वर्तमान समय में Education और Business का तरीका बिल्कुल बदल चुका है। आज के समय में हमें देखने को मिलते हैं कि पहले की तुलना में आज बिजनेस करने के लिए अनेक तरह के काम करने होते हैं। अनेक प्रकार के लाइसेंस लेने होते हैं अत्यधिक पैसों की आवश्यकता होती है। लोगों की आवश्यकता होती है और technology का भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा अन्य प्रकार की marketing भी लगती है। इसीलिए आज के समय में हर कोई व्यक्ति बिजनेस नहीं कर सकता लेकिन बिजनेस की पढ़ाई करने के बाद एक कम उम्र का बच्चा भी बिजनेस शुरू कर सकता है। अक्सर हमें छोटे-छोटे बच्चों द्वारा बिजनेस शुरू करने की खबरें भी देखने को मिलती है।
आज के समय में हर एक व्यक्ति अपना खुद का बिजनेस शुरू करना चाहता है। वर्तमान समय में टेक्नोलॉजी के विस्तार की वजह से अनेक सारे नए नए उद्योग स्थापित हो चुके हैं और अनेक प्रकार के नए-नए अवसर प्रदान हो रहे हैं ऐसी स्थिति में एजुकेशन सिस्टम भी पूरी तरह से बदल चुका है। अब एजुकेशन सिस्टम में बिजनेस करना सिखाया जाता है। बिजनेस को किस तरह से आगे बढ़ाते हैं किस तरह से बिजनेस को फैलाते हैं। बिजनेस का रेवेन्यू कैसे बढ़ाते हैं? एक बिजनेस की नई कैटेगरी कैसे बनाते हैं? इस प्रकार की बिजनेस की समझ वाली पढ़ाई करवाई जाती है। देश और दुनिया में वर्तमान समय में अनेक तरह की बिजनेस पढ़ाई होती है जिनमें से एक MBS भी है।
MBS क्या होता है? —
आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि MBS का full form Master of Business Studies होता है। MBS full form in Hindi बिजनेस स्टडीज में मास्टर भी कह सकते हैं। ये 2 साल की स्नातकोत्तर बिजनेस स्टडी की डिग्री है, जिसे अध्ययन के 4 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है, हर साल 2 सेमेस्टर का अध्ययन करवाया जाता है। बिजनेस स्टडीज डिग्री प्रोग्राम के मास्टर अनुसंधान के साथ उन्नत सिद्धांत के अध्ययन को जोड़ता है। MBS भारत में दो साल का पोस्टग्रेजुएट बिजनेस स्टडी डिग्री कोर्स है। इस कोर्स का उद्देश्य उम्मीदवारों के बीच वर्गीकरण और व्यावसायिक संगठन के रूपों के बारे में समझ विकसित करना है।
इस पोस्टग्रेजुएट बिजनेस स्टडी डिग्री को पूर्ण करने से व्यक्ति आवश्यक कौशल सीख सकता है, आत्मनिर्भरता सीख लेता है, बिजनेस के लिए पहल, समस्या को सुलझाना, रचनात्मक कार्य करना, दृष्टिकोण और ध्वनि, तार्किक निर्णय लेना, कौशल और क्षमता जैसे कार्य सीख सकता है और किसी भी बिजनेस पर अप्लाई करके उस बिजनेस को आगे बढ़ा सकता है। बिजनेस को सफल बना सकता है। इसके अलावा भी एक बिजनेस को बेहतर ढंग से चलाने के लिए जरूरी और महत्वपूर्ण निर्णय की पढ़ाई इस कोर्स के तहत करवाई जाती है।
MBS कोर्स की योग्यता क्या है? —
MBS कोर्स करने के लिए कुछ योग्यताएं भी निर्धारित की गई है जिसके आधार पर यह तय किया जाता है कि इस कोर्स के लिए आयोजन करने वाला व्यक्ति क्या वास्तव में यह कोर्स करना चाहता है या इस कोर्स को करने के लिए पात्र है या नहीं। तो MBS कोर्स करने के लिए निर्धारित की गई योग्यता इस प्रकार है —
- Master in Business Studies कोर्स को करने के लिए उम्मीदवार के पास स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- स्नातक की डिग्री बैचलर ऑफ कॉमर्स (b.com) भी ले सकते हैं।
- उम्मीदवार चाहे तो बैचलर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) की डिग्री भी हासिल कर सकता है।
- कोई भी उम्मीदवार इस कोर्स को करने के लिए बिजनेस से संबंधित विषयों या समकक्ष परीक्षा के साथ कोई अन्य स्नातक डिग्री भी प्राप्त कर सकता है।
- उम्मीदवार को कम से कम 55% अंकों के साथ डिग्री को प्राप्त करना होगा।
- अगर कोई उम्मीदवार इस प्रकार की डिग्री को निर्धारित अंकों के साथ प्राप्त करता है तो वह इस कोर्स के लिए पात्र माना जाता है।
MBS कोर्स की अवधि कितनी होती है? —
भारत में MBS Course की समयावधि 2 वर्ष की निर्धारित की गई है। यह एक पूर्ण कालीन पेशेवर डिग्री पाठ्यक्रम है। जिसमें बिजनेस से जुड़ी जानकारी बताई जाती है वर्तमान समय में बिजनेस के लिए जरूरी नियम शर्ते, लाइसेंस, परमिशन तथा बिजनेस को स्थापित करना, बिजनेस को बड़ा करना, बिजनेस को बेहतर ढंग से चलाना इत्यादि सिखाया जाता है। इस डिग्री को प्राप्त करने के लिए आप online अथवा offline अध्ययन का चयन भी कर सकते हैं।
MBS में पढ़ाए जाने वाले विषय —
- मार्केटिंग-I
- कंप्यूटिंग और वेब प्रौद्योगिकी
- मानव संसाधन विकास
- प्रबंधन लेखांकन
- मात्रात्मक तकनीक-परिचालन अनुसंधान
- उत्पादन और परिचालन प्रबंधन
- मार्केटिंग – II
- व्यापार कानून
- तार्किक विश्लेषण, प्रोग्रामिंग और विजुअल बेसिक
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रबंधन और कानून
- अनुसंधान क्रियाविधि
- प्रबंधन सूचना प्रणाली
- व्यापार नीति और सामरिक प्रबंधन
- विपणन विशेषज्ञता
- आपूर्ति श्रृंखला और रसद प्रबंधन
- प्रबंधन के सिद्धांत और अभ्यास
- व्यावसायिक अर्थशास्त्र
- संगठनात्मक व्यवहार
- प्रशिक्षण और संगठनात्मक विकास
- मानव संसाधन विकास और श्रम कानूनों में केस स्टडीज
- आईटी विशेषज्ञता I
- Oracle के साथ RDBMS
- व्यापारिक सूचना
- व्यापार वित्त और लेखा
- मात्रात्मक तकनीक
- विज्ञापन और बिक्री वितरण प्रबंधन
- एचआरडी विशेषज्ञता
- औद्योगिक संबंध और श्रम
- कार्मिक प्रशासन और अनुशासनात्मक कार्यवाही
- आईटी विशेषज्ञता
- एचआरडी + आईटी
- औद्योगिक संबंध और श्रम कानून
- कार्मिक प्रशासन और अनुशासनात्मक कार्यवाही I
- भारतीय व्यापार और आर्थिक वातावरण
- व्यापार को नैतिकता
- परियोजना कार्य
- आपूर्ति श्रृंखला और रसद प्रबंधन II
- विज्ञापन और बिक्री वितरण प्रबंधन I
- सेवा विपणन
- एचआरडी विशेषज्ञता II
- प्रबंधन की सलहकार
- डॉट नेट तकनीक
- दोहरी विशेषज्ञता
- सेवा विपणन II
- बिजनेस इंटेलिजेंस II
- 52 डॉट नेट तकनीक II
- विपणन विशेषज्ञता II
- निर्यात विपणन
- विपणन अनुसंधान
- आब्जेक्ट ओरिएंटेड एनालिसिस डिज़ाइन और DHTML
- JDBC के साथ कोर जावा
- दोहरी विशेषज्ञता विपणन + आईटी
MBS के बाद Course कर सकते हैं? —
MBS यानी मास्टर इन बिजनेस स्टडीज कोर्स को सफलतापूर्वक समाप्त करने के बाद उम्मीदवार के पास अन्य दूसरे कोर्स करने के भी विभिन्न प्रकार के विकल्प मौजूद है। उम्मीदवार चाहे तो इस कोर्स को संपन्न करने के बाद इन सभी दूसरे कोर्स भी कर सकता है जिसमें पीएचडी भी शामिल है। PHD भी बिजनेस को advance level पर ले जाने वाला एक कोर्स है, जो काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आप बिजनेस के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं तो यह कोर्स आपके लिए काफी ज्यादा हेल्पफुल हो सकता है।
MBS के बाद करियर विकल्प क्या है? –
MBS करने के बाद आपके पास विभिन्न प्रकार के करियर विकल्प देखने को मिल जाते हैं क्योंकि यह एक आज की जरूरत का कोर्स है जिसे पूर्ण करने के बाद आप विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के पदों पर नियुक्त होकर नौकरी करके या अपना खुद का स्टार्टअप शुरू कर सकते हैं। एमबीएस कोर्स करने के बाद इस प्रकार के कैरियर विकल्प आप देख सकते हैं —
- सार्वजनिक और निजी, दोनों क्षेत्रों में job कर सकते है।
- कॉलेजों और विश्वविद्यालयों जैसे संस्थानों में विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं।
- वित्तीय संस्थान एवं बिजनेस सेमिनार में लोगों को बिजनेस सिखा सकते हैं।
- बिक्री और विपणन (business) का ज्ञान उपलब्ध करा सकते हैं।
- परामर्श, बैंकिंग और वित्तीय ज्ञान के सेमिनार कर सकते हैं।
- औद्योगिक और विनिर्माण संगठन में कार्य कर सकते हैं।
- बीमा कंपनियों में उत्कृष्ट पदों पर नियुक्ति पाकर job कर सकते हैं।
- लेखाकार या Professor बन सकते हैं।
- वित्तीय विश्लेषक, स्टॉक विश्लेषक, बिक्री प्रबंधक बन सकते हैं।
- प्रतिभूति विश्लेषक, विकास अधिकारी और सहायक नियंत्रक बन सकते हैं।
- इक्विटी अनुसंधान विश्लेषक और वित्त प्रबंधक बन सकते हैं।
- ऋण अधिकारी, व्यापार विश्लेषक और कैशियर का काम कर सकते हैं।
- सहायक प्रशासनिक अधिकारी का कार्य भी कर सकते हैं।
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Conclusion
MBS वर्तमान समय के लिए काफी जरूरी और महत्वपूर्ण कोर्स माना जाता है। आज के समय में लाखों युवाओं द्वारा इस कोर्स का चयन किया जाता है क्योंकि यह कोर्स वर्तमान समय के बिजनेस मॉडल को समझाता है। बिजनेस के नए-नए आयामों और बिजनेस के तरीकों को समझाता है जिसकी वजह से एक बेहतरीन बिजनेस को चलाया जा सके। दूसरे बिज़नस डिग्री कोर्स की तरह यह भी एक 2 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कोर्स है, जिसकी काफी वैल्यू है। तो इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी के साथ विस्तार पूर्वक MBS डिग्री कोर्स की जानकारी बता चुके हैं हमें उम्मीद है। यह जानकारी आपके लिए जरूर ही उपयोगी साबित हुई होगी अगर आपका इस कोर्स से संबंधित कोई भी प्रश्न है? तो नीचे दिए गए कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं।