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Bank Manager Kaise Bane? यहां जाने पूरी जानकारी 2024

आज हम बात करने जा रहे हैं, कि बैंक मैनेजर कैसे बने मतलब उसके लिए कौन सी पढ़ाई की जाती है, और क्या-क्या किया जाता है। इसकी उम्र सीमा क्या होती है। इसकी योग्यताएं क्या होती है। इन सभी के बारे में पूर्ण जानकारी देंगे।

अगर आप एक बैंक मैनेजर बनना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक पढ़े। इसमें आपको हर तरह के सवालों के जवाब जरूर मिल जाएंगे।

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बैंक मैनेजर क्या होता है?

बैंक मैनेजर वह व्यक्ति होता है, जो बैंक की एक शाखा का पूरा काम संभालता है। वह शाखा का प्रमुख भी होता है। अगर सरल शब्दों में कहा जाए तो उसे शाखा का प्रबंधक भी कह सकते हैं। वह उस शाखा में अनुशासन अथवा व्यवसाय के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाता है, और जितनी भी गतिविधियां होती है, उन सभी के लिए बैंक मैनेजर ही जिम्मेदार होता है। इसका मतलब है शाखा में जितने भी काम किए जाते हैं, वह शाखा प्रबंधक यानी बैंक मैनेजर के नाम से ही किए जाते हैं।

बैंक मैनेजर की शैक्षिक योग्यताएं

बैंक मैनेजर बनने के लिए सबसे पहले आपको विश्वविद्यालय से BA, B.COM, BSC, B.TECH इत्यादि कोर्स का करना अनिवार्य है। जिसमें भी आपने ग्रेजुएशन किया हो चाहे वह किसी भी स्ट्रीम हमसे क्यों ना हो, आप किसी भी विषय से स्नातक की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं बैंक मैनेजर बनने के लिए यह सबसे आवश्यक है।

बैंक मैनेजर पद के लिए योग्यता

वैसे तो सभी बैंक मैनेजर पद के लिए अलग-अलग प्रोसेस एवं योग्यताएं निर्धारित की हुई हैं। जिसमें सरकारी बैंक की अलग होती है और प्राइवेट बैंक की अलग होती हैं। नीचे कुछ योग्यताएं दी गई हैं:-

  • सबसे पहला वह भारत का ही नागरिक होना जरूरी है।
  • उस उम्मीदवार को बैंक के अनुसार कि वह किस बैंक में आवेदन कर रहा है, उसके अनुसार शिक्षित होना आवश्यक है जैसे कि

सरकारी बैंक में नौकरी करने के लिए आईबीपीएस का पेपर देना जरूरी है। इस परीक्षा के उम्मीदवार की आयु 20 वर्ष से 30 वर्ष के बीच की होनी चाहिए और उसके ग्रेजुएशन में नंबर 60% होने आवश्यक हैं।

इसी के साथ अगर वह प्राइवेट बैंक में नौकरी करने के लिए आवेदन करना चाहता है, तो उसे PO प्रोग्राम ज्वाइन करना आवश्यक है। इसके लिए उम्मीदवार की आयु कम से कम 21 वर्ष से 30 वर्ष के बीच की होनी चाहिए और ग्रेजुएशन में 55% होना जरूरी है।

इसी के साथ किसी भी बैंक में मैनेजर की पोस्ट के लिए मैनेजमेंट शिक्षा का होना बहुत ही आवश्यक है, इसीलिए उम्मीदवार के पास MBA या पीजीडीबीएम की डिग्री होना भी जरूरी है।

उम्मीदवार को कंप्यूटर की tally, एकाउंटिंग, संबंधित थोड़ी बहुत जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है।

बैंक मैनेजर बनने की पूरी प्रक्रिया

Step-1] Schooling (10+2)

सबसे पहला काम यह होता है, कि बैंक मैनेजर बनने के लिए आपको अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी करना आवश्यक है। जिसमें आपको 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई पूरी करनी होती है।

बहुत से विद्यार्थी ऐसा सोचते हैं, कि अगर उन्हें बैंकिंग सेक्टर में अपना करियर बनाना है, तो इसके लिए उन्हें कॉमर्स लेने की आवश्यकता है, पर ऐसा कुछ भी नहीं होता आप किसी भी स्ट्रीम के द्वारा अपनी 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं, इसके पश्चात आप बैंक में भी नौकरी कर सकते हैं।

