विद्यार्थी के लिए ग्रेजुएशन में एडमिशन लेते समय कई प्रकार की हिचकिचाहट उत्पन्न होती है। विद्यार्थी किसी भी ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन लेने से पहले कंफ्यूज हो जाता है, कि अब मुझे क्या करना चाहिए और मेरे भविष्य के लिए क्या अच्छा रहेगा। ज्यादातर लोग अपने मित्रों के पीछे पीछे अपने ग्रेजुएशन डिग्री का चयन कर लेते हैं और उन्हें बाद में पछताना भी पड़ता है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ग्रेजुएशन के तौर पर bca kaise kare और bca kya hota hai? bca course details in Hindi के बारे में जानकारी देने का प्रयास करेंगे।
बीसीए कोर्स क्या होता है? (BCA Kya Hai)
BCA ka full form Bachelor of Comuter Application होता है। BCA full form in Hindi बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन ही है। यह एक Graduation Degree है। जिसे विद्यार्थी 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात कर सकता है। यदि आपके मन में भी सवाल है, कि 12वीं के बाद क्या करें तो आप बीसीए कोर्स कर सकते हैं।
यह 3 वर्षीय Computer Application कोर्स जिसके माध्यम से व्यक्ति अंडर ग्रेजुएट हो सकता है। BCA कोर्स 3 वर्षीय होता है और इसमें 6 सेमेस्टर होते हैं। बीसीए और उन सभी विद्यार्थियों के लिए सबसे ज्यादा उपयोगी है। जो टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर क्षेत्र में अपने भविष्य को बनाने के बारे में सोच रहे हैं। इसलिए कोर्स के माध्यम से आपको Programming language जैसे कि Java, C++ इत्यादि की जानकारी दी जाती है।
इसके अलावा आपको Data Base, Data Structure, Networking और Technology से संबंधित कई प्रकार की जानकारी सीखने का मौका मिलता है। भविष्य की बात की जाए तो bca course एक भविष्य के लिए सुनहरा मौका माना जा रहा है क्योंकि भविष्य में technology बढ़ती जा रही है।
ऐसे में आप Programming language देखकर Website development और Application Development जैसे बड़े-बड़े काम हाथ में ले सकते हैं, आपके भविष्य को अच्छे से बना सकता है।
BCA करने के लिए जरूरी योग्यता (BCA Course Eligibility in Hindi )
BCA course करने के लिए जरूरी योग्यता कि यदि हम बात करें तो Bachelor Of Computer Application का कोर्स लेने के लिए आपके पास 12वीं कक्षा उत्तीर्ण का सर्टिफिकेट होना चाहिए। 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आप बीसीए का कोर्स कर सकते हैं।
जो विद्यार्थी BCA की डिग्री लेने के लिए तैयारी कर रहा है। उस विद्यार्थी के पास 12वीं कक्षा उत्तीर्ण के सर्टिफिकेट के साथ-साथ 12वीं कक्षा में विज्ञान वर्ग होना चाहिए और विज्ञान वर्ग में कंप्यूटर सब्जेक्ट होना जरूरी है। साथ ही साथ 12वीं कक्षा में न्यूनतम 45% अंक होने अनिवार्य है।
BCA का कोर्स कैसे करें? (BCA Kaise Kare)
BCA का कोर्स करने के लिए आपको सबसे पहले 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। जब आप 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं, तो आप BCA कोर्स के लिए कॉलेज में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। जैसे ही आप एडमिशन करते हैं और आपको कॉलेज के द्वारा एडमिशन दे दिया जाता है, तो आप को 3 साल यानी कि 6 सेमेस्टर तक पढ़ाई करके अच्छे अंकों के साथ BCA की डिग्री हासिल करनी होगी। BCA डिग्री सर्टिफिकेट लेने के बाद आप अपने करीयर को बना सकते हैं।
BCA की फीस कितनी होती है?
