स्कूल के समय में दसवीं कक्षा पास करने के बाद रचनात्मक कार्य करने के लिए आर्ट्स स्ट्रीम से आगे की पढ़ाई करनी होती है। दसवीं के बाद 11वीं कक्षा से ही आपको आर्ट्स के अंतर्गत एक नई दुनिया जानने के लिए मिल जाती है। यहां आपकी दिलचस्पी बनी रहती है क्योंकि यहां पर अधिक कठिन विषय नहीं होते हैं जबकि कला से संबंधित ऐसे विषय होते हैं जिसमें बहुत कुछ जानने और समझने को मिलता है तथा उसमें दिन प्रतिदिन रुचि भी बढ़ती रहती है। बता दें कि कला का क्षेत्र बहुत बड़ा है। इसीलिए Arts विषय के तहत भी अनेक तरह के विषय को शामिल किया गया है। तो आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि Arts me kitne subject hai और Arts mein kaun kaun se subject hote hain?
आर्ट्स सब्जेक्ट क्यों पढ़ें? —
मानव जीवन में कला का बहुत अधिक महत्वपूर्ण योगदान है। वर्तमान समय में कला की परिभाषा काफी बदल चुकी है। यहां पर विभिन्न प्रकार के कैरियर विकल्प देखने को मिल जाते हैं। इसीलिए अब Arts विषय का एक सब्जेक्ट निर्धारित किया गया है, जिसके तहत विभिन्न प्रकार के विषय और विभिन्न प्रकार के ज्ञान को वितरित किया जाता है और उसके आधार पर विद्यार्थी अपना कैरियर बनाते हैं और बहुत कुछ जानने को मिलता है। बता दें कि यह एक विशाल स्ट्रीम है जिसमें विज्ञान और वाणिज्य के विपरीत विद्यार्थियों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है और विद्यार्थियों की रुचि भी दिन-प्रतिदिन विषय में बढ़ती रहती है।
11वीं में आर्ट्स के विषय —
जब आप दसवीं कक्षा पास कर लेते हैं, तो 11वीं कक्षा में आपको किसी एक सब्जेक्ट के तहत आगे की पढ़ाई करने के लिए चयन करना होता है। वहां पर अगर आप आर्ट्स विषय का चयन करते हैं, तो यहां से ही आपको 80 के तहत विभिन्न प्रकार के विषय देखने को मिल जाते हैं। तो आइए जानते हैं कि 11वीं में आर्ट्स के विषय कौन कौन से होते हैं—
- समाजशास्त्र
- फिलॉसोफी
- गृह विज्ञान
- शारीरिक शिक्षा
- फैशन स्टडीज
- फाइन आर्ट
- संगीत
- कानूनी अध्ययन
- मास मीडिया स्टडीज
- उद्यमिता
- मानवाधिकार और जेंडर स्टडीज़
- सूचना विज्ञान अभ्यास
- लोक प्रशासन
- अंग्रेज़ी
Arts Subjects List 2024 – Arts Mein Kaun Kaun Se Subject Hote Hain—
Arts को हिंदी में कला कहते हैं। यह क्षेत्र बहुत बड़ा है इसमें विभिन्न प्रकार के विषय और विभिन्न प्रकार की भाषाओं से संबंधित अध्ययन को शामिल किया गया है, जिसमें मानविकी से लेकर भाषाओं तक के विषय को शामिल किया गया है। इन सभी विषयों को कॉलेज और स्कूल दोनों ही स्तर पर ऐच्छिक रूप से उपलब्ध कराया जाता है। तो आर्ट्स विषय में 11वीं और 12वीं के आर्ट्स सब्जेक्ट निम्नलिखित है —
- भूगोल
- इतिहास
- राजनीति विज्ञान
- मनोविज्ञान
- अंग्रेज़ी
- हिन्दी
- संस्कृत
- समाज शास्त्र
- अर्थशास्त्र
- गृह विज्ञान
- सूचना विज्ञान अभ्यास
- शारीरिक शिक्षा
- कंप्यूटर विज्ञान
- उद्यमिता
- माध्यम पढ़ाई
- फैशन अध्ययन
- संगीत
ऊपर बताए गए प्रमुख विषय आपके अलावा निम्नलिखित विषय भी शामिल किए गए हैं यह सभी विषय भी महत्वपूर्ण है लेकिन ऊपर वाले विषय प्रमुख रूप से पढ़ाए जाते हैं।
- ग्राफिक्स
- मूर्तिकला
- कमर्शियल आर्ट
- सूचना विज्ञान अभ्यास
- शारीरिक शिक्षा