Step-2] ग्रेजुएशन

अगर आप बैंक मैनेजर बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको ग्रेजुएशन करना सबसे आवश्यक है। बिना ग्रेजुएशन के आप बैंक मैनेजर बनने के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं। आप किसी भी विषय में स्नातक पूरी कर सकते हैं।

Step-3] बैंक पीओ का एग्जाम

अगर आप बैंक मैनेजर बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको बैंक पीओ के एग्जाम का देना आवश्यक है और उसे उत्तीर्ण करना भी जरूरी है।

अगर आप यह पेपर नहीं देते हैं, तो आप बैंक में आवेदन नहीं कर सकते हैं, इसके लिए आपको यह पेपर देना आवश्यक है।

Step-4] बैंक पीओ ट्रेनिंग

जब आप परीक्षा में पास हो जाते हैं, इसके पश्चात आपको 1 से 2 साल के लिए ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है और यह ट्रेनिंग पिओ के पद पर ही होती है, इसमें प्रशिक्षण की अवधि bank-to-bank पर निर्भर करती है। यह 2 साल से अधिक भी हो सकती है, और कम भी हो सकती है।

Step-5] असिस्टेंट मैनेजर / डिप्टी मैनेजर

जब आप 2 साल के लिए probation period को अच्छी तरह से पूरा कर लेते हैं, तब आप की पोस्टिंग एक असिस्टेंट मैनेजर के तौर पर कर दी जाती है, जिसे स्केल ऑफिसर भी कहा जाता है।

Step-6] बैंक मैनेजर

Assistant Manager के पद से 3 से 5 साल के लिए काम करने के लिए वहां पर स्थानांतरित किया जाता है, इसके पश्चात आपको ब्रांच का मैनेजर बना दिया जाता है।

बैंक मैनेजर के काम

  • बैंक मैनेजर ग्राहकों के लिए आकर्षक प्रोडक्ट और सेवाओं का विकास करता है, और उन्हें बढ़ावा भी देता है।
  • बैंक मैनेजर बैंकिंग कर्मचारियों को उनके दैनिक कार्यों के लिए गाइड करता है, और उन्हें लीड भी करता है।
  • बैंक मैनेजर यह सुनिश्चित करते हैं, कि बैंक रिकॉर्ड और स्टेटमेंट ठीक से मेंटेन होना चाहिए।
  • बैंक की सफलता बैंक मैनेजर पर ही निर्भर करती है, क्योंकि वह बैंक के लिए रणनीति और परिचालन लॉजिस्टिक को विकसित करता है।
  • ग्राहकों और अन्य वित्तीय संस्थानों के साथ अच्छे संबंध बनाने के लिए बैंक मैनेजर ही जिम्मेदार होता है।
  • बैंक मैनेजर यह भी सुनिश्चित करता है, कि बैंकिंग परिचालन से संबंधित विभिन्न डेटाबेस बनाए रखें और उन्हें निरंतर विकसित करें।
  • बैंक मैनेजर के द्वारा दिनभर की हुई लेनदेन के हिसाब को भी देखरेख में रखा जाता है।
  • बैंक मैनेजर के भी निर्धारित करता है, कि वार्षिक परिचालन और व्यय बजट कितना होगा।

बैंक मैनेजर की कितनी सैलरी होती है?

बैंक मैनेजर वह व्यक्ति होता है, जो बैंक का प्रबंधक होता है, इसीलिए चाहे वह सरकारी बैंक में हो या प्राइवेट बैंक में दोनों ही बैंक में उनकी सैलरी बहुत ही अच्छी निर्धारित की जाती है। बैंक मैनेजर पद के लिए कम से कम 20 हजार से ₹60000 प्रति माह या इससे अधिक भी तनख्वाह दी जाती है।

क्या बैंक मैनेजर बनना करियर के लिए अच्छा विकल्प है?

