्यूट लेक्चरर | INR 4.5-6.5 लाख |
यूनानी फार्मासिस्ट | INR 4 – 6 लाख |
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Conclusion
BUMS कोर्स के बारे में पूरी जानकारी इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार पूर्वक बता चुके हैं। अगर आप इससे कोर्स के बारे में बिल्कुल भी नहीं जानते, तो आप इस आर्टिकल को पूरा अंदर तक पढ़े। इसमें आपको BUMS कोर्स के फुल फॉर्म से लेकर, BUMS क्या है तथा इस कोर्स को कैसे करते हैं, इसके लिए क्या योग्यताएं हैं, इस कोर्स को करने के बाद क्या करें कि स्कोप है, कौन-कौन से पदों पर जॉब मिलती है तथा सैलरी कितनी मिलती है? इस तरह की पूरी जानकारी इस आर्टिकल में विस्तार पूर्वक आसान भाषा में बताई गई है। उम्मीद करते हैं यह जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी। अगर आपका इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी प्रश्न है? तो आप नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। हम आपके द्वारा पूछे गए प्रश्न का समय पर उत्तर देने की पूरी कोशिश करेंगे।