- कंप्यूटर विज्ञान
- उद्यमिता
- कानूनी अध्ययन
- गणित
- गृह विज्ञान
- मीडिया स्टडीज
- फैशन अध्ययन
- संगीत
- नृत्य
- चित्र
- हिन्दी
- अंग्रेज़ी
- तामिल
- तांगखुल
- तेलुगु एपी
- तेलुगू
- तेलंगाना
- तिब्बती
- उर्दू
- उड़िया
- फ़ारसी
- पंजाबी
- रूसी
- संस्कृत
- सिंधी
- स्पेनिश
- अरबी
- असमिया
- बंगाली
- लेपचा
- लिंबो
- मलयालम
- मणिपुरी मराठी
- मिज़ो
- नेपाली
- फ्रेंच
- जर्मन
- गुजराती
- जापानी
- कन्नड़
- कश्मीरी
राजनीतिक विज्ञान —-
किसी भी राज्य को चलाने के लिए राजनीति का होना जरूरी है। राजनीति विज्ञान विभिन्न प्रकार की प्रणालियां और विभिन्न प्रकार की गतिविधियों तथा उनके व्यवहार विश्लेषण से संबंधित है। इसमें प्रशासनिक सिद्धांत और अवधारणाएं शामिल है। राजनीतिक, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय संबंध, दैनिक नीति, राजनीतिक पद्धति, तुलनात्मक राजनीति और विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों को राजनीति विज्ञान के तहत कवर किया गया है।
अंग्रेजी —
वर्तमान समय में अंग्रेजी विषय काफी महत्वपूर्ण हो चुका है। इसीलिए आर्ट्स सब्जेक्ट में इंग्लिश स्ट्रीम को भी शामिल किया गया है। इसमें विभिन्न प्रकार के पहलुओं को कवर किया गया है, जिसमें अंग्रेजी बोलने के तरीके तथा इंग्लिश बोलने में सुधार करना तथा अंग्रेजी के पाठ्यक्रम उसका साहित्य इत्यादि पर ध्यान केंद्रित करवाता है। इसमें विभिन्न प्रकार के छोटे-छोटे विषय शामिल किए गए हैं जो सब कुछ इंग्लिश विषय के तहत आते हैं।
मनोविज्ञान —
आर्ट्स विषय में मनोविज्ञान सब्जेक्ट को भी शामिल किया गया है, इसमें नैदानिक स्वास्थ्य संज्ञानात्मक प्रतिक्रियाएं सामाजिक व्यवहार खेल मानव विकास इत्यादि विषय को शामिल किया गया है। इन सभी विषय से मनुष्य के भीतर भावनाएं पैदा होती है। विचार पैदा होते हैं, विचारों और भावनाओं में बदलाव देखने को मिलता है, मानव शरीर में चेतना जन्म लेती है। घटनाओं का जिक्र होता है तथा व्यक्ति नए सिरे से समझते हैं और बहुत कुछ जानने को मिलता है।
समाजशास्त्र —
आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि सामाजिक विज्ञान की एक शाखा समाजशास्त्र कहलाती है। इसमें दुनिया भर के मानव समाज संस्कृति और सामाजिक संबंधों का अध्ययन शामिल किया गया है। इस कोर्स में विभिन्न प्रकार की सामाजिक व्यवस्था एवं सामाजिक विकास की समझ देखने को मिलती है। इस विषय में पत्रकारिता, शिक्षा, राजनीति, सामाजिक कार्य, श्रमिक संघ, व्यापार संघ, गैर सरकारी संगठन, युवा सेवा इत्यादि बहुत कुछ देखने और समझने को मिलता है।
उद्यमिता —
उद्यमिता को वर्तमान समय में हम एंटरप्रेन्योरशिप नाम से जानते हैं। वर्तमान समय में यह विषय काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है और इसकी डिमांड काफी ज्यादा देखने को मिलती है। यह विषय आपको वर्तमान समय में कला वर्ग यानी आर्ट्स स्ट्रीम में देखने के लिए मिल जाता है। इसमें आपको उद्योग शुरू करने के तरीके उद्योग को चलाना नए उद्योग को स्थापित करना तथा नए-नए आइडिया के बारे में जानने को मिलता है। किसी भी व्यवसाय का अध्ययन करके उसे समझने के लिए, उसका विकास करने के लिए, उसका आयोजन और प्रबंधन के लिए जानने को मिलता है। इस विषय के तहत आप कॉर्पोरेट विभाग में बड़े लेवल पर नौकरी पा सकते हैं या मालिक बन सकते हैं।