देखा जाए तो बैंक मैनेजर के बिना कोई भी व्यवस्था संभव नहीं है, क्योंकि जितनी भी व्यवस्था होती है बैंक में वह बैंक मैनेजर ही करता है। कहते हैं ना अगर कोई भी देश की व्यवस्था करनी होती है तो रीड की हड्डी का होना आवश्यक है। इसी तरह से बैंक मैनेजर रीड की हड्डी है इसीलिए बैंक मैनेजर के बिना कोई भी काम संभव नहीं है।

बैंकिंग सेक्टर में ऑफिसर लेवल पर प्रमोशन बहुत ही तेजी से होता है। जिसकी वजह से आपकी सैलरी भी लगातार बढ़ती ही जाती है। अन्य क्षेत्रों के मुकाबले बैंकिंग सेक्टर बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। अगर आप एक बैंक मैनेजर बनने की सोच रहे हैं, तो यह आपके लिए बहुत ही अच्छा विकल्प साबित हो सकता है, और यह आपको एक सुखद भविष्य भी दे सकता है। आइए आपको बताते हैं कि बैंकिंग सेक्टर में आपका प्रमोशन किस प्रकार होता है।

शुरुआत– मिडल मैनेजमेंट ग्रेड – स्केल II मैनेजर

  • प्रमोशन I– मिडल मैनेजमेंट ग्रेड- स्केल III सीनियर मैनेजर
  • प्रमोशन II– सीनियर मैनेजमेंट ग्रेड- स्केल IV चीफ मैनेजर
  • प्रमोशन III – सीनियर मैनेजमेंट ग्रेड स्केल V – असिस्टेंट जनरल मैनेजर
  • प्रमोशन IV – टॉप मैनेजमेंट ग्रेड स्केल VI -डिप्टी जनरल मैनेजर
  • प्रमोशन V – टॉप मैनेजमेंट ग्रेड स्केल VII – जनरल मैनेजर
  • प्रमोशन VI– एक्सक्यूटिव डायरेक्टर
  • प्रमोशन VII – चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर

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निष्कर्ष:-

दोस्तों बैंक मैनेजर बनना एक बहुत ही बड़ी बात है, और बहुत ही अच्छी पोस्ट है। यह एक इतना ऊंचा पद है कि अगर आप एक बार इस पर स्थानांतरित हो जाते हैं, तो अपने आप ही आपका प्रमोशन होता जाता है, बस आपको उसके लिए थोड़ी सी मेहनत करनी होती है।

अगर आप इस पद के लिए थोड़ी सी मेहनत कर लेंगे तो आपका भविष्य एक सुखद जीवन जीने के लिए तैयार हो जाएगा, क्योंकि इसमें रिटायरमेंट के पश्चात पेंशन भी दी जाती है और आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है।

आशा करते हैं आपको यह लेख पसंद आया होगा। हमने आपको इस आर्टिकल में बैंक मैनेजर कैसे बने इससे संबंधित पूरी जानकारी दी है। अगर आपको इसे संबंधित और कोई भी जानकारी चाहिए या कोई भी प्रश्न पूछना है, तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं।

FAQs

1. बैंक मैनेजर बनने के लिए कौन सा एग्जाम देना होता है?

Ans: बैंक मैनेजर बनने के लिए सरकारी बैंक में आईबीपीएस का एग्जाम देना होता है, और प्राइवेट बैंक में पी ओ का एग्जाम देना अनिवार्य है।

2. बैंक मैनेजर के पद की सैलरी कितनी होती है?

Ans: एक बैंक मैनेजर की सैलरी 40,000 से लेकर 60 से ₹70000 तक की हो सकती है, इसके पश्चात जैसे-जैसे आपका पद पर्दा जाएगा वैसे आपकी सैलरी भी बढ़ती जाएगी।

3. क्या बैंक मैनेजर बनना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है?

Ans: हां, बैंक मैनेजर बनना एक बहुत ही अच्छा विकल्प साबित हो सकता है, यह आपके भविष्य के लिए सुखद होगा।

4. बैंक मैनेजर का क्या काम होता है?

Ans: वैसे तो बैंक मैनेजर के कई काम होते हैं, लेकिन अगर सरल शब्दों में बताया जाए तो वह शाखा का प्रबंधक होता है, बैंक मैनेजर के बिना कोई भी काम करना संभव नहीं होता है।

5. बैंक में सबसे बड़ा पद कौन सा होता है?

Ans: बैंक में सबसे बड़ा पद मैनेजिंग डायरेक्टर का होता है।

6. बैंक के एग्जाम के लिए कौन-कौन से विषय की पढ़ाई करना आवश्यक है?

Ans: क्वांटिटी एप्टिट्यूड, इंग्लिश, जनरल अवेयरनेस, रीजनिंग कंप्यूटर।