बीसीए की डिग्री लेने से पहले ही विद्यार्थी के मन में एक सवाल पैदा होता है, कि BCA की फीस कितनी होती है या बीसीए करने का खर्चा कितना आएगा। यदि इसके बारे में बात करें तो बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की डिग्री लेने के लिए अनुमानित खर्चा ₹100000 से ₹300000 के बीच आता है।
बीसीए कोर्स के बाद मास्टर डिग्री
बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की डिग्री लेने के बाद आपके लिए मास्टर डिग्री का एक ऑप्शन उपलब्ध होता है। मास्टर डिग्री में आप कौन कौन से कोर्स कर सकते हैं। उसकी जानकारी हम आपको नीचे प्रदान करवा रहे हैंः
1. Masters in Computer Application (MCA)
जब विद्यार्थी अंडर ग्रेजुएशन के तौर पर बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की डिग्री हासिल कर लेता है, तो उसके बाद विद्यार्थी मास्टर डिग्री के तौर पर मास्टर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन यानी कि एमसीए की डिग्री लेने के लिए एलिजिबल होता है और विद्यार्थी बीसीए करने के बाद आगे की पढ़ाई के तौर पर एमसीए कर सकता है।
विद्यार्थी के लिए मास्टर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन का कोर्स लेने के लिए 2 साल का समय लगता है। विद्यार्थी 2 साल में एमबीए की डिग्री हासिल कर सकता है। जो एक मास्टर डिग्री है। मास्टर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन की डिग्री के दौरान विद्यार्थी को कई तरह से जावा स्क्रिप्ट और प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के साथ-साथ कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी की पूरी जानकारी डिटेल के साथ पढ़ने का और सीखने का मौका मिलता है।
MCA करने के बाद जॉब के क्षेत्र
जब विद्यार्थी मास्टर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन की डिग्री ले लेता है, तो उसके पश्चात विद्यार्थी के लिए जॉब के कई सुनहरे अवसर क्षेत्र में मौजूद हो जाते हैं जो कुछ इस प्रकार से हैः
- सॉफ्टवेयर इंजीनियर
- टेस्ट इंजीनियर
- नेटवर्क इंजीनियर
- क्वालिटी एश्योरेंस इंजीनियर
- सॉफ्टवेयर सलाहकार
- सिस्टम एनालिस्ट
- डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर
- प्रोग्रामर
2. Masters in Information Management (MIM)
जो विद्यार्थी BCA अंडर ग्रेजुएशन की डिग्री ले चुके हैं उन विद्यार्थियों के लिए मास्टर डिग्री के तौर पर मास्टर इन इनफॉरमेशन मैनेजमेंट यानी कि MIM की डिग्री लेने का एक मौका होता है विद्यार्थी इस प्रकार की डिग्री लिखने के बाद अपने करियर में जॉब पाने के कई सुनहरे अवसर हासिल कर सकता है।
MIM के बाद जॉब के विकल्प
मास्टर इन इनफॉरमेशन मैनेजमेंट की डिग्री लेने के पश्चात विद्यार्थी के लिए जॉब के कई प्रकार के सुनहरा अवसर मौजूद हो जाते हैं अलग-अलग क्षेत्र में विद्यार्थी मास्टर डिग्री लेने के बाद आसानी से जॉब कर सकता है जो कुछ इस प्रकार से हैः
- सिस्टम एनालिस्ट्स
- वीडियो गेम डिज़ाइनर
- एमआईएस निदेशक
- मैनेजमेंट कंसल्टेंट
- कंप्यूटर नेटवर्क आर्किटेक्ट्स
- आईटी सलाहकार
- वेब डिजाइनर
- मुख्य सूचना अधिकारी
- मोबाइल एप्लिकेशन डेवलपर
- आईएस/आईटी प्रबंधक
3.Masters in Computer Management (MCM)
BCA कर चुके विद्यार्थी के लिए मास्टर इन कंप्यूटर मैनेजमेंट यानी कि एमसीएम की डिग्री के लिए एक ऑप्शन मिलता है। विद्यार्थी मास्टर डिग्री के तौर पर एमसीएम की डिग्री ले सकते हैं और भविष्य के लिए कई सारे जॉब के विकल्प उत्पन्न कर सकते हैं।
MCM के बाद जॉब के विकल्प
मास्टर इन कंप्यूटर मैनेजमेंट की डिग्री लेने के पश्चात विद्यार्थी अपने भविष्य के लिए कई प्रकार की नौकरी हासिल कर सकता है। मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद विद्यार्थी को अलग-अलग प्रकार से जॉब पाने का मौका अलग-अलग क्षेत्रों में मिल जाता है।
- कंप्यूटर सिस्टम एनालिस्ट्स
- सूचना सुरक्षा विश्लेषक
- डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर
- कंप्यूटर साइंटिस्ट
- कम्प्यूटर प्रेजेंटेशन स्पेशलिस्ट
- मुख्य सूचना अधिकारी
- कंसल्टेंट्स
- प्रोजेक्ट लीडर
- सॉफ्टवेयर प्रकाशक
- सूचना प्रणाली प्रबंधक
4. Information Security Management (ISM)
बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की डिग्री लेने के पश्चात विद्यार्थी इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी मैनेजमेंट की डिग्री ले सकते हैं। विद्यार्थी BCA करने के बाद आई एस एम के डिग्री हासिल कर सकता है।
ISM के बाद जॉब के विकल्प
जो विद्यार्थी इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी मैनेजमेंट की डिग्री ले लेता है, तो उसके पश्चात विद्यार्थी आसानी से नीचे दिए गए निम्नलिखित विभाग में नौकरी हासिल कर सकता हैः
- मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी
- इंसिडेंट रेस्पॉन्डर
- सूचना सुरक्षा विश्लेषक
- नेटवर्क सुरक्षा इंजीनियर
- सुरक्षा आर्किटेक्ट
- सुरक्षा निदेशक
5.Master of Business Administration (MBA)
विद्यार्थी 12वीं कक्षा पास करने के बाद BCA की डिग्री तो कर लेता है। लेकिन उसके पश्चात विद्यार्थी के लिए आगे मास्टर डिग्री के तौर पर फिर से कंफ्यूजन पैदा होना शुरू होता है।
विद्यार्थी मास्टर डिग्री के तौर पर BCA करने के बाद एमबीए कर सकता है। एमबीए का मतलब मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन है जो एक बिजनेस के तौर पर बेहतरीन मास्टर डिग्री है और यह डिग्री लेने के बाद कई प्रकार के भविष्य में जॉब के ऑप्शन भी मौजूद होते हैं।
एमबीए की डिग्री करने के लिए 2 साल की अवधि लगती है 2 साल की अवधि के दौरान मास्टर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन डिग्री विद्यार्थी हासिल कर सकता है।
MBA के बाद जॉब के विकल्प
जो विद्यार्थी मास्टर डिग्री हासिल कर लेता है उन विद्यार्थी को बिजनेस के क्षेत्र में कई प्रकार की नौकरी मिलने के चांस बढ़ जाते हैं विद्यार्थी नीचे दिए गए निम्नलिखित में से किसी एक पद पर कार्यरत हो सकता हैः
- व्यापार/आईटी संरेखण
- व्यापार विश्लेषक
- मुख्य सूचना अधिकारी
- आईटी प्रशासन
- मार्केट रिसर्च एनालिस्ट
- मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी
- आईटी निदेशक
- लॉजिस्टिक्स मैनेजर
- सप्लाई चेन मैनेजर
- इन्वेंट्री कंट्रोल मैनेजर
BCA की डिग्री लेने के बाद सरकारी नौकरी
अंडर ग्रेजुएशन के तौर पर कोई भी डिग्री लेने के बाद आप कई प्रकार की सरकारी नौकरी में आवेदन लगाने के लिए एलिजिबल हो जाते हैं। उसी प्रकार से BCA की डिग्री लेने के बाद भी विद्यार्थी कई सरकारी पदों पर अपना आवेदन लगा सकते हैं जो कुछ इस प्रकार से हैः
Govt. Job Name | Govt. Job Name |
कलेक्टर | रेंज वन अधिकारी |
सीबीआई (CBI) | सहायक संरक्षक |
सीएसडी (CSD) | उप अधीक्षक |
एमडीएन (MDN) | जिला मजिस्ट्रेट (DM) |
नवी अधिकारी | सीबीआई में सब इंस्पेक्टर |
आईएएस (IAS) | आंतरिक मामलों के मंत्रालय |
आईएफएस (IFS) | आयकर विभाग में इंस्पेक्टर (Income Tax Inspector) |
आईआरएस (IRS) | बैंक चिकित्सा सलाहकार |
आईपीएस अधिकारी (IPS) | अधीक्षण अभियंता |
डिवीजन क्लर्क | डाटा एंट्री ऑपरेटर |
भारतीय बैंक प्रबंधन संस्थान में निदेशक | ———— |
BCA की डिग्री के बाद सरकारी नौकरी पर अनुमानित सैलरी
बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की डिग्री हासिल करने के बाद विद्यार्थी यदि सरकारी नौकरी करता है, तो विद्यार्थी को अलग-अलग पद पर सैलरी के तौर पर सरकार के द्वारा वेतनमान के अनुसार पैसा प्रदान करवाया जाता है इसके अलावा ग्रेड पे और अन्य कई सरकारी भत्ते भी दिए जाते हैं।
सरकार के द्वारा BCA की डिग्री लेने वाले उम्मीदवार को सरकारी पद पर यदि चयनित किया जाता है, तो उन्हें करीब ₹50000 से डेढ़ लाख तक की सैलरी प्रदान कराई जा सकती है।
BCA डिग्री कोर्स का सिलेबस
BCA की डिग्री 3 साल की होती है। 3 साल में कुल 6 सेमेस्टर के तहत आपको यह डिग्री हासिल करनी होती है सभी सेमेस्टर का सिलेबस की जानकारी नीचे दी गई हैः
1st सेमेस्टर बीसीए डिग्री कोर्स का सिलेबस
- Hardware Lab
- C Programming
- Digital Computer Fundamentals
- Foundational Mathematics
- Statistics I
2nd सेमेस्टर बीसीए डिग्री कोर्स का सिलेबस
- Communicative English
- Visual Programming Lab
- Operating Systems
- Data Structures
- Basic Discrete Mathematics
3rd सेमेस्टर बीसीए डिग्री कोर्स का सिलेबस
- Introductory Algebra
- Software Engineering
- Oracle Lab
- Object Oriented Programming Using C++
- Interpersonal Communication
4th सेमेस्टर बीसीए डिग्री कोर्स का सिलेबस
- Computer Networks
- Programming In Java
- DBMS Project Lab
- Financial Management
- Web Technology Lab
5th सेमेस्टर बीसीए डिग्री कोर्स का सिलेबस
- Unix Programming
- User Interface Design
- Python Programming
- Graphics And Animation
- Business Intelligence
6th सेमेस्टर बीसीए डिग्री कोर्स का सिलेबस
- Introduction To Soft Computing
- Multimedia Applications
- Cloud Computing
- Design And Analysis Of Algorithms
- Computer Architecture
BCA की डिग्री के लिए बेहतरीन कॉलेज
जो विद्यार्थी बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की डिग्री हासिल करना चाहता है। उस विद्यार्थी के मन में सबसे पहले एक ख्याल आता है, कि उसे किस कॉलेज से बीसीए की डिग्री लेनी चाहिए और कौन सा कॉलेज बेहतरीन रहेगा। इसके बारे में यदि हम बात करें, तो बीसीए की डिग्री के लिए बेहतरीन कॉलेज कौन-कौन से हैं। इसकी सूची हम आपको नीचे प्रदान करवा रहे हैं।
- गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- अम्बेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली
- रुहेलखंड यूनिवर्सिटी, बरेली
- लखनऊ यूनिवर्सिटी
- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
- माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी, भोपाल
- MS यूनिवर्सिटी, बड़ोदरा
- देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी, इंदौर
- जेवियर्स इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन, अहमदाबाद
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, मुम्बई
- छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर
- मद्रास क्रिस्चियन कॉलेज, चेन्नई
- द आक्सफोर्ड कॉलेज ऑफ साइंस, बैंगलोर
- प्रेसिडेंसी कॉलेज, बैंगलोर
- टेक्नो इंडिया यूनिवर्सिटी, कोलकाता
- यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एनर्जी एंड स्टडीज, देहरादून
- DAV कॉलेज, चंडीगड़
- जामिया हमदर्द, नई दिल्ली
- गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी, छत्तीसगढ़
- गुरुकुल कांगिणी यूनिवर्सिटी, हरिद्वार
- गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर
- बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी, झांसी
- जागरण इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, दिल्ली
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B.A कोर्स क्या होता है और कैसे करें?
निष्कर्ष
विद्यार्थी 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अंडर ग्रेजुएशन कोर्स का चयन करने में विचलित हो जाता है। परंतु सबसे पहले विद्यार्थी को यह बात अवश्य ध्यान रखनी होगी की 12वीं कक्षा के दौरान जिस विषय वर्ग का चयन किया हुआ है। उसी के आधार पर आपको अपने अंडर ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स के लिए आवेदन करना चाहिए और उसी से संबंधित आपको अंडर ग्रेजुएशन कोर्स करना उचित रहेगा। यदि आप पहले से ही भविष्य में करने के बारे में सोचते हैं, तो ऐसे में आपको 10 वीं कक्षा उत्तीर्ण करते ही सही विषय वर्ग का चयन करना होगा।
अधिकतर विद्यार्थी दसवीं कक्षा में नासमझ होने के कारण 11वीं और 12वीं में गलत विषय वर्ग का चयन कर रहते हैं।उसके पश्चात अंडर ग्रेजुएशन कोर्स के समय उन्हें पछताना पड़ता है। आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बीसीए क्या है BCA Course Kya Hota Hai और बीसीए डिग्री कैसे लें? इसके बारे में जानकारी दी है। हमें उम्मीद है, कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी।
Thanks a lot, काफी informative है आपका ये आर्टिकल इससे मेरे जैसे काफी लोगो को बहुत Help मिलेगी। जो-जो Information ज़रूरी है वो सब आपने Cover करी है। क्योकि BCA Computer की फील्ड से Related है इसलिए मुझे लगता है BCA Course से साथ Coding Skills का होना भी ज़रूरी है।
Hii sir,
Thank you for your advise
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