Physical Education —
आर्ट्स विषय कहते हैं तो फिजिकल एजुकेशन को भी शामिल किया गया है। फिजिकल एजुकेशन नाम से भी पता चलता है कि इसमें आपको फिजिकल रूप से कुछ करवाया जाता है। आमतौर पर फिजिकल एजुकेशन के तहत फुटबॉल, बास्केटबॉल, क्रिकेट, ट्रैक एंड फील्ड, वॉलीबॉल इत्यादि विभिन्न प्रकार के खेल को समझाया जाता है। इन सभी खेलों को आयोजित करवाया जाता है तथा बारीकी से इन सभी खेलों का ज्ञान दिया जाता है। इससे विद्यार्थियों के शरीर में विभिन्न प्रकार के बदलाव देखने को मिलते हैं। फिजिकल रूप से छात्र अच्छा महसूस करते हैं और फिजिकल एजुकेशन के बारे में काफी कुछ सीखते हैं।
इतिहास —
कला वर्ग में आर्ट्स एक महत्वपूर्ण सब्जेक्ट है, इसमें मानव सभ्यता की पूरी जानकारी देखने को मिलती है। इस विषय के तहत मानव इतिहास को शुरू से लेकर वर्तमान घटनाक्रम तक बताया जाता है जिसमें व्यक्ति यह समझता है कि आखिर मानव का उद्गम कैसे हुआ? किस प्रकार मानव ने धीरे-धीरे प्रगति की किस प्रकार से धीरे-धीरे आगे बढ़ता गया और आज हम इस स्थिति में कैसे पहुंचे? किस समय कौन सा परिवर्तन आया? किस समय कौन सी आपदाएं आई? किस समय देश और दुनिया में क्या कुछ बदलाव आए? राजनीति में क्या बदलाव आए? आधुनिक इतिहास में क्या बदलाव आए? भाषा और संस्कृति में क्या बदलाव आए? इत्यादि सब कुछ इस विषय में जानने को मिलता है।
अर्थशास्त्र —
किसी भी समाज को चलाने के लिए एक अर्थशास्त्र का होना जरूरी है। अर्थशास्त्र के तहत वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन खरीद और बिक्री तथा बड़े स्तर पर इन सभी का मैनेजमेंट करना, इन पर ब्याज लगाना, ब्याज की वसूली करना, ब्याज किस आधार पर निर्भर करेगा तथा कौन से क्षेत्र में कर लगाया जाएगा। कर को किस प्रकार से कैलकुलेट किया जाएगा। खेती और जरूरी क्षेत्रों को किस तरह से प्रबंधित किया जा सकें। बीमा, बैंकिंग एवं रियल स्टेट तथा गैर लाभकारी संगठन, एजेंसियां, रियल स्टेट, निर्माण कार्य इत्यादि के बारे में इस विषय के तहत पढ़ाया जाता है।
भूगोल —
भूगोल पढ़ने से देश और दुनिया का नक्शा समझ में आता है। देश कैसा है, पूरी दुनिया कैसी है, दुनिया की आकृति कैसी है, देश और दुनिया के किस कोने में कितने लोग रहते हैं, लोगों की जनसंख्या कितनी है, कौन-कौन से जीव रहते हैं, जीवो की जनसंख्या कितनी है, वहां की अर्थव्यवस्था कैसी है, परिवहन कैसा है, कौन-कौन से जीव पाए जाते हैं, किस प्रकार की वनस्पतियां हैं, किस प्रकार से पेड़ पौधे हैं, किस तरह का पानी है, किस तरह का खानपान है, किस तरह की जलवायु है, कौन-कौन से मौसम आते हैं, कौन-कौन सी आपदाएं आती है इत्यादि सब कुछ भूगोल विषय में आता है।
Fashion Studies —
आज का समय फैशन का है और इस क्षेत्र में काफी स्कोप है। इसीलिए फैशन स्टडीज विषय को आर्ट्स स्ट्रीम में शामिल किया गया है। इस विषय के तहत आपको फैशन की विभिन्न प्रकार की जानकारी मिलती है। छात्र फैशन की सामग्री और दृश्य आयामों की छवि जानते हैं। फैशन के तहत पोशाक समाज और दुनिया के भीतर एक सांस्कृतिक पहचान के रूप में कैसे नया कर सकते हैं यह बताया जाता है। वर्तमान समय में किस प्रकार से फैशन नए-नए आयाम बना रही है और नए नए उद्योग स्थापित कर रही है, इस बारे में जानकारी दी जाती है न। किस तरह से फैशन डिजाइनर बन सकते हैं। किस तरह से फैशन मैनेजमेंट बन सकते हैं। किस तरह से एक टैक्सटाइल डिजाइनर बन सकते हैं। किस तरह से ज्वैलरी डिजाइनर बन सकते हैं। मेकअप आर्टिस्ट फैशन ब्लॉगर आदि के बारे में अवगत कराया जाता है।
Fine Arts —
आर्ट्स स्ट्रीम के तहत फाइन आर्ट्स विषय भी देखने को मिलता है। यह विषय काफी महत्वपूर्ण है। इस विषय के तहत विद्यार्थियों को ग्राफिक सिखाया जाता है। इसमें पेंटिंग, स्कल्पिन, अप्लाइड आर्ट, कमर्शियल आर्ट इत्यादि शामिल है। वर्तमान समय में इन सभी टैलेंट की काफी जरूरत है और यह काफी स्कोप वाला क्षेत्र भी है। इसमें प्राचीन और आधुनिक कला सिखाई जाती है। इन दोनों ही कलाओं का काफी उपयोग हो रहा है। इस विषय में फिल्म डायरेक्शन सिखाई जाती है। आर्ट थेरेपी सिखाई जाती है। मल्टीमीडिया प्रोग्रामिंग सिखाई जाती है। सेट डिजाइनिंग सिखाया जाता है।
दर्शनशास्त्र —
दर्शन शास्त्र को इंग्लिश में फिलोसोफी कहते हैं इसमें व्यक्ति को एक नया जीवन देखने को मिलता है। अगर कोई व्यक्ति फिलोसोफी सभी विषय को अत्यधिक गहराई से पढ़ता है, तो उसके सोचने की पद्धति बदल जाती है। वह औरों के मुकाबले अलग नजरिया से देखता और सोचता है। आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि दर्शनशास्त्र में अस्तित्व, कारण, मूल्य, मन, भाषा, ज्ञान, प्रकृति, प्रवृत्ति, सत्य,असत्य, धर्म, राजनीति, सामाजिक कार्य, संगठन, अनुसंधान मीडिया, शिक्षा, लोकसेवा, कानून इत्यादि विभिन्न प्रकार के विषय को शामिल किया गया है।
Music —
वर्तमान समय में music काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और यह लंबे समय से चला आ रहा है। हालांकि इतिहास की बजाय वर्तमान समय में music की परिभाषा काफी बदल चुकी है। लेकिन इस क्षेत्र में काफी scope है इसीलिए इस विषय को भी शामिल किया गया है। इसमें आपको विभिन्न प्रकार के डिग्री कोर्स देखने को मिल जाते हैं। इस कोर्स के तहत संगीत के क्षेत्र में बहुत कुछ सीखने को मिलता है, जिसमें संगीत लेखन, म्यूजिक कंपोजिशन, ध्वनि उत्पादन इत्यादि शामिल है।
मानवाधिकार और लिंग अध्ययन —
कला वर्ग में मानवाधिकार और लिंग अध्ययन विषय को भी शामिल किया गया है। इसमें मनुष्य के अधिकार और लिंग अध्ययन से संबंधित विभिन्न प्रकार के संबंधित मुद्दों को समझने के लिए ध्यान केंद्रित किया जाता है, जिसमें महिला, पुरुष, नारीवाद, लिंग, राजनीति इत्यादि के बीच का अंतर इत्यादि के अधिकार समझाए जाते हैं। इन विषय का ज्ञान उपलब्ध कराया जाता है जिससे व्यक्ति विभिन्न प्रकार के अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण से ऊपर पाता है।
सूचना विज्ञान अभ्यास —
वर्तमान समय में सूचना विज्ञान का विषय काफी बड़ा हो चुका है। इसीलिए इस विषय को कला वर्ग में भी शामिल किया गया है। इस विषय के तहत आप सूचना से संबंधित विभिन्न प्रकार का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। इस कोर्स के तहत विद्यार्थियों को कंप्यूटर हार्डवेयर और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर सिखाया जाता है। जिसमें कंप्यूटर ऑपरेटिंग, सिस्टम डेटाबेस, प्रबंधन प्रणाली, प्रोग्रामिंग कंप्यूटर, प्रोग्रामिंग भाषाएं, जावा इत्यादि का ज्ञान दिया जाता है। जिसमें वेब डिजाइनिंग और डेवलपमेंट भी शामिल है। कंप्यूटर में गेम डेवलपमेंट इंफॉर्मेशन बिजनेस एनालिस्ट इत्यादि काम भी शामिल है।
लोक प्रशासन —
किसी भी राज्य या समाज को चलाने के लिए एक प्रशासनिक ढांचे का उपलब्ध होना जरूरी है। वर्तमान समय में देश और दुनिया में बहुत कुछ बदल चुका है। इसीलिए अब प्रशासनिक इकाइयों की भी काफी आवश्यकता होती है। तो आर्ट्स में भी लोक प्रशासन विषय को शामिल किया गया है। यहां पर व्यक्ति को प्रशासन से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई जाती है, जिनमें लोक प्रशासन के कार्य, लोक प्रशासन के नियम, लोक प्रशासन की नीतियां, लोक प्रशासन के प्रबंधन, लोक प्रशासन से संबंधित विशेषज्ञ, लोक प्रशासन का कौशल, संचार और प्रस्तुति इत्यादि के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।
होम साइंस —
आर्ट्स सब्जेक्ट में आपको होम साइंस यानी गृह विज्ञान विषय भी देखने के लिए मिल जाता है। यह एक महत्वपूर्ण विषय है जिसमें व्यक्ति के पोषण, स्वास्थ्य, वृद्धि, पारिवारिक संबंध, बाल विकास, ग्रह प्रबंधन, शिक्षा, करियर, वाणिज्यिक, नीतियां, परिधान, फैशन, पत्रकारिता, डिजाइनिंग, सामुदायिक, कार्यक्रम, उत्साह, रोजगार इत्यादि के बारे में अवगत कराया जाता है। इसके अलावा भी अनेक प्रकार की जानकारी इस विषय के तहत देखने को मिलती है।
कानूनी अध्ययन —
कानूनी अध्ययन में विद्यार्थियों को राजनीतिक संस्थाओं की प्रकृति, कानून के स्रोत, कानूनी प्रक्रियाए, कानूनी प्रणाली, कानूनी नीति एवं नियम, अपराधिक अदालतों की प्रक्रिया, साइबर कानून, अपराध कानून, श्रम कानून, पर्यावरण कानून, व्यापार कानून, मानव कानून, न्याय कानून, कानून के प्रशासन, सामाजिक सेवाएं, सामाजिक सुरक्षा इत्यादि विषय के बारे में अवगत कराया जाता है। विभिन्न प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराई जाती है तथा हर तरह के कानून का ज्ञान दिया जाता है।
मास मीडिया स्टडीज —
कला वर्ग में मास मीडिया स्टडीज विषय को भी शामिल किया गया है, इसमें सामाजिक विज्ञान और कला स्ट्रीम विषयों से प्राप्त एक विषय क्षेत्र को बनाया गया है। इस विषय के तहत आपको मीडिया के क्षेत्र में इतिहास और सामग्री के प्रभावों पर ध्यान केंद्रित करते हुए विभिन्न प्रकार के अवसरों की श्रृंखला देखने को मिलती है। इस कोर्स के तहत आप पत्रकारिता के क्षेत्र को समझ सकते हैं और उस क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं। इसके अलावा फिल्म स्टडीज पर काम कर सकते हैं विभिन्न प्रकार के एजुकेशन कोर्स की जानकारी मिल जाती है। इस विषय के तहत आपको मीडिया के क्षेत्र में अध्ययन और काम के जरिए अनुभव होता है। समाचार पत्रकारिता, डिजिटल मीडिया, टेलीविजन, रेडियो, सिनेमा, वीडियो, पत्र लेखन, प्रकाशन इत्यादि देखने और समझने को मिलते हैं।
बेस्ट आर्ट्स कोर्सेज —
अगर आप बारहवीं कक्षा के बाद आर्ट्स के तहत आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं और आप और बेस्ट आर्ट्स कोर्सेज खोज रहे हैं, तो हम आपको यहां पर कुछ बेस्ट आर्ट्स कोर्सेज बता रहे हैं। जो 12वीं के बाद काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं। बेस्ट आर्ट्स कोर्सेज निम्नलिखित है —
- Bachelor of Physical Education
- Bachelor of Business Studies
- Bachelor of Design
- Bachelor of Business Administration
- Bachelor of Fine Arts
- BBA LLB
- BA in Journalism and Mass Communication
- Bachelor of Hotel Management
- Bachelor of Arts
- BA in English
- BA in English Literature
- Bachelor of Business Management
- BA LLB
- Bachelor of Management Studies
- Bachelor of Social Work
- Bachelor of Event Management
- Bachelor of Fashion Designing
Arts Stream में नौकरियां —
वर्तमान समय में आर्ट्स स्ट्रीम से 12वीं पास करने के बाद भी आप विभिन्न प्रकार के कैरियर विकल्प का चयन कर सकते हैं तथा आर्ट्स सब्जेक्ट में आगे की पढ़ाई भी कर सकते हैं जिससे आप बड़े लेवल पर करियर विकल्प का चयन कर सकते हैं। आर्ट्स स्ट्रीम में करियर विकल्प के तहत विभिन्न प्रकार के ऑप्शन देखने को मिलते हैं। जो निम्नलिखित हैं —
- इतिहासकार
- पुरालेखपाल
- समाजशास्त्री
- नीति विश्लेषक
- सामाजिक मीडिया प्रबंधक
- लेखक
- रिसर्चर
- कंटेंट राइटर
- वकील
- संग्रहालय का निरीक्षक
- सूचना अधिकारी
- जनसंपर्क अधिकारी
- फैशन डिजाइनर
- पत्रकार
- इवेंट प्लानर
- ग्राफिक डिजाइनर
- व्याख्याता
- मनोविज्ञानी
Arts Stream में Salary—
वर्तमान समय में Arts Stream के तहत भी आप अच्छी सैलरी प्राप्त कर सकते हैं। अगर आप 12वीं के बाद आर्ट्स स्ट्रीम में job करके career जुड़ना चाहते हैं, तो भी option है लेकिन 12वीं के बाद आगे की पढ़ाई आर्ट्स से करके आप बड़े लेवल पर जॉब ऑप्शन पाकर अच्छी सैलरी प्राप्त कर सकते हैं। आर्ट्स विषय में अनेक तरह के विभाग, अनेक प्रकार के क्षेत्र और विभिन्न तरह के पद होते हैं। यहां पर विभाग और क्षेत्र के आधार पर तथा अनुभव के आधार पर एवं योग्यता का आधार पर सैलरी दी जाती है। बता दें कि साइकोलॉजिस्ट को प्रतिवर्ष 4 से ₹500000 आसानी से मिल जाते हैं, प्रोफेसर ₹500000 प्रति वर्ष कमा सकता है, फैशन डिजाइनर तीन से ₹400000 हर वर्ष कमा सकता है, रिसर्च असिस्टेंट ₹400000 तक आसानी से कमा सकता है, सोशल मीडिया मैनेजर वर्तमान समय में हर वर्ष 5 से ₹700000 भी आसानी से कमा सकता है, सोशल वर्कर भी ₹300000 कमा सकते हैं, कंटेंट राइटर हर वर्ष 4 से ₹500000 भी कमा सकते हैं।
Conclusion
आर्ट्स स्ट्रीम यानी कला वर्ग वर्तमान समय में लाखों युवाओं द्वारा पसंद किया जा रहा है क्योंकि वर्तमान समय में 816 के तहत कुछ ऐसे विषय शामिल किए गए हैं, जिसकी वजह से आर्ट्स स्ट्रीम के तहत भी काफी करियर ऑप्शन देखने को मिलते हैं। आर्ट्स स्ट्रीम से 12वीं पास करने के बाद भी विभिन्न प्रकार के कैरियर विकल्प देखने को मिल जाते हैं और आगे की पढ़ाई करने पर और अधिक करियर विकल्प तथा बड़े पदों पर नौकरियां भी मिल जाती है। यहां अच्छा वेतन और सम्मान भी मिलता है। तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी के साथ विस्तार पूर्वक बता चुके हैं कि आर्ट्स स्ट्रीम यानी कला वर्ग में कौन-कौन से विषय होते हैं? उम्मीद करते हैं यह जